हरियाणा सचिवालय में मंत्रियों और अफसरों ने करवाए अवैध निर्माण, हटाने का काम शुरू

हरियाणा सचिवालय में मंत्रियों और अधिकारियों ने अवैध निर्माण करा रखे हैं। अब इन पर गाज गिरनी शुरू हो गई है और इन अवैध निर्माणों को गिराया जा रहा है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sun, 08 Jul 2018 09:48 AM (IST) Updated:Mon, 09 Jul 2018 08:55 PM (IST)
हरियाणा सचिवालय में मंत्रियों और अफसरों ने करवाए अवैध निर्माण,  हटाने का काम शुरू
हरियाणा सचिवालय में मंत्रियों और अफसरों ने करवाए अवैध निर्माण, हटाने का काम शुरू

जेएनएन, चंडीगढ़। अंतरराष्ट्रीय धरोहर घोषित हो चुके हरियाणा सचिवालय की बालकनियों में बने मंत्रियों और अफसरों के निजी कक्षों को तोड़ने का काम शुरू हो गया है। सचिवालय की प्रशासनिक कमेटी ने शानिवार को आठवीं मंजिल पर स्थित 'एक और सुधार'  सेल के डायरेक्टर रॉकी मित्तल के कार्यालय से अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई शुरू की। रॉकी मित्तल ने पहले लड्डू बांटे और फिर बाद में खुद तोडफ़ोड़ की कार्रवाई करवाई।

पहले दिन  'एक और सुधार' सेल के डायरेक्टर रॉकी मित्तल के कार्यालय में तोड़फोड़

सचिवालय के प्रशासनिक अधिकारी कर्मवीर ने बताया कि अवैध निर्माण हटाने के लिए 8 जुलाई तक का समय दिया गया था और 10 जुलाई के बाद सचिवालय की बालकनियों को हटाने की बात कही गई थी. लेकिन प्रशासन ने यह काम शनिवार से ही शुरू कर दिया।

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अंतरराष्ट्रीय धरोहर घोषित इमारत से अवैध निर्माण हटाने को मुख्य सचिव ने दी मंजूरी

हरियाणा के कई मंत्रियों व अधिकारियों ने अपने आफिस के कमरे की बालकनियों में निजी कक्ष बना रखे हैं। इन निजी कक्षों में लाखों रुपये की लागत से बेड, एसी, फ्रिज और सोफा आदि की सुविधा लगाई गई हैंं। मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने भी इस बारे में सचिवालय में मीटिंग बुलाने के बाद एक पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि विश्व की धरोहरों में होने के कारण सचिवालय में गलत तरीके से बनाए गए केबिन, कक्षों को हटाए जाने की अनुमति चंडीगढ़ प्रशासन को दे दी गई है।

कैपिटल कॉम्प्लेक्स को हैरिटेज का दर्जा

चंडीगढ़ का कैपिटल काम्‍पलैक्‍स।

18 जुलाई 2016 को यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल साइंटिफिक एवं कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (यूनेस्को) ने टर्की में आयोजित 40वें सेशन में चंडीगढ़ के कैपिटल कॉम्प्लेक्स को हैरिटेज की सूची में शामिल करने पर मुहर लगाई गई थी। कुल सात देशों ने हैरिटेज के दर्जे के लिए आवेदन किया था। इनमें फ्रांस, स्विटजरलैंड, बेल्जियम, जर्मनी, अर्जेंटीना, जापान और भारत शामिल थे। फ्रांसीसी वास्तुकार ली-कार्बूजिए के डिजाइन किए कैपिटल कॉम्प्लेक्स को हैरिटेज का दर्जा दिलाने के लिए भारत का प्रयास सफल रहा।

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क्या है  कैपिटल कॉम्प्लेक्स

चंडीगढ़ सेक्टर एक में स्थित कैपिटल कॉम्प्लेक्स के निर्माण को देख कर कोई भी हैरत में पड़ सकता है। यहां पंजाब और हरियाणा दोनों सरकार के आफिस हैं। यह कॉम्प्लेक्स ली कार्बूजिए के उत्कृष्ट वास्तुशिल्प का नमूना है और इससे चंडीगढ़ के नियोजित शहर होने की भी झलक मिलती है। परिसर के अंदर सचिवालय, विधानसभा और उच्च न्यायालय की इमारतें हैं। कैपिटल कॉम्प्लेक्स के बीच में 'ओपन हैंड' बना है, जो चंडीगढ़ का आधिकारिक चिह्न है।

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