Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कांगो में Mystery Disease से 50 लोगों की मौत, लक्षण दिखने के 48 घंटे में जा रही जान

    Updated: Wed, 26 Feb 2025 02:03 PM (IST)

    कांगो (Congo Outbreak) में इन दिनों एक मिस्ट्री डिजीज का मामला सामने आया है। यहां इस बीमारी की वजह से अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीमारी को लेकर अब WHO भी अलर्ट मोड पर है। चमगादड़ खाने के बाद तीन बच्चों में इस बीमारी का सबसे पहले पता चला है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी जरूरी जानकारी।

    Hero Image
    कांगो में मिस्ट्री डिजीज के कहर (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में इन दिनों में एक अज्ञात बीमारी ने लोगों की चिंता बढ़ा रखी है। दरअसल, यहां एक जानलेवा बीमारी ने 50 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो चमगादड़ खाने वाले तीन बच्चों में सबसे पहले इस बीमारी का पता चला था, जिसके बाद अब इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आइए जानते हैं इस बीमारी से जुड़ी सभी जानकारी-

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्या है इस बीमारी के लक्षण?

    यह बीमारी बेहद खतरनाक मानी जा रही है, क्योंकि इसके लक्षण नजर आने के बाद 48 घंटे के अंदर ज्यादातर लोगों को मौत हो रही है। इसके शुरुआती लक्षणों में बुखार, उल्टी और इंटरनल ब्लीडिंग शामिल है। इन हालातों में देखते हुए इस बीमारी को चिंताजनक माना जा रहा है।

    यह भी पढ़ें-  उत्तराखण्ड में सामने आए 100 से ज्यादा Hepatitis C के मामले, यहां जानें इसके लक्षण और फैलने के तरीके

    क्या है यह बीमारी?

    इंटरनल ब्लीडिंग यानी hemorrhagic fever वाले लक्षण आमतौर पर इबोला, डेंगू, मारबर्ग और येलो फीवर जैसे ज्ञात घातक वायरस से जुड़े होते हैं, लेकिन शोधकर्ताओं ने अब तक जमा किए गए एक दर्जन से ज्यादा सैंपल के परीक्षणों के आधार पर इस बीमारी का इन वायरस से कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है।

    डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में इस बीमारी का प्रकोप 21 जनवरी से शुरू हुआ, जिसके बाद अब तक इसके 419 मामले दर्ज किए गए और 53 मौतें हुईं।

    क्या है WHO का कहना?

    इस मिस्ट्री डिजीज पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अफ्रीका कार्यालय का कहना है कि बोलोको गांव में इस बीमारी का प्रकोप तब शुरू हुआ, जब तीन बच्चों ने चमगादड़ खा लिया और 48 घंटों के भीतर उनकी मौत हो गई।

    पहले डिजीज एक्स ने ली थी लोगों की जान

    इससे पहले, कांगो के दूसरे हिस्से में एक रहस्यमयी बीमारी ने दर्जनों लोगों की जान ली थी। इस रहस्यमयी बीमारी को संभावित रूप से मलेरिया माना जा रहा था। इस बीमारी ने 400 से ज्यादा लोगों को बीमार कर दिया और इससे 79 लोगों की मौत हो गई थी। ज्यादातर मामले और मौतें 14 साल से कम उम्र के बच्चों में पाई गईं।

    यह डिजीज एक्स, जो बाद में मलेरिया निकला, उसमें बुखार, खांसी, थकान, सिरदर्द और नाक बहना जैसे सामान्य लक्षण थे। गंभीर लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई, एनीमिया और अक्यूट मेलन्यूट्रिशन के लक्षण शामिल हैं।

    मलेरिया के लक्षण

    बात करें मलेरिया के लक्षणों की, तो इसमें बुखार, ठंड लगना और पसीना आना शामिल है, इसके अन्य लक्षणों सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, मतली और थकान शामिल हैं। वहीं, गंभीर मामले ऑर्गन फेलियर, दौरे आना या कोमा का कारण बन सकते हैं।

    यह भी पढ़ें-  Mizoram में HIV के बढ़ते मामले बने चिंता का कारण, यहां पढ़ें इसके रिस्क फैक्टर और बचाव के तरीके