भारत में नीले के अलावा और भी कई कलर्स में बनते हैं Passport, आखिर क्या है इन रंगों का मतलब?
विदेश घूमने का सपना सभी का होता है। लेकिन ये उतना आसान नहीं है। विदेश जाने से पहले आपको कई जरूरी प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। लेकिन एक चीज है जिसकी सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है वो है पासपाेर्ट। ये बहुत ही जरूरी डॉक्यूमेंट होता है जो फॉरेन ट्रिप के लिए जरूरी है। भारत में पासपोर्ट कई रंगों में होते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हम सभी को घूमना बहुत पसंद होता है। विदेश जाने का सपना तो हर किसी का होता है। लेकिन जब भी हम विदेश जाने की सोचते हैं तो सबसे पहले जिस चीज की जरूरत होती है, वो है पासपोर्ट। ये एक किताब जैसी सिर्फ छोटी-सी बुक ही नहीं होती, बल्कि ये आपकी पहचान और भारतीय नागरिकता का सबूत भी होती है। एयरपोर्ट पर फ्लाइट पकड़ने से लेकर इमिग्रेशन चेक तक, हर जगह पासपोर्ट दिखाना पड़ता है।
इसलिए इसे हर ट्रैवलर का सबसे जरूरी साथी कहा जा सकता है। हम में से ज्यादातर लोग पासपोर्ट का नाम सुनते ही सोचते हैं कि उसका कवर नीले रंग का होता है। आम तौर पर सबके पास यही होता भी है और लोग इसे ही नॉर्मल पासपोर्ट मान लेते हैं। लेकिन अगर आप ध्यान से देखें तो हर किसी के हाथ में पासपोर्ट का रंग एक जैसा नहीं होता है। कभी-कभी एयरपोर्ट पर किसी के पास सफेद रंग का पासपोर्ट दिख जाता है और किसी के पास गहरे मैरून रंग का।
ऐसे में आपके मन में भी ये सवाल जरूर आता होगा कि आखिर ये फर्क क्यों है? क्या ये बस कवर के रंग का खेल है या फिर इसके पीछे भी कोई खास वजह होती है? आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि इंडियन पासपोर्ट के इन अलग-अलग रंगों का क्या मतलब है? आइए जानते हैं विस्तार से-
नीले रंग का पासपोर्ट
आपको बता दें कि नीले रंग के पासपोर्ट को सामान्य या ऑर्डिनरी पासपोर्ट कहा जाता है। भारत का साधारण नागरिक चाहे वाे स्टूडेंट हो, जॉब करने वाला हो, बिजनसमैन या फिर टूरिस्ट ही क्यों न हो, सब नीले रंग का पासपोर्ट ही इस्तेमाल करते हैं। ये 36 और 60 पन्नों के होते हैं। इसमें E–Passport लिखा होता है, जिसका मतलब है कि इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होती है। इस चिप में आपकी बायोमेट्रिक जानकारी सेफ रहती है। इस पासपोर्ट के सहारे आपको कुछ देशों में वीजा-फ्री एंट्री मिल सकती है।
व्हाइट पासपोर्ट
व्हाइट कवर वाले पासपोर्ट को ऑफिशियल पासपोर्ट कहा जाता है। ये हर किसी को नहीं मिलता है, बल्कि सिर्फ गवर्नमेंट ऑफिसर्स और स्टाफ को जारी किया जाता है। खासकर तब जब वो किसी सरकारी काम से विदेश की यात्रा करते हैं। इसका इस्तेमाल अपने पर्सनल ट्रिप के लिए नहीं किया जाता है। इस पर साफ-साफ ऑफिशियल पासपोर्ट लिखा होता है और ये नीले पासपोर्ट से अलग कैटेगरी में आता है। इस पासपोर्ट के जरिए आपको कुछ देशों में वीजा की छूट और खास सुविधाएं भी मिल सकती हैं।
मैरून पासपोर्ट
मैरून या गहरे लाल रंग का पासपोर्ट सबसे खास माना जाता है। इसे डिप्लोमेटिक पासपोर्ट कहते हैं। ये प्रेसिडेंट, प्राइम मिनिस्टर, सेंट्रल मिनिस्टर, एंबेसडर बड़े अफसरों को दिया जाता है। इस पासपोर्ट का फायदा ये है कि आपको इंटरनेशनल लेवल पर खास छूट और सुरक्षा मिलती है। कई देशों में बिना वीजा यात्रा भी आप कर सकते हैं।
ऑरेंज पासपोर्ट
ऑरेंज पासपोर्ट की बात करें तो ये उन लोगों को दिया जाता है जिनके पास ECR यानी कि इमिग्रेशन चेक रिक्वायर्ड (Emigration Check Required) स्टेटस होता है। इसका मतलब है कि ये लोग या तो ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं होते या फिर काम करने के लिए कुछ खास देशों में जा रहे होते हैं। इस पासपोर्ट वाले लोगों को विदेश जाने से पहले ज्यादा जांच करानी पड़ती है।
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