कार्डियक अरेस्ट ट्रिगर कर सकते हैं नॉर्मल लगने वाले ये 7 फैक्टर्स, मामूली समझकर न करें इग्नोर
हाल ही में एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला की कार्डियक अरेस्ट के कारण मौत हो गई। इसके बाद से ही लोगों में इस बात को लेकर चर्चा जारी है कि आखिर कार्डियक अरेस्ट के मामले इतने बढ़ क्यों रहे हैं। आपको बता दें कि इसके पीछे कई कारण (Cardiac Arrest Risk Factors) हो सकते हैं लेकिन कुछ रिस्क फैक्टर्स ऐसे हैं जिन्हें हम मामूली समझकर इग्नोर कर देते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है, जिसमें दिल की धड़कन अचानक बंद हो जाती है। यह समस्या किसी को भी, किसी भी उम्र में हो सकती है। पिछले कुछ सालों में इसके कई मामले सामने आए हैं, जो इस ओर इशारा करते हैं कि हम अपने दिल का ख्याल नहीं रख रहे हैं। कुछ ऐसे सामान्य लगने वाले फैक्टर्स (Cardiac Arrest Risk Factors) हैं, जो कार्डियक अरेस्ट को ट्रिगर कर सकते हैं, लेकिन लोग अक्सर इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। इसलिए इन फैक्टर्स के बारे में जानना जरूरी है। आइए जानें कार्डियक अरेस्ट ट्रिगर कर सकने वाले फैक्टर्स।
स्ट्रेस और एंग्जायटी
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस एक आम समस्या बन गई है। लंबे समय तक तनाव में रहने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल पर दबाव पड़ता है। अचानक बहुत ज्यादा स्ट्रेस, जैसे- बुरी खबर सुनना या कोई दुर्घटना एड्रेनालाईन हार्मोन के लेवल को बढ़ाकर कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकती है।
नींद की कमी
पूरी नींद न लेना दिल के लिए हानिकारक हो सकता है। नींद की कमी से ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और मोटापे का खतरा बढ़ता है, जो कार्डियक अरेस्ट के अहम कारण हैं। रात में 6-7 घंटे से कम सोने वाले लोगों में दिल की बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है।
यह भी पढ़ें: कार्डियक अरेस्ट आने पर दिखाई देते हैं ये 8 लक्षण, जान बचाने के लिए तुरंत पहचान करना है जरूरी
बहुत ज्यादा फिजिकल लेबर
व्यायाम करना सेहत के लिए अच्छा है, लेकिन अचानक बहुत ज्यादा फिजिकल लेबर करने से दिल पर जोर पड़ सकता है। खासकर जो लोग पहले से एक्सरसाइज नहीं करते, उन्हें एकदम से भारी वर्कआउट नहीं करना चाहिए। कभी-कभी ज्यादा थकान या डिहाइड्रेशन के कारण भी कार्डियक अरेस्ट हो सकता है।
स्मोकिंग और शराब पीना
सिगरेट और अल्कोहल दिल के लिए बेहद खतरनाक है। स्मोकिंग से आर्टरीज सख्त होती हैं और दिल को ऑक्सीजन कम मिलती है। इसी तरह, ज्यादा शराब पीने से हार्ट रिदम अनियमित हो सकता है, जिससे कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है।
डिहाइड्रेशन
शरीर में पानी की कमी होने से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है और इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस हो सकता है। यह हार्ट रेट को प्रभावित कर सकता है और कार्डियक अरेस्ट को ट्रिगर कर सकता है। इसलिए भरपूर मात्रा में पानी पीना जरूरी है।
कुछ दवाएं और एनर्जी ड्रिंक्स
कुछ दवाएं, जैसे कि कुछ पेनकिलर्स या एंटीडिप्रेसेंट्स, भी हार्ट रेट को प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा, एनर्जी ड्रिंक्स में मौजूद कैफीन और अन्य पदार्थ दिल की धड़कन को अनियमित कर सकते हैं, जिससे कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ सकता है।
अचानक ठंडा पानी या ठंड के संपर्क में आना
कुछ मामलों में, अचानक ठंडे पानी से नहाने या ज्यादा ठंड के कॉन्टेक्ट में आने से शरीर में शॉक लग सकता है, जिससे हार्ट बीट रुक सकती है। यह खासकर उन लोगों के लिए खतरनाक है जिन्हें पहले से ही दिल से जुड़ी समस्याएं हैं।
यह भी पढ़ें: आखिर कितना खतरनाक है Cardiac Arrest, जिसके कारण Shefali Jariwala की हुई मौत? जानें बचाव के तरीके
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।