टॉयलेट सीट से भी ज्यादा गंदी हो सकती है आपकी पानी की बोतल, यहां पढ़ें कितने दिनों में करें इसे साफ
क्या आप जानते हैं कि आपकी साफ दिखने वाली पानी की बोतल में भी लाखों कीटाणु छिपे हो सकते हैं? जी हां, पानी की बोतल, खासकर उसके ढक्कन में कई बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं, जो कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि बोतल को कितने दिनों में साफ करना चाहिए।

पानी की बोतल की सफाई के लिए सही नियम क्या है? (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हममें से कई लोग अपनी रीयूजेबल पानी की बोतल को रोज भरते हैं, लेकिन शायद ही रोज धोते हों। बाहर से बोतल साफ दिखती है, इसलिए अक्सर हम मान लेते हैं कि अंदर भी सब ठीक है। लेकिन इस साल हुई एक स्टडी कुछ ही कहती है।
इस स्टडी में पाया गया है कि अगर बोतल को नियमित रूप से साफ न किया जाए, तो उसमें टॉयलेट सीट से भी ज्यादा बैक्टीरिया पनप सकते हैं। जी हां, ऐसी बोतल में पानी पीना आपकी सेहत के लिए हानिकारक (Harms of Dirty Water Bottle) हो सकता है। इसलिए आइए जानें कि बोतल को कितने में धोना चाहिए और कैसे।
सिर्फ पानी भरने से भी गंदी हो सकती है बोतल
हर बार जब आप बोतल का ढक्कन खोलते हैं या उससे पानी पीते हैं, तब आपके मुंह और हाथों से कीटाणु उसमें चले जाते हैं। ये कीटाणु बोतल के कोनों, ढक्कन, स्ट्रॉ और नॉजल्स में आसानी से जम जाते हैं। इन जगहों पर नमी बनी रहने के कारण फफूंद और बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं।

(AI Generated Image)
बोतल कितनी बार धोनी चाहिए?
हर रोज बोतल धोना सबसे बेहतर है। अगर रोजाना धोना मुमकिन नहीं हो, तो कम से कम हफ्ते में एक बार डीप क्लीन जरूर करें। जिन लोगों की बोतल में सिर्फ सादा पानी रहता है, वे दो दिन में एक बार धो सकते हैं। अगर आप उसमें एनर्जी ड्रिंक, जूस या शेक डालते हैं, तो रोज सफाई करना जरूरी है।
सही तरीके से बोतल साफ कैसे करें?
- साधारण सफाई- गुनगुने साबुन वाले पानी से बोतल, ढक्कन और स्ट्रॉ को अच्छी तरह स्पंज या ब्रश से रगड़ें।
- डीप क्लीन- रातभर विनेगर, बेकिंग सोडा या डेंचर क्लीनिंग टैबलेट वाले घोल में भिगोकर रखें और सुबह गर्म पानी से धो लें। स्ट्रॉ या नॉजल्स के लिए पतले पाइप ब्रश या क्लीनर का इस्तेमाल करें, ताकि कोनों में फंसी गंदगी निकल सके।
अगर बदबू या फफूंद दिखे तो?
ऐसे में बोतल को तुरंत खाली करें और अच्छी तरह साफ करें। आप चाहें तो उसे विनेगर सॉल्यूशन में भिगोकर बोतल को अच्छी तरह धो सकते हैं। अगर बोतल में बार-बार फफूंद जमने लगे, तो नई बोतल ले लें। साथ ही, डिस्पोजेबल प्लास्टिक बोतलों को बार-बार रीफिल करने से बचें, क्योंकि वे लंबे समय तक सुरक्षित नहीं रहतीं।
गंदी बोतल से हो सकते हैं स्वास्थ्य संबंधी नुकसान
अगर बोतल को कई दिनों तक बिना धोए इस्तेमाल किया जाए, तो उसमें पनपने वाले जीवाणु शरीर में जा सकते हैं। इससे पेट दर्द, गले में खराश, एलर्जी या अस्थमा जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। कई अध्ययनों में बोतलों की भीतरी सतह पर बायोफिल्म (एक चिपचिपी परत) पाई गई है, जिसमें ई. कोली और स्टैफिलोकोकस जैसे हानिकारक कीटाणु मौजूद होते हैं।

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