Year Ender 2025: डेलुलू से लेकर स्लो लव तक... इस साल 'डेटिंग' की दुनिया में 8 ट्रेंड्स रहे सबसे आगे
2025 उन सालों में से रहा, जब डेटिंग की दुनिया ने कई नए मोड़ लिए। सोशल मीडिया, नए रिश्तों की सोच और युवाओं के लाइफस्टाइल ने मिलकर ऐसे-ऐसे ट्रेंड्स बनाए ...और पढ़ें

Year Ender 2025: डेटिंग की दुनिया में इस साल क्या-क्या बदला (Image Source: AI-Generated)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। साल 2025 खत्म होने को है और अगर हम पीछे मुड़कर देखें, तो प्यार और डेटिंग का तरीका पूरी तरह बदल चुका है। जहां पहले लोग तुरंत रिश्ते में जुड़ना चाहते थे, वहीं अब 'क्वालिटी' और 'सुकून' की तलाश ज्यादा है। इस साल कुछ नए और अजीबोगरीब शब्द हमारी जुबान पर चढ़े। आइए जानते हैं उन 8 डेटिंग ट्रेंड्स (Top 8 Dating Trends of 2025) के बारे में, जिन्होंने 2025 में कपल्स और सिंगल्स के दिलों पर राज किया।

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डेलुलू
इस साल ‘डेलुलू’ शब्द हर जगह सुनाई दिया। इसका मतलब है अपने मन में रिश्ते की एक ऐसी कल्पना बना लेना, जो असलियत से मेल ना खाती हो। कई लोग किसी के छोटे–छोटे जेस्चर्स को रोमांटिक साइन समझकर खुद ही कहानी गढ़ते रहे। यह ट्रेंड मजेदार भी था, लेकिन रिश्तों में गलतफहमी की वजह भी बना।
स्लो लव
भागदौड़ भरी जिंदगी में अब लोग प्यार में 'ठहराव' चाहते हैं। स्लो लव का मतलब है- जल्दबाजी न करना। लोग अब पहली ही डेट पर सब कुछ तय करने के बजाय, एक-दूसरे को जानने में महीने लगा रहे हैं। यह ट्रेंड 'इंस्टेंट नूडल्स' वाले प्यार के खिलाफ है। जी हां, इसमें दोस्ती और इमोशनल कनेक्शन को फिजिकल अट्रैक्शन से ऊपर रखा जाता है।
माइक्रो-मेंस
महंगे तोहफे और बड़े सरप्राइज अब पुराने हो गए हैं। 2025 में 'माइक्रो-मेंस' यानी छोटे-छोटे रोमानी पलों का जोर रहा। पार्टनर के लिए चाय बनाना, उनका पसंदीदा सॉन्ग भेजना या बस हाथ पकड़कर टहलना- इस साल इन छोटी खुशियों ने बड़े जेस्चर को पीछे छोड़ दिया। यह दिखाता है कि असली प्यार दिखावे में नहीं, बल्कि परवाह में है।
वैल-कोर डेटिंग
इस साल लुक्स से ज्यादा 'वैल्यू' को अहमियत मिली। वैल-कोर डेटिंग का मतलब है- समान विचारधारा वाले को चुनना। अगर आप पर्यावरण को लेकर सजग हैं, तो आप ऐसे पार्टनर को नहीं चुनेंगे जिसे कचरा फैलाने से फर्क न पड़ता हो। राजनीति और सामाजिक मुद्दों पर एक जैसी राय होना अब रिश्तों के लिए जरूरी हो गया है।
फ्यूचर प्रूफिंग
मस्ती-मजाक एक तरफ, लेकिन 2025 में लोग अपने भविष्य को लेकर काफी गंभीर रहे। 'फ्यूचर प्रूफिंग' में लोग डेटिंग के शुरुआती दौर में ही यह देख लेते हैं कि क्या यह पार्टनर लंबे समय तक साथ निभा पाएगा? फाइनेंशियल स्टेबिलिटी और करियर के गोल्स अब डेटिंग चेकलिस्ट का अहम हिस्सा बन गए हैं।
ड्राई डेटिंग
सेहत को लेकर बढ़ती जागरूकता ने ‘ड्राई डेटिंग’ को ट्रेंड बना दिया। इसमें लोग कैफे डेट, मॉर्निंग वॉक, बुक स्टोर विजिट या आर्ट गैलरी जैसी सोबर आउ्टिंग चुनते हैं, ताकि बातचीत और कनेक्शन पर ध्यान रहे।
क्लियर कोडिंग
"वह क्या सोच रहा होगा?" या "उस मैसेज का क्या मतलब था?"- इस साल लोगों ने इन पहेलियों को सुलझाना बंद कर दिया। क्लियर कोडिंग का मतलब है- साफ और सीधी बात। अगर किसी को दिलचस्पी है तो 'हां', और नहीं है तो साफ 'ना'। गोल-मोल बातें करने को इस साल सबसे बड़ा 'रेड फ्लैग' माना गया।
सोलो डेटिंग
आखिर में, सबसे खूबसूरत ट्रेंड- खुद से प्यार करना। सोलो डेटिंग में लोग अकेले ही फिल्म देखने गए, अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट में खाना खाया और खुद को फूल खरीदे। 2025 ने सिखाया कि किसी और के प्यार का इंतजार करने से बेहतर है कि पहले अपनी कंपनी को एन्जॉय किया जाए।
डेलुलू की ड्रीमी डेटिंग से लेकर सोलो डेटिंग की समझदारी तक, साल 2025 के डेटिंग ट्रेंड्स ने साबित कर दिया कि रिश्ते लगातार बदलते हैं। लोग अब अपनी मेंटल हेल्थ, इंडिविजुअलिटी और रियल कनेक्शन को ज्यादा महत्व देने लगे हैं। आने वाले साल में कौन-से नए ट्रेंड्स उभरेंगे, यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा।

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