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    आसमान में बादल छाने के बाद भी द‍िल्‍ली में क्‍यों नहीं हो रही बार‍िश? जानें क्‍या है बढ़ती उमस का कारण

    Updated: Thu, 26 Jun 2025 02:35 PM (IST)

    दिल्ली में मौसम बदलने और काले बादल छाने के बावजूद बारिश न होने से उमस बढ़ गई है। द‍िल्‍ली में बार‍िश न होने के पीछे कई वैज्ञानिक कारण हो सकते हैं। आपको बता दें क‍ि द‍िल्‍ली एक मैदानी इलाका है। ये भी एक कारण है क‍ि यहां बार‍िश हाेने में समय लग रहा है। 

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    द‍िल्‍ली में बार‍िश न होने का कारण।

    लाइफस्‍टाइल डेस्‍क‍, नई द‍िल्‍ली। इन दि‍नों द‍िल्‍ली का मौसम बदला-बदला हुआ नजर आ रहा है। मौसम भी कभी गर्म तो कभी ठंडा हो जाता है। बार‍िश का मौसम बनता है, काले बादल छा जाते हैं, ऐसा लगता है मानो झमझमाकर बार‍िश हो जाएगी। इसके बावजूद लोगों को बार‍िश के ल‍िए तरसना पड़ता है। अगर होती भी है तो बूंदा-बांदी तक ही स‍िमट कर रह जाती है। मौसम व‍िभाग की ओर से न ज‍ाने क‍ितनी बार बार‍िश को लेकर अलर्ट जारी क‍िया गया लेक‍िन सब हवा हवाई न‍िकला।

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    बुधवार को भी द‍िन में काले बादल छाए हुए थे लेक‍िन बार‍िश नहीं हुई। मंगलवार को बार‍िश हुई भी तो इससे उमस बढ़ गई। हालांक‍ि बाकी राज्‍यों में जोरदार बार‍िश देखने को म‍िल रही है। आखि‍र ऐसा क्‍या वैज्ञान‍िक कारण है क‍ि द‍िल्‍ली में मौसम बनने के बावजूद बार‍िश नहीं हो रही है। आज का हमारा लेख भी इसी व‍िषय पर है। हम आपको बताएंगे क‍ि द‍िल्‍ली में बार‍िश न होने के पीछे क्‍या कारण हो सकते हैं। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से -

    बढ़ गई है उमस

    बीते दो द‍िनों में छ‍िटपुट हुई बूंदाबांदी से उमस बढ़ गई है। दरअसल, बार‍िश न होने से सारी गर्मी धरती में समाई हुई है। ऐसे में जरा सी बूंदा-बांदी होने पर जमीन आग उगल देती है। इस कारण गर्मी के साथ-साथ उमस भी बढ़ जाता है।

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    द‍िल्‍ली में बार‍िश न होने के कारण

    • आपको बता दें क‍ि बादलों में पानी की बूंदें मौजूद होती हैं, वो जब तक आपस में मिलकर भारी नहीं हो जातीं, तब तक वे जमीन पर नहीं गिरती हैं। द‍िल्‍ली में अभी के समय में जो आसमान में बादल उमड़ रहे हैं, वो उतने भारी नहीं हैं कि उनसे बारिश हो सके।
    • जैसा क‍ि सभी को मालूम है क‍ि दिल्ली के आसपास कोई समुद्र नहीं है। यानी क‍ि ये एक landlocked एर‍िया है। यहां समुद्र की तरफ से लगातार नमी वाली हवाएं नहीं आतीं हैं। इसी वजह से बादल जल्दी सूख जाते हैं और बारिश नहीं हो पाती है।
    • वहीं दूसरी ओर मानसून का दबाव क्षेत्र यानी क‍ि low-pressure belt दिल्ली में नहीं बल्‍क‍ि साउथ में है। इसका सीधा मतलब है कि मानसून फिलहाल दिल्ली के आसपास कमजोर है। बादल तो पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें वो सपोर्ट नहीं म‍िल पा रहा है क‍ि बादल बरस सकें।
    • द‍िल्‍ली की गर्मी के चर्चे तो दूर-दूर तक हैं। वहीं यहां पर ऊंचाई पर चलने वाली सूखी हवाएं और शहर की गर्मी बादलों के ऊपर उठने नहीं देती हैं। एक ये भी कारण हो सकता है क‍ि बादल तो बन रहे हैं, लेकिन बारिश नहीं हो पा रही है।
    • इसके अलावा कई बार ऊपर की हवा बहुत ठंडी या तो फ‍िर हल्की होती है, ये बादलों को नीचे नहीं ग‍िरने देती हैं। दरअसल, ये बादलों को ऊपर ही रोक कर रखती हैं और बारिश नहीं होने देतीं हैं।
    • बार‍िश न होने का एक और ये कारण हो सकता है जैसे कभी-कभी बादलों में ऊपर से सूखी हवा घुस जाती है। इस कारण बादलों में मौजूद नमी को ये सुखाने का काम करती हैं।
    • दिल्ली एक मैदानी इलाका है। यहां पहाड़ों का असर भी नहीं होता क‍ि वो बादलों को ऊपर उठाकर ठंडा करे। या बार‍िश हाेने दे। आपको बता दें क‍ि पहाड़ी इलाकों में बादल पहाड़ों से टकराकर झमझमाकर बरस जाते ह‍ैं लेक‍िन मैदानी इलाकों में ऐसा नहीं होता है।

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