Mumps outbreak in Mumbai: क्या है मंप्स जिसके मुंबई में तेजी से बढ़ रहे मामले, जानें इसके लक्षण,कारण और बचाव
Mumps outbreak in Mumbai इस साल कई बीमारियां देश-विदेश में चिंता का विषय बनी रहीं। इसी बीच अब एक और बीमारी ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसलबीते कुछ समय में मुंबई समेत देश के अन्य शहरों में मंप्स के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। यह संक्रमण बच्चों को लगातार अपनी चपेट में ले रहा है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी जरूरी बातें
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। इस साल विभिन्न बीमारियां देश ही नहीं दुनिया में भी चिंता का विषय बनी रहीं। पिछले कुछ दिनों से जहां चीन में रहस्यमयी निमोनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, तो वहीं अब साल के आखिर में भारत के कुछ राज्यों में एक बीमारी फिर चिंता का विषय बन गई है। दरअसल, महाराष्ट्र (Mumps outbreak in Mumbai), हैदराबाद और तेलंगाना राज्यों के बच्चों में तेजी से मंप्स (Mumps) के मामले बढ़ रहे हैं। इस बीमारी के मामलों में होती बढ़ोतरी ने सभी को चिंता में जाल दिया है।
ऐसे में जरूरी है कि इस इससे बचाव के लिए सही कदम उठाए जाए और उससे पहले इस गंभीर बीमारी के बारे में सही जानकारी हासिल की जाए। इसी क्रम में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे मंप्स से जुड़ी वह सभी बातें, जो आपके लिए जानना जरूरी है।
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मंप्स क्या है?
क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक मंप्स एक संक्रामक रोग है, जो मंप्स वायरस के कारण होता है, जो पैरामाइक्सोवायरस नामक वायरस के ग्रुप से संबंधित है। यह बीमारी सिरदर्द, बुखार और थकान जैसे हल्के लक्षणों से शुरू होती है, लेकिन फिर यह आम तौर पर कुछ सलाइवरी ग्लैंड्स (पैरोटाइटिस) में गंभीर सूजन की वजह बन जाता है, जिसके कारण गाल फूल जाते हैं और जबड़ा सूजा हुआ हो जाता है।
मंप्स बचपन की एक बहुत ही आम बीमारी हुआ करती थी। हालांकि, 1967 में इसका टीका उपलब्ध होने के बाद, इसके मामलों की संख्या में काफी कमी आई। हालांकि, इसका प्रकोप अभी भी होता है।
मंप्स के लक्षण क्या हैं?
मंप्स के शुरुआती लक्षण अक्सर हल्के होते हैं। बहुत से लोगों में कोई लक्षण नहीं होते और उन्हें पता भी नहीं होता कि वे संक्रमित हैं। मंप्स के हल्के लक्षणों में निम्न शामिल हो सकते हैं:-
- बुखार
- सिरदर्द
- थकान
- भूख में कमी
- मांसपेशियों में दर्द
कुछ दिनों के बाद, आपकी पैरोटिड ग्लैंड्स में दर्दनाक सूजन हो सकती है। सूजन, जिसे पैरोटाइटिस के नाम से जाना जाता है, आपके चेहरे के एक या दोनों तरफ हो सकती है। मंप्स का यह क्लासिक संकेत "चिपमंक गाल" जैसा दिखता है, क्योंकि आपके गाल फूल जाते हैं और आपका जबड़ा सूज जाता है। मंप्स के 70% से अधिक मामलों में पैरोटाइटिस होता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि कई अलग-अलग वायरस और बैक्टीरिया पैरोटाइटिस का कारण बन सकते हैं। इसलिए इसका मतलब यह है कि हमेशा मंप्स वायरस से यह संक्रमण नहीं होता है।
मंप्स के गंभीर लक्षण-
- पेट दर्द
- इल्युजन
- तेज बुखार
- दौरे पड़ना
- उल्टी आना
- गर्दन में अकड़न
- भयंकर सरदर्द
मंप्स का कारण क्या है?
मंप्स वायरस, जो एक प्रकार का पैरामाइक्सोवायरस है, मंप्स का कारण बनता है। यह वायरस संक्रमित लार के सीधे संपर्क में आने या संक्रमित व्यक्ति के नाक, मुंह या गले से निकलने वाली रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। संक्रमित व्यक्ति इन तरीकों मंप्स वायरस फैला सकता है:-
- छींकना, खांसना या बात करना
- संक्रमित लार वाली वस्तुएं- जैसे खिलौने, कप और बर्तन साझा करना
- खेल, डांस, किस या किसी ऐसी एक्टिविटी भाग लेना जिसमें दूसरों से निकट संपर्क हो
किन लोगों को ज्यादा खतरा-
कुछ लोगों में मंप्स होने का खतरा दूसरों की तुलना में ज्यादा होता है। ऐसे लोगों में निम्न शामिल हैं:-
- कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोग
- जो लोग अंतरराष्ट्रीय यात्रा करते हैं
- जिन लोगों को इस वायरस का टीका नहीं लगा
- कॉलेज परिसरों जैसे नजदीकी इलाकों में रहने वाले लोग
मंप्स का इलाज कैसे किया जाता है?
मंप्स के लिए कोई विशेष उपचार नहीं है। आम तौर पर यह कुछ हफ्तों के अंदर अपने आप ही ठीक हो जाता है। हालांकि, कुछ उपायों की मदद से मंप्स के लक्षणों को कम किया जा सकता है। आप निम्न तरीके से मंप्स से पीड़ित व्यक्ति की मदद कर सकते हैं-
- अधिक मात्रा में तरल पदार्थ पिएं
- गुनगुने नमक वाले पानी से गरारे करें
- मुलायम, आसानी से चबाने वाला खाना खाएं
- एसिडिक फूड्स से बचें, जो आपके मुंह में पानी लाते हैं
- सूजी हुई ग्रंथियों पर बर्फ या हीट पैक रखें
- बुखार कम करने और दर्द से राहत पाने के लिए डॉक्टर की सलाह पर दवा लें
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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