Loksabha Election 2019 : भाजपा के 12 सीटों पर उम्मीदवार तय नहीं, आज शाम तक हो सकती है घोषण

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए 11 अप्रैल से होने वाले सात चरण के मतदान के लिए भाजपा ने 80 में से 66 उम्मीदवार का नाम फाइनल कर दिया है। अभी पार्टी को 12 उम्मीदवार घोषित करने हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Thu, 04 Apr 2019 03:11 PM (IST) Updated:Thu, 04 Apr 2019 03:11 PM (IST)
Loksabha Election 2019  : भाजपा के 12 सीटों पर उम्मीदवार तय नहीं, आज शाम तक हो सकती है घोषण
Loksabha Election 2019 : भाजपा के 12 सीटों पर उम्मीदवार तय नहीं, आज शाम तक हो सकती है घोषण

लखनऊ, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 में अभी तक प्रत्याशी घोषित करने में आगे चल रही भारतीय जनता पार्टी को अभी भी 12 प्रत्याशी घोषित करना है। भाजपा ने अपने सहयोगी अपना दल (एस) को दो सीट दी है। इसमें मिर्जापुर से अपना दल (एस) की अध्यक्ष तथा केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल लड़ेंगी तो इनके हिस्से की दूसरी सीट रार्बट्सगंज है।

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए उत्तर प्रदेश में भी 11 अप्रैल से होने वाले सात चरण के मतदान के लिए भाजपा ने 80 में से 66 उम्मीदवार का नाम फाइनल कर दिया है। अभी पार्टी को 12 क्षेत्र के उम्मीदवार घोषित करने हैं। भाजपा ने दो सीट मिर्जापुर के साथ रार्बट्सगंज सीट सहयोगी अपना दल (एस) के लिए छोड़ी है। अब कुल 12 क्षेत्रों के उम्मीदवार घोषित होने हैं। भाजपा को अभी गोरखपुर, फूलपुर, झांसी, बांदा, घोसी, जौनपुर, लालगंज, प्रतापगढ़, संतकबीरनगर, देवरिया, भदोही और अंबेडकरनगर सीट से अपने उम्मीदवार घोषित करने हैं।

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सोनिया से दिनेश प्रताप और अखिलेश से लड़ेंगे निरहुआ

भाजपा ने कल रायबरेली, मैनपुरी, आजमगढ़, फीरोजाबाद व मछलीशहर के भी उम्मीदवार घोषित कर दिया। मछलीशहर सीट पिछली बार भाजपा के कब्जे में थी लेकिन, रायबरेली में कांग्रेस और बाकी पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था। भाजपा ने मछलीशहर के सांसद का टिकट काट दिया है। अब तक घोषित भाजपा के 66 उम्मीदवारों में 13 सांसदों का पत्ता साफ हो गया है।

भाजपा ने रायबरेली में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, मैनपुरी में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के खिलाफ प्रेम सिंह शाक्य और आजमगढ़ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने दिनेश लाल यादव निरहुआ को उतारा है। कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता रहे दिनेश प्रताप सिंह को भाजपा ने पिछले वर्ष तोड़ लिया था। दिनेश प्रताप के एक भाई राकेश सिंह हरचंदपुर से कांग्रेस के विधायक हैं, जबकि एक भाई जिला पंचायत के अध्यक्ष हैं। इस बार सोनिया को घेरने के लिए भाजपा ने कांग्रेस का ही हथियार इस्तेमाल किया है। मुलायम सिंह के खिलाफ मैदान में उतरे प्रेम सिंह शाक्य उप चुनाव में भी किस्मत आजमा चुके हैं। आजमगढ़ में अखिलेश यादव के सामने भोजपुरी सुपर स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ को लाकर अब भाजपा ने युवाओं को रिझाने के लिए नया नुस्खा आजमाया है। निरहुआ गत दिनों भाजपा में शामिल हुए थे। इसके अलावा फीरोजाबाद में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव और सपा सांसद अक्षय यादव के खिलाफ चंद्रसेन जादौन पार्र्टी के प्रत्याशी होंगे। चंद्रसेन भाजपा के पुराने कार्यकर्ता हैं और उन्हें टिकट देकर भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया है।

मछलीशहर में 2014 में भाजपा के राम चरित निषाद को जीत मिली थी और उनके मुकाबले दूसरे स्थान पर बसपा के वीपी सरोज थे। इस बार भाजपा ने राम चरित निषाद का टिकट काट दिया और हाल ही में बसपा से भाजपा में शामिल हुए वीपी सरोज को मैदान में उतार दिया है। मैनपुरी और फीरोजाबाद में गुरुवार को नामांकन का आखिरी दिन है।

इन सांसदों के कटे टिकट

भाजपा मछलीशहर से सांसद रामचरित निषाद के अलावा अब तक कानपुर से डॉ. मुरली मनोहर जोशी, बलिया से भरत सिंह, कुशीनगर से राजेश पांडेय, बाराबंकी से प्रियंका रावत, रामपुर से नैपाल सिंह, इटावा से अशोक दोहरे, हाथरस से राजेश कुमार दिवाकर, संभल से सत्यपाल सैनी, मिश्रिख से अंजू बाला, हरदोई से अंशुल वर्मा, शाहजहांपुर से केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज और फतेहपुर सीकरी से सांसद चौधरी बाबूलाल का टिकट काट चुकी है। बहराइच की सांसद सावित्री बाई फुले भाजपा छोड़कर पहले ही कांग्रेस से जबकि इलाहाबाद के सांसद श्यामाचरण गुप्ता बांदा से सपा का टिकट हासिल कर चुके हैं। देवरिया में पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र और झांसी में केंद्रीय मंत्री उमा भारती खुद ही चुनाव न लडऩे का एलान कर चुकी हैं। इनके साथ अभी भी कई सांसदों के टिकट पर तलवार लटकी है। 

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