ब्रेन हेल्थ दुरुस्त करने के लिए किस तरह की शुगर है सही? इनसे बचकर रहने में ही है समझदारी
हमारे शरीर में दिमाग ही एक ऐसा अंग है जो सबसे ज्यादा एनर्जी का इस्तेमाल करता है और इसके लिए ग्लूकोज ही सबसे बड़ा सोर्स है। लेकिन जरूरत से ज्यादा शुगर ब्रेन हेल्थ पर बुरा असर डाल सकती है। इसकी वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। वैसे तो शुगर को हेल्थ के लिए किसी खलनायक से कम नहीं माना जाता, लेकिन ब्रेन न्यूरॉन्स को एनर्जी देने के लिए ग्लूकोज ही सबसे अहम है। हाल में हुई कई सारी रिसर्च बताती है कि एडेड शुगर और स्वीटनर का सेहत पर बेहद ही बुरा प्रभाव पड़ता है।
इसकी ज्यादा मात्रा लेने से डिमेंशिया और मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का खतरा 30% तक बढ़ जाता है। ऐसे में किस तरह की शुगर लेना ब्रेन हेल्थ के लिए सही है, इस आर्टिकल में जानेंगे।
शुगर ऐसे डालती है असर
- बौद्धिक क्षमता कम होने लगती है
- मेमोरी कमजोर पड़ने लगती है
- एकाग्रता या अटेंशन में कमी
- ब्रेन में सूजन
मूड पर भी पड़ता है असर
- इमोशनल प्रोसेसिंग पर प्रभाव: ब्रेन इमेजिंग स्टडी के अनुसार सेहतमंद लोगों में ब्लड ग्लूकोज बढ़ने की वजह से इमोशन को सही तरीके से प्रोसेस करने की क्षमता कम हो जाती है।
- एंग्जाइटी बढ़ती है: डायबिटीज केयर में प्रकाशित एक स्टडी बताती है कि टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ब्लड शुगर बढ़ने से उदासी और एंजाइटी बढ़ जाती है।
- डिप्रेशन का खतरा: शुगर और डिप्रेशन के कनेक्शन को लेकर हुई स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि जो लोग ज्यादा मात्रा में शुगर लेते हैं उनमें डिप्रेशन होने का खतरा ज्यादा होता है।
इनमें शुगर की मात्रा होती है ज्यादा
- प्रोसेस्ड फूड
- हाई शुगर फूड
- सीरियल, डोनट और व्हाइट ब्रेड
- आलू
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड
इस कैटेगरी में आने वाले फूड आयटम लोगों को ब्लड शुगर नियंत्रित करने और वजन को कम करने में मदद करते हैं। इसमें शामिल है:
- मौसमी सब्जियां और फल
- डेयरी
- नट्स
- दालें और फलियां
एडेड शुगर वाली चीजों से बचें
एक स्टडी के अनुसार जो लोग रोजाना 100 ग्राम से अधिक शुगर वाली चीजें लेते हैं उन्हें डिप्रेशन होने या ब्रेन से जुड़ी समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए ऐसे फूड आइटम से बचने की कोशिश करनी चाहिए जिसमें एडेड शुगर हो।
ऐसे में नेचुरल शहद एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है क्योंकि इसमें दूसरे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे कि पॉलीफेनॉल। कुछ स्टडी में इसे ब्रेन हेल्थ के लिए अच्छा माना गया है। कुछ और प्रकार के नेचुरल स्वीटनर भी लोग अपनी डाइट में इस्तेमाल करते हैं।
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