Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़ जाता है Anemia का खतरा, इन लक्षणों से करें इसकी शुरुआती स्टेज में पहचान

    Updated: Fri, 30 May 2025 09:21 AM (IST)

    प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए खुशी का समय है पर इस दौरान शरीर में कई बदलाव आते हैं। शिशु और मां दोनों के सही पोषण के लिए आयरन फॉलिक एसिड और विटामिन-बी12 जरूरी हैं जिनकी कमी से एनीमिया (Anemia During Pregnancy) का खतरा बढ़ जाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान एनीमिया ज्यादा खतरनाक हो सकता है। आइए जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीके।

    Hero Image
    Pregnancy Anemia: प्रेग्नेंसी में क्यों बढ़ जाता है एनीमिया का रिस्क? (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Pregnancy Anemia: प्रेग्नेंसी किसी भी महिला के लिए बेहद खुशनुमा सफर होता है, लेकिन इस दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं। इन बदलावों की वजह से शरीर की जरूरतें भी बदलने लगती हैं, जिन पर ध्यान देना बच्चे और मां, दोनों की सेहत के लिए जरूरी है। शरीर को सही पोषण देने के लिए डाइट में भरपूर मात्रा में आयरन, फॉलिक एसिड और विटामिन-बी12 होना जरूरी है। इनकी कमी के कारण एनीमिया (Anemia During Pregnancy) होने का रिस्क काफी बढ़ जाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आपको बता दें कि प्रेग्नेंसी के दौरान कई महिलाओं को एनीमिया का सामना करना पड़ता है, जो ज्यादातर गांव या आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं में देखने को मिलता है। इस समस्या का अगर सही वक्त पर इलाज न किया जाए, तो मां और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो सकता है। आइए जानें कि प्रेग्नेंसी के दौरान क्यों एनीमिया हो सकता है, इसके लक्षण (Pregnancy Anemia Symptoms) कैसे होते हैं और इससे बचाव (Anemia Prevention Tips) के लिए क्या किया जा सकता है।

    क्या होता है प्रेग्नेंसी एनीमिया? 

    एनीमिया एक ऐसी हेल्थ कंडिशन है, जिसमें शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी होने लगती है। हीमोग्लोबिन रेड ब्लड सेल्स में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है, जो शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन कैरी करता है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई की ज्यादा जरूरत होती है। इसलिए हीमोग्लोबिन की भी ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन अगर शरीर में हीमोग्लोबिन का लेवल 11gm/dL से कम हो, तो इसे प्रेग्नेंसी एनीमिया कहा जाता है।

    यह भी पढ़ें: खून की कमी होने पर शरीर देता है 5 जरूरी संकेत, WHO की सलाह मानकर गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं आप

    प्रेग्नेंसी के दौरान क्यों हो सकता है एनीमिया? (Causes of Anemia during Pregnancy)

    प्रेग्नेंसी के दौरान एनीमिया होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे आयरन, विटामिन-बी12 और फॉलेट की कमी। इसके अलावा, ज्यादा ब्लीडिंग या किसी पुरानी बीमारी के कारण भी एनीमिया हो सकता है।

    • आयरन की कमी (Iron Deficiency Anemia)- प्रेग्नेंसी के दौरान शिशु के विकास के लिए शरीर को सामान्य से ज्यादा आयरन की जरूरत होती है। ऐसे में अगर महिला की डाइट में आयरन से भरपूर फूड्स को शामिल नहीं किया जाए, तो एनीमिया होने का रिस्क रहता है।
    • फोलिक एसिड की कमी (Folic Acid Deficiency)- फॉलिक एसिड रेड ब्लड सेल्स बनाने के लिए काफी जरूरी होता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो एनीमिया होने का रिस्क बढ़ जाता है।
    • विटामिन-बी12 की कमी- विटामिन-बी12 का सबसे अच्छा सोर्स नॉन-वेज फूड्स है। इसलिए शाकाहारी महिलाओं में विटामिन-बी12 की कमी होने का रिस्क ज्यादा रहता है।
    • खून की कमी- प्रेग्नेंसी के पहले पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग या किसी दूसरे कारणों से ज्यादा ब्लीडिंग होती है, तो एनीमिया की समस्या हो सकती है।
    • क्रोनिक डिजीज- किडनी या लीवर की बीमारी, थैलेसीमिया जैसी हेल्थ कंडिशन भी एनीमिया का कारण बन सकती है।

    प्रेग्नेंसी में होने वाले एनीमिया के लक्षण कैसे होते हैं? (Symptoms of Pregnancy Anemia)

    • थकान और कमजोरी महसूस होना
    • सांस लेने में तकलीफ (छोटे-छोटे काम में ही सांस फूलना)
    • त्वचा, नाखून और आंखों का पीला पड़ना
    • स्किन डाइनेस
    • जीभ पर छाले
    • चक्कर आना या सिरदर्द होना
    • दिल की धड़कन तेज होना
    • हाथ-पैरों में ठंडापन महसूस होना
    • भूख न लगना
    • रेस्ट लेग सिंड्रोम

    प्रेग्नेंसी में एनीमिया से बचाव के उपाय (Anemia Prevention Tips)

    • आयरन से भरपूर डाइट- प्रेग्नेंट महिलाओं की डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर, अनार, दाल, अंडे, लीन मीट आदि को शामिल करना चाहिए।
    • फॉलिक एसिड और विटामिन-बी12- डाइट में विटामिन-बी12 से भरपूर फूड्स, जैसे-अंडे, मछली, मीट, फॉर्टिफाइड दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करना चाहिए।
    • विटामिन-सी- आयरन के अब्जॉर्प्शन के लिए विटामिन-सी जरूरी है। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं की डाइट में संतरा, नींबू, आंवला, टमाटर आदि शामिल होने चाहिए।
    • रेगुलर हेल्थ चेकअप- प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित रूप से हीमोग्लोबिन की जांच करवाते रहना चाहिए, ताकि अगर एनीमिया हो भी, तो वक्त रहते पता चल जाए।
    • सप्लीमेंट्स- अगर डाइट से आयरन और विटामिन-बी12 की पूर्ति नहीं हो पा रही है, तो डॉक्टर की सलाह से आयरन और विटामिन-बी12 के सप्लीमेंट्स ले सकती हैं।

    यह भी पढ़ें: शरीर में Iron की कमी पूरी करने के लिए पिएं 5 ड्रिंक्स, तेजी से बढ़ने लगेगा हीमोग्लोबिन! 

    Source: 

    Cleveland Clinic: https://my.clevelandclinic.org/health/diseases/23112-anemia-during-pregnancy#symptoms-and-causes

    comedy show banner
    comedy show banner