World Hypertension Day 2025: डॉक्टर ने बताया 6 तरीकों से आपको High BP का मरीज बना सकता है स्ट्रेस
हर साल 17 मई को World Hypertension Day मनाया जाता है ताकि लोगों को High Blood Pressure के खतरे के प्रति जागरूक किया जा सके। यह बीमारी चुपचाप शरीर में घर कर लेती है और जब तक इसके लक्षण दिखाई दें तब तक कई बार यह दिल किडनी या दिमाग पर गंभीर असर डाल चुकी होती है। आइए जानते हैं स्ट्रेस आपके ब्लड प्रेशर पर कैसा असर डालता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल की तेज-रफ्तार जिंदगी में स्ट्रेस यानी तनाव एक आम बात हो गई है। चाहे काम का बोझ हो, घर की जिम्मेदारियां हों या पैसों की टेंशन, स्ट्रेस हर किसी की जिंदगी में थोड़ा-बहुत तो होता ही है। हालांकि, लोग अक्सर इसे मामूली समझकर ध्यान नहीं देते, पर यह हमारी सेहत के लिए, खासकर ब्लड प्रेशर के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है (High Blood Pressure and Stress)।
आइए, 17 मई को मनाए जाने वाले World Hypertension Day 2025 के मौके पर मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, शालीमार बाग के सीनियर डायरेक्टर - इंटरनल मेडिसिन, डॉ. राजीव गुप्ता से उन 6 तरीकों (How Stress Causes Hypertension) के बारे में जानते हैं जिनसे स्ट्रेस आपके ब्लड प्रेशर पर कहर बनकर टूटता है।
स्ट्रेस में हॉर्मोनल बदलाव बढ़ाते हैं बीपी
जब भी हम तनाव में होते हैं, शरीर में कोर्टिसोल और एड्रेनालिन जैसे स्ट्रेस हॉर्मोन का स्तर बढ़ जाता है। ये हॉर्मोन ब्लड वेसल्स को सिकोड़ देते हैं और दिल की धड़कन तेज कर देते हैं। इसका सीधा असर हमारे ब्लड प्रेशर पर पड़ता है और यह बढ़ने लगता है।
नींद की कमी बनती है ब्लड प्रेशर का कारण
तनाव की स्थिति में सबसे पहले असर नींद पर पड़ता है। जब नींद पूरी नहीं होती या बार-बार टूटती है, तो शरीर खुद को रिपेयर नहीं कर पाता। लगातार खराब नींद हाई बीपी का सबसे बड़ा रिस्क फैक्टर बन जाती है।
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अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स और ओवरईटिंग
तनाव के दौरान लोग अक्सर जंक फूड, मीठा या नमकीन ज्यादा खाने लगते हैं। स्ट्रेस ईटिंग से वजन बढ़ता है और साथ ही शरीर में सोडियम की मात्रा भी ज्यादा हो जाती है, जो ब्लड प्रेशर को और बिगाड़ देती है।
एक्टिविटी में कमी, बढ़ता सिटिंग टाइम
जब आप स्ट्रेसफुल होते हैं, तो फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। एक्सरसाइज न करने के कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन स्लो होता है, जिससे हार्ट को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और बीपी बढ़ जाता है।
माइग्रेन और सिरदर्द से भी बढ़ता है स्ट्रेस-बीपी सर्कल
स्ट्रेस से सिरदर्द और माइग्रेन की समस्या भी होती है। ये दर्द खुद एक नया तनाव बनाते हैं। यह एक दुष्चक्र बन जाता है- स्ट्रेस से बीपी बढ़ता है और फिर बीपी से नई परेशानियां।
नेगेटिव सोच और घबराहट से शरीर पर दबाव
स्ट्रेस सिर्फ फिजिकल नहीं, मानसिक रूप से भी शरीर को थका देता है। नेगेटिव सोच, घबराहट, बेचैनी जैसी स्थितियां दिल की धड़कन को तेज करती हैं और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल से बाहर कर देती हैं।
डॉक्टर क्या सलाह देते हैं?
डॉ. राजीव गुप्ता, कहते हैं कि “ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए सिर्फ दवाएं ही नहीं, बल्कि लाइफस्टाइल में बदलाव भी जरूरी है। रेगुलर एक्सरसाइज, मेडिटेशन, बैलेंस डाइट और पर्याप्त नींद जैसे उपाय स्ट्रेस को कम करते हैं और बीपी को कंट्रोल रखते हैं।”
स्ट्रेस कम करने के कुछ आसान तरीके
- दिन में 10-15 मिनट ध्यान या मेडिटेशन करें
- डीप ब्रीदिंग की प्रैक्टिस करें
- हफ्ते में कम से कम 5 दिन वॉक या योग करें
- दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताएं
- जरूरत हो तो प्रोफेशनल काउंसलिंग लें
ध्यार रहे, ब्लड प्रेशर सिर्फ बढ़ी उम्र की समस्या नहीं है, बल्कि आज की तनाव भरी जिंदगी में यह किसी भी उम्र को चपेट में ले सकता है। वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2025 के मौके पर हमें समझना होगा कि अगर स्ट्रेस को समय रहते न रोका जाए, तो यह आपके दिल, दिमाग और शरीर तीनों पर हमला कर सकता है।
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