गर्मी में आप भी खाते हैं ज्यादा नॉनवेज, तो हो जाएं सावधान! हो सकतें हैं 5 बड़े नुकसान
गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है। गर्मी में नॉनवेज पूरी तरह से छोड़ना जरूरी नहीं लेकिन आपको इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। अगर आपने अधिक मात्रा में इसका सेवन कर लिया तो आपकी सेहत को गंभीर नुकसान हो सकते हैं। हमने आपको गर्मियों में ज्यादा नॉनवेज खाने के नुकसान के बारे में बताया है। आइए जानते हैं विस्तार से-

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। गर्मियां शुरू हो चुकी हैं। इन दिनों सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। खानपान पर तो विशेष रूप से ध्यान देना होता है। जरा सी चूक होने पर आपको गंभीर बीमारियां जकड़ सकती हैं। कई लोगों का दिन तो बिना नॉनवेज के पूरा नहीं होता है। वैसे तो अंडे में प्रोटीन पाया जाता है। ये आपकी सेहत को फायदा भी पहुंचाता है। लेकिन गर्मियों में जरूरत से ज्यादा नॉनवेज खाने से आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। गर्मियों में शरीर को ठंडक प्रदान करने की जरूरत होती है। ऐसे में अंडे, मांस-मछली या चिकन-मटन खाने से आपके शरीर का तापमान बढ़ सकता है। इससे आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आप भी गर्मियों में ज्यादा नॉनवेज खाते हैं तो इससे आपको क्या नुकसान हो सकते हैं, ये हम आपको अपने इस लेख में विस्तार से बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं-
पाचन संबंधी समस्याएं
गर्मियों में ज्यादा नॉनवेज खाने से सबसे आम समस्या होती है अपच या गैस बनना। अधिक प्रोटीन युक्त भोजन गर्मियों में पचाने में मुश्किल होता है, जिससे एसिडिटी, पेट दर्द और गैस की समस्या हो सकती है। आपको इससे बचना चाहिए।
शरीर में गर्मी का बढ़ना
नॉनवेज को 'हीटिंग फूड' माना जाता है। यह शरीर में गर्मी पैदा करने का काम करता है। गर्मियों में पहले से ही वातावरण गर्म होता है, ऐसे में नॉनवेज खाने से शरीर का तापमान और बढ़ सकता है, जिससे डिहाइड्रेशन या हीट स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है।
फूड पॉइजनिंग का खतरा
गर्मियों में बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। अगर नॉनवेज को ठीक से स्टोर या पकाया न जाए, तो इससे फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है।
स्किन प्रॉब्लम्स और पसीने की बदबू
ज्यादा नॉनवेज खाने से शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ जाते हैं। इससे पिंपल्स, स्किन एलर्जी और बदबूदार पसीने की समस्या हो सकती है। गर्मियों में यह स्थिति और बिगड़ जाती है।
पानी की कमी और थकान
नॉनवेज पचाने में थोड़ा मुश्किल होता है। इसके लिए शरीर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे शरीर में एनर्जी कम हो जाती है और व्यक्ति थका-थका महसूस करता है। साथ ही, शरीर में पानी की कमी भी हो सकती है।
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