कब्ज को कहें गुडबाय! डाइट में इन 5 फूड्स को जगह देने से फ्रेश होने में नहीं होगी परेशानी
अगर आप भी अक्सर कब्ज और पाचन से जुड़ी दिक्कतों से परेशान रहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। जी हां एक इंस्टाग्राम रील के जरिए हार्वड के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ सेठी ने ऐसे 5 फूड्स (Foods For Constipation Relief) के बारे में बताया है जिन्हें डेली डाइट में जगह देने से आपको फ्रेश होने में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। क्या आपको सुबह फ्रेश होने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है और यह समस्या आपकी दिनचर्या पर असर डाल रही है? अगर हां, तो यह आर्टिकल आपको जरूर पढ़ना चाहिए। दरअसल, कब्ज एक आम समस्या है जिससे कई लोग जूझते हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि अपनी डाइट में कुछ बदलाव करके आप इस परेशानी से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकते हैं।
आज हम आपको ऐसे 5 शानदार फूड्स (Constipation Relief Foods) के बारे में बताएंगे, जिन्हें अपनी रोजाना की डाइट में शामिल करने से आपका डाइजेशन बेहतर होगा और फ्रेश होने में कोई परेशानी नहीं होगी।
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कीवी
यह छोटा-सा फल पोषक तत्वों से भरपूर होता है। कीवी में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो पाचन तंत्र को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। यह मल को नरम बनाने में मददगार है, जिससे पेट साफ करना आसान हो जाता है। ऐसे में, रोजाना एक या दो कीवी खाने से आपको कब्ज में काफी राहत मिल सकती है।
प्रून्स
प्रून्स यानी सूखे आलूबुखारे भी कब्ज के लिए एक आजमाया हुआ घरेलू उपाय हैं। इनमें अच्छी मात्रा में फाइबर होता है, साथ ही इनमें सोर्बिटोल नामक एक नेचुरल लेक्सेटिव भी होता है। बता दें, यह दोनों मिलकर आंतों की गति को उत्तेजित करते हैं और फ्रेश होने को आसान बनाते हैं। इसलिए, रात में कुछ प्रून्स भिगोकर सुबह खाने से आपको बेहतरीन रिजल्ट्स मिल सकते हैं।
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नाशपाती
नाशपाती एक और बेहतरीन फल है जो कब्ज से राहत दिला सकता है। इसमें फाइबर और पानी की अच्छी मात्रा होती है। फाइबर मल को भारी बनाता है और पानी उसे नरम करता है, जिससे वह आसानी से निकल जाता है। नाशपाती में फ्रुक्टोज और सोर्बिटोल भी होते हैं जो हल्के रेचक के रूप में काम कर सकते हैं। इसे आप सीधे खा सकते हैं या सलाद में शामिल कर सकते हैं।
सेब
आपने सुना ही होगा, "रोजाना एक सेब डॉक्टर को दूर रखता है।" बता दें, यह बात पाचन पर भी लागू होती है। सेब में पेक्टिन नामक घुलनशील फाइबर होता है। यह फाइबर पानी को सोखकर एक जेल बनाता है, जो मल को नरम करने में मदद करता है। सेब को छिलके समेत खाने से मैक्सिमम फाइबर मिलता है।
कॉफी
कई लोगों के लिए, सुबह की कॉफी सिर्फ नींद भगाने का काम नहीं करती, बल्कि यह पेट साफ करने में भी मदद करती है। कॉफी में मौजूद कैफीन आंतों की मांसपेशियों को एक्टिव कर सकता है, जिससे मल त्याग में आसानी होती है। हालांकि, यह सबके लिए काम नहीं करता और कुछ लोगों के लिए यह डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए।
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