कभी सोचा है जोधपुर के सभी घर और गलियां नीली क्यों हैं? बहुत खास है इसके Blue City बनने की कहानी
राजस्थान भारत का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। 1459 में राव जोधा द्वारा स्थापित जोधपुर को ब्लू सिटी के रूप में जाना जाता है क्योंकि यहां घरों को नीले रंग से रंगा गया है। लेकिन क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं? ये शहर अपनी समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व के लिए भी जाना जाता है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। भारत अपनी विविधताओं के लिए पूरी दुनिया में फेमस है। यहां एक से घूमने वाली जगहें हैं। जब भी भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों की बात होती है तो राजस्थान का नाम जरूर लिया जाता है। राजस्थान में कुछ ऐसे शहर भी हैं जो अपने निकनेम की वजह से पूरी दुनिया में जाने जाते हैं, जैसे जयपुर को पिंक सिटी ताे जैसलमेर को गोल्डन सिटी और वहीं उदयपुर को व्हाइट सिटी के नाम से पहचान मिली हुई है।
इन सबके अलावा भी एक ऐसा शहर है जो अपने रंगों की वजह से बेहद खूबसूरत भी लगता है और इसकी कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। राजस्थान का जोधपुर एक ऐसा शहर है जिसे हम 'नीले रंग का शहर' यानी कि ब्लू सिटी के नाम से भी जानते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि जोधपुर में ऐसा क्या है जो इसे Blue City के नाम से जाना जाता है? अगर आप इसके पीछे की दिलचस्प कहानी जानना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको जोधपुर के इतिहास के बारे में भी जानना होगा।
आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। हम आपको बताएंगे कि जोधपुर का इतिहास क्या है, इसे नीला शहर क्यों कहते हैं? साथ ही यहां घूमने के लिए फेमस टूरिस्ट स्पॉट्स के बारे में भी बताएंगे। तो आइए बिना देर किए जानते हैं विस्तार से -
कब हुई थी जोधपुर की स्थापना?
आपको बता दें कि जोधपुर की स्थापना 1459 में राठौड़ वंश के राजा राव जोधा ने की थी। ये शहर पहले मारवाड़ रियासत की राजधानी था और इतिहास में भी इसकी अहम भूमिका रही है। धीरे-धीरे ये बिजनेस, आर्ट और कल्चर का सबसे बड़ा हब बन गया। देश के अलग-अलग जगहों से बिजनेसमैन, कारीगर और ट्रैवलर्स यहां आने लगे। ये राजस्थान के थार रेगिस्तान के बीच बसा हुआ है। ये एक बेहद खूबसूरत और ऐतिहासिक शहर है।
Sun City भी है नाम
जोधपुर को आमतौर पर ब्लू सिटी (Blue City) और सन सिटी (Sun City) के नाम से जाना जाता है। बताया जाता है कि ये शहर अपने पुराने किलों, रंग-बिरंगे बाजारों और संस्कृति के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। ये शहर हर साल देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। आप भी अगर जोधपुर गए होंगे ताे देखा होगा कि यहां पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ होती है।
जोधपुर को क्यों कहते हैं ब्लू सिटी?
जोधपुर की सबसे बड़ी खासियत से है कि यहां के ज्यादातर घर नीले रंग से रंगे हुए नजर आते हैं। ऐसा माना जाता है कि पहले ब्राह्मणों ने अपनी पहचान के लिए अपने घरों को नीला रंगना शुरू किया था। दूसरी वजह ये है कि जोधपुर राजस्थान का सबसे गर्म शहर है। और नीला रंग गर्मी को रोकता है। ऐसे में ये रंग गर्मी में घर को ठंडा रखने में मदद करता था। आज यही नीला रंग इस शहर की पहचान बन चुका है। फोटोग्राफरों के लिए ताे ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं है।
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मेहरानगढ़ किला
जोधपुर की पहचान मेहरानगढ़ किले से होती है। ये एक ऊंचे पहाड़ पर स्थित है। बता दें कि ये किला राव जोधा ने 15वीं सदी में बनवाया था। किले के अंदर मोती महल, फूल महल और शीश महल जैसे खूबसूरत महल देखने को मिलते हैं। यहां राजघराने की कला को देखा जा सकता है। यहां से पूरा जोधपुर शहर बहुत ही खूबसूरत नजर आता है।
रंग-बिरंगे बाजार भी हैं फेमस
जोधपुर के बाजार भी किसी रंगोली की तरह ही लगते हैं। क्लॉक टावर के पास का सरदार मार्केट ताे किुछ ज्यादा ही फेमस है। यहां से आप राजस्थानी कपड़े, गहने, मसाले और हैंडीक्राफ्ट आइटम खरीद सकते हैं। साथ ही यहां की लोक संगीत, नृत्य और त्योहार भी इसकी सांस्कृतिक विरासत को और खास बनाते हैं।
जोधपुर में घूमने लायक जगहें
- मेहरानगढ़ किला
- उम्मेद भवन पैलेस
- जसवंत थड़ा
- घंटा घर और सरदार मार्केट
- मंडोर गार्डन
- राव जोधा डेजर्ट रॉक पार्क
- चामुंडा माता मंदिर
- मंडलेश्वर महादेव मंदिर
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Source-
- https://www.incredibleindia.gov.in/en/rajasthan/jodhpur
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