हेल्दी रहने के लिए रोजाना चल रहे हैं 10,000 कदम! तो पहले जान लें सेहत पर इसका असर
क्या 10000 कदम चलना सेहत के लिए जरूरी है? जानिए रोजाना 10000 कदम चलने के फायदे और नुकसान। इस आदत से दिल की बीमारियों से बचाव होता है और लाइफस्टाइल भी एक्टिव होती है। क्या एक्सरसाइज और वॉक एक साथ करना ठीक है? अगर आपके मन में भी यह सवाल आता है जो पढ़ें यह आर्टिकल।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। रोजाना दस हजार स्टेप या कदम चलने का आंकड़ा आजकल काफी चलन में है। लोग वॉकिंग के दौरान बकायदा अपने स्टेप्स भी गिनते हैं और उसे पूरा करने का जतन भी करते हैं। क्या वाकई ये 10 हजार का आंकड़ा इतना महत्वपूर्ण है, आखिर क्या होता है जब हम रोजाना दस हजार कदम चलते हैं। आइए जानते हैं-
दस हजार कदम ही क्यों?
साठ के दशक में एक बेहद ही सफल जापानी मार्केटिंग कैम्पेन चलाया गया था। दरअसल,1964 के ओलंपिक की लोकप्रियता को भुनाने के लिए एक कंपनी ने दुनिया की पहली वियरेबल स्टेप-काउंटर तैयार की। उस डिवाइस को, जो नाम दिया गया, उसका मतलब था, ‘10,000-स्टेप मीटर’। इस नंबर को एक एक्टिव लाइफस्टाइल के प्रतीक के रूप में देखा गया और उसे हेल्दी माना गया।
जब क्यूशू यूनिवर्सिटी में इसको लेकर रिसर्च की गई, तो उन्होंने 10,000 स्टेप के काफी फायदे देखे। रिसर्च टीम के मुताबिक जापान में लोग रोजाना औसतन 3,500 से 5,000 कदम चलते हैं, ऐसे में अगर इसे बढ़ाकर 10,000 कर दिया जाए, तो दिल की बीमारियों का खतरा काफी कम हो जाएगा।
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10,000 कदम चलने से क्या होगा?
हर दिन 10,000 कदम चलने से आपके लगातार बैठने का समय कम हो जाता है। आप लगातार टीवी देखने या केवल अपने फोन को स्क्रॉल करते रहने से भी बच जाते हैं। ज्यादा देर तक बैठे रहने से दिल की बीमारियां, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, टाइप 2 डायबिटीज, कैंसर के कुछ टाइप, ऑस्टियोपोरोसिस, डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
अगर आप ज्यादा से ज्यादा वॉक करते हैं, तो इन समस्याओं को खतरे को कम कर सकते हैं। कई स्टडीज साबित कर चुकी है कि रोजाना ज्यादा स्टेप चलने से उम्र से पहले मौत का खतरा भी कम हो जाता है। साथ ही कार्डियोवेस्कुलर हेल्थ और मेटाबॉलिक फंक्शन में सुधार होता है।
आपके कदम जितने चलेंगे आपकी मेंटल हेल्थ भी उतनी ही अच्छी होगी। साइंस ने भी रेगुलर वॉकिंग के फायदों की पुष्टि की है। चलने-फिरने से एंडोर्फिन रिलीज होता है और आपके तनाव को कम करके मूड बेहतर बनाता है।
अगर कोई दस हजार स्टेप ब्रिस्क वॉक करता है, तो वो 150 मिनट की हल्की-फुलकी एरोबिक एक्विटी और हफ्ते के दो दिन की जाने वाली मसल स्ट्रेथनिंग के बराबर एक्टविटी कर लेता है। एक्सपर्ट भी इतनी एक्सरसाइज को सेहत में लिए अच्छा मानते हैं।
क्या साथ कर सकते हैं एक्सरसाइज और वॉक?
एक तरफ आप अपना वर्कआउट रूटीन अच्छी तरह पूरा कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ 10,000 कदम भी चल रहे हैं। ये दोनों एक साथ करना आपके शरीर पर अतिरिक्त बोझ डाल सकता है और फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है।
बस एक्टिव रहना जरूरी है
रिसर्च बताते हैं कि रोजाना चलना आपकी हेल्थ के लिए अच्छा हैं, लेकिन 10,000 कदम ही हो यह जरूरी नहीं। अगर आप एक्टिव रहते हैं और ज्यादा बैठने का काम नहीं करते हैं, तो कदमों की संख्या उतनी मायने नहीं रखती, जितना आपका चलना और फिजिकली एक्टिव रहना।
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