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    सावधान! 30 की उम्र से पहले भी हो सकता है कोलन कैंसर, दिखते ही पहचान लें ये 5 साइलेंट लक्षण

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 07:30 PM (IST)

    कम उम्र में कोलन कैंसर के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं, जो चिंता का विषय है। यह बीमारी अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि युवाओं को भी प्रभावित कर रही है। बचाव के लिए इसके संकेतों की समय पर पहचान, बैलेंस्ड डाइट और समय-समय पर मेडिकल चेकअप बेहद जरूरी हैं। आइए जानते हैं कोलन कैंसर के कुछ शुरुआती संकेत। 

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    युवाओं में तेजी से बढ़ रहा है कोलन कैंसर, इन लक्षणों पर दें ध्यान (Picture Credit- Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल बदलती लाइफस्टाइल, गलत खानपान और बढ़ते स्ट्रेस की वजह से कई गंभीर बीमारियां पहले से कम उम्र में दिखाई देने लगी हैं। इनमें से एक है कैंसर, जिसके बारे में जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 7 नवंबर को नेशनल कैंसर अवेयरनेस मंथ मनाया जाता है।

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    कैंसर के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से एक कोलन कैंसर है। पहले यह बीमारी ज्यादातर 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में पाई जाती थी, लेकिन अब 20 से 40 वर्ष तक के युवाओं में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। शुरुआती लक्षणों को पहचानना और समय पर जांच कराना बेहद जरूरी है, वरना देर होने पर इलाज मुश्किल हो सकता है। यहां इसपर विशेष जानकारी दी गई है आईए जानते हैं इनके बारे में-

    कोलन कैंसर के 7 लक्षण जिन्हें कभी न करें इग्नोर

    • लगातार पेट दर्द और ऐंठन- बार-बार पेट में दर्द, गैस या ऐंठन होना नॉर्मल प्रॉब्लम लग सकती है, लेकिन यह कोलन कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है।
    • पेट साफ होने में दिक्कत- बार-बार कब्ज, दस्त या अचानक पेट साफ करने में बदलाव नजर आए तो हल्के में न लें।
    • मल में खून आना- स्टूल के साथ खून का निकलना या काला मल आना गंभीर चेतावनी है।
    • अचानक वजन कम होना- बिना किसी कारण के तेजी से वजन घट जाना शरीर में गंभीर बीमारी का संकेत देता है।
    • लगातार थकान और कमजोरी- पर्याप्त नींद लेने के बाद भी शरीर में कमजोरी रहना आयरन की कमी और कैंसर का लक्षण हो सकता है।
    • पेट में सूजन या फुलाव- लंबे समय तक पेट फूला रहना या भारीपन महसूस होना भी एक संकेत है।
    • भूख कम लगना- नियमित रूप से भूख न लगना और खाना खाते समय जल्दी पेट भरने का अहसास होना ध्यान देने योग्य है।

    बचाव के तरीके

    कोलन कैंसर से बचाव के लिए लाइफस्टाइल और खानपान पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। साथ ही निम्न बातों का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। 

    • फाइबर युक्त आहार- रोजाना डाइट में साबुत अनाज, हरी सब्जियां और फल शामिल करें।
    • रेड मीट और प्रोसेस्ड फूड से दूरी- इनका ज्यादा सेवन कोलन कैंसर का खतरा बढ़ाता है।
    • पर्याप्त पानी पिएं- शरीर को हाइड्रेटेड रखना पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।
    • नियमित व्यायाम- रोजाना कम से कम 30 मिनट योग, वॉक या कोई भी फिजिकली एक्टीविटी करें।
    • धूम्रपान और शराब से परहेज- ये आदतें कैंसर के खतरे को कई गुना बढ़ा देती हैं।
    • नियमित स्वास्थ्य जांच- खासकर अगर परिवार में कैंसर का इतिहास है तो समय-समय पर कोलोनोस्कोपी और अन्य जांच करवाना न भूलें।
    • स्ट्रेस कम करें- मेडिटेशन, प्राणायाम और पर्याप्त नींद से मेंटल हेल्थ अच्छा रहता है और बीमारियों का खतरा घटता है।

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