कहीं High Blood Pressure तो नहीं आपके सिरदर्द की वजह? इन संकेतों से करें इसकी पहचान
हाई ब्लड प्रेशर से होने वाला सिरदर्द एक गंभीर समस्या का संकेत (High Blood Pressure Warning Sign) हो सकता है। अगर आपको सिरदर्द के साथ इस आर्टिकल में बताए संकेत भी महसूस हो रहे हैं तो तुरंत बीपी चेक करना जरूरी है। यह हाई बीपी के कारण हो सकता है जिसका इलाज न करवाना आपके लिए भारी पड़ सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। सिरदर्द (Headache) एक आम समस्या है, जिसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे तनाव, नींद की कमी, माइग्रेन या डिहाइड्रेशन। लेकिन कई बार सिरदर्द हाई ब्लड प्रेशर का भी संकेत (High Blood Pressure Warning Signs) हो सकता है।
जी हां, अगर आपको अक्सर तेज सिरदर्द होता है, तो यह जानना जरूरी है कि यह हाई बीपी के कारण तो नहीं है। आइए जानें कि कैसे पहचानें कि सिरदर्द हाई बीपी की वजह (High Blood Pressure Symptoms) से हो रहा है और इसे मैनेज करने के तरीके क्या हैं।
हाई बीपी से होने वाले सिरदर्द की पहचान कैसे करें? (Headache Due to High Blood Pressure)
हाई ब्लड प्रेशर (140/90 mmHg या ज्यादा) से होने वाला सिरदर्द का कुछ खास संकेतों से पता लगा सकते हैं, जैसे-
- सिर के पिछले हिस्से में दर्द- हाई बीपी से होने वाला सिरदर्द अक्सर सिर के पिछले हिस्से में शुरू होता है और सुबह के समय ज्यादा तेज हो सकता है।
- धड़कन के साथ दर्द- इस प्रकार के सिरदर्द में थ्रोबिंग (धकधकी जैसा) महसूस हो सकती है, जो ब्लड प्रेशर बढ़ने पर और बढ़ जाती है।
- चक्कर आना या धुंधला दिखाई देना- हाई बीपी के दौरान कई बार चक्कर आने लगते हैं या आंखों के सामने धुंधलापन हो सकता है।
- सांस लेने में तकलीफ या सीने में दर्द- अगर सिरदर्द के साथ सीने में दबाव या सांस लेने में परेशानी हो, तो यह हाइपरटेंशन का गंभीर संकेत हो सकता है।
- नाक से खून आना या उल्टी होना- कुछ मामलों में हाई बीपी के कारण नाक से खून आ सकता है या मितली जैसा महसूस हो सकता है।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपना ब्लड प्रेशर चेक करें और डॉक्टर से सलाह लें।
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हाई ब्लड प्रेशर को मैनेज करने के उपाय
नियमित बीपी चेकअप करवाएं
हाई ब्लड प्रेशर को "साइलेंट किलर" कहा जाता है, क्योंकि यह बिना लक्षणों के भी शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए नियमित रूप से अपना बीपी चेक करते रहें, खासकर अगर आपकी उम्र 40 से ज्यादा है या आपके परिवार में हाई बीपी की हिस्ट्री है।
हेल्दी डाइट लें
- नमक कम खाएं- ज्यादा नमक ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, इसलिए हर दिन 5 ग्राम से कम नमक ही लें।
- पोटैशियम वाली डाइट- केला, पालक, शकरकंद और दही जैसे पोटैशियम से भरपूर फूड आइटम्स बीपी कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
- प्रोसेस्ड फूड और तली-भुनी चीजें न खाएं- इनमें सोडियम और अनहेल्दी फैट ज्यादा होता है, जो बीपी बढ़ा सकता है।
नियमित एक्सरसाइज करें
रोजाना कम से कम 30 मिनट की वॉक, योग, साइक्लिंग या स्विमिंग जैसी एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। प्राणायाम और मेडिटेशन भी तनाव कम करने में मददगार हैं।
वजन कंट्रोल करें
मोटापा हाई बीपी का एक अहम कारण है। अगर आपका BMI (बॉडी मास इंडेक्स) 25 से ज्यादा है, तो वजन कम करने के लिए डाइट और एक्सरसाइज पर ध्यान दें।
स्मोकिंग और शराब से परहेज करें
सिगरेट और अल्कोहल ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे बीपी बढ़ता है। इनसे दूर रहकर आप हाइपरटेंशन के रिस्क को कम कर सकते हैं।
तनाव कम करें
तनाव बीपी बढ़ाने का एक बड़ा कारण है। दिन में कुछ समय मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज या अपनी पसंदीदा हॉबी के लिए निकालें।
डॉक्टर की सलाह लें
अगर आपका ब्लड प्रेशर लगातार हाई रहता है, तो डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपको बीपी कंट्रोल करने वाली दवाएं दे सकते हैं, जिन्हें नियमित रूप से लेना जरूरी है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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