International Yoga Day 2025: डिनर के बाद रोजाना करें 5 योगासन, बेहतर होगा डाइजेशन; मिलेगी गहरी नींद
अक्सर हम सोचते हैं कि रात का खाना खाकर सीधे बिस्तर पर चले जाना ठीक है लेकिन यही आदत हमारे पाचन तंत्र को बिगाड़ देती है और नींद भी छीन लेती है। ऐसे में आइए 21 जून को मनाए जाने वाले International Yoga Day 2025 के मौके पर जानते हैं ऐसे 5 योगासन जो डाइजेशन को बेहतर बना सकते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। योग सिर्फ सुबह उठकर किए जाने वाले आसनों का नाम नहीं है, बल्कि यह एक लाइफस्टाइल है जो आपको हर पल बेहतर महसूस करा सकता है। जी हां, अक्सर हम डिनर के बाद भारीपन और नींद न आने की शिकायत करते हैं। ऐसे में, क्या आप जानते हैं कि रात के खाने के बाद कुछ आसान योगासन करके आप इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं?
आइए, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के इस खास मौके पर विद्या झा (योगा एक्सपर्ट-आत्मा योग स्टूडियो, करमपुरा) से ऐसे 5 योगासनों के बारे जानते हैं, जो आपके पाचन को दुरुस्त करेंगे और आपको सुकून भरी गहरी नींद भी देंगे।
वज्रासन (Vajrasana)
- कैसे करें: घुटनों के बल बैठें और अपने कूल्हों को अपनी एड़ियों पर टिकाएं। रीढ़ की हड्डी सीधी रखें और हथेलियों को घुटनों पर रखें। अपनी आंखें बंद करें और सामान्य रूप से सांस लें।
- फायदे: यह डाइजेशन क्रिया को एक्टिव करता है और भोजन को तेजी से पचाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह गैस और एसिडिटी की समस्या से भी राहत दिलाता है। बता दें, यह एकमात्र ऐसा आसन है जिसे आप डिनर के तुरंत बाद कर सकते हैं।
पवनमुक्तासन (Pawanmuktasana)
- कैसे करें: पीठ के बल लेट जाएं। सांस छोड़ते हुए, अपने घुटनों को अपनी छाती की ओर लाएं। अपने हाथों से घुटनों को कसकर पकड़ें। फिर अपने सिर को ऊपर उठाकर नाक को घुटनों से छूने की कोशिश करें। कुछ देर रुकें और सांस छोड़ते हुए वापस आएं।
- फायदे: जैसा कि नाम से ही साफ है, यह आसन पेट की गैस और कब्ज से राहत दिलाने में बेहद असरदार है। यह पेट की मांसपेशियों को मालिश देता है और पाचन तंत्र को सुचारू बनाता है।
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ट्विस्टिंग योग (Spinal Twist)
- कैसे करें: पीठ के बल लेट जाएं। घुटनों को मोड़कर पैरों को जमीन पर रखें। अपनी बाहों को कंधों की सीध में फैलाएं। सांस छोड़ते हुए, अपने घुटनों को एक तरफ झुकाएं (जैसे दाहिनी ओर) और सिर को दूसरी तरफ (जैसे बाईं ओर) घुमाएं। इसके बाद कुछ देर रुकें और फिर दूसरी तरफ करें।
- फायदे: यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। इसके अलावा, यह पाचन ग्रंथियों को सक्रिय करता है और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है।
बद्धकोणासन (Baddha Konasana)
- कैसे करें: जमीन पर बैठ जाएं और अपने पैरों को सामने फैलाएं। घुटनों को मोड़ें और पैरों के तलवों को आपस में मिलाएं। अपनी एड़ियों को जितना हो सके अपने पेल्विस के पास लाएं। अपने हाथों से पैरों की उंगलियों को पकड़ें और घुटनों को धीरे-धीरे जमीन की ओर धकेलें (तितली की तरह)।
- फायदे: यह आसन पेट को उत्तेजित करता है और पाचन में सुधार करता है। इसके अलावा, यह कूल्हों और जांघों को खोलने में मदद करता है, जिससे रात में ज्यादा आरामदायक नींद मिल पाती है। साथ ही, यह तनाव और थकान को भी कम करता है।
शवासन (Shavasana)
- कैसे करें: पीठ के बल सीधे लेट जाएं। पैर थोड़े खुले हों और हथेलियां ऊपर की ओर हों। फिर शरीर को ढीला छोड़ दें और अपनी सांस पर ध्यान दें। किसी भी विचार को अपने मन में न आने दें। बस आराम करें।
- फायदे: यह सभी आसनों के आखिर में किया जाने वाला एक जरूरी आसन है। यह शरीर और मन को पूरी तरह से आराम देता है। रोजाना इसे करने से तनाव, चिंता और अनिद्रा को दूर करने में मदद मिलती है, जिससे आपको एक गहरी और आरामदायक नींद मिलती है।
इन बातों का रखें ख्याल
- इन आसनों को करते समय अपने शरीर पर ज्यादा जोर न डालें।
- अगर आपको कोई हेल्थ इश्यू है, तो योगासन करने से पहले अपने डॉक्टर या योग गुरु से सलाह लें।
- नियमित अभ्यास से ही आपको इन आसनों का पूरा फायदा मिल पाएगा।
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