Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    International Yoga Day 2023: महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद हैं ये 5 योगासन, लेकिन करने से पहले जान लें ये बातें

    By Priyanka SinghEdited By: Priyanka Singh
    Updated: Wed, 21 Jun 2023 09:01 AM (IST)

    International Yoga Day 2023 महिलाएं अगर बढ़ती उम्र में जवां और हेल्दी बने रहना चाहती हैं तो उन्हें अपने डेली रूटीन में इन खास योगसानों को जरूर शामिल करना चाहिए। आइए जानते हैं इनके बारें में विस्तार से।

    Hero Image
    International Yoga Day 2023: महिलाओं के लिए फायदेमंद योगासन

    नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। International Yoga Day 2023: स्वस्थ रहना सबके लिए जरूरी है, लेकिन महिलाओं के लिए इसकी प्राथमिकता और ज्यादा बढ़ जाती है, क्योंकि उनके ऊपर एक साथ घर, परिवार और कई बार ऑफिस की भी जिम्मेदारी होती है। हेल्थ पर ध्यान न देने से बढ़ती उम्र में कई सारी बीमारियां उन्हें घेर सकती हैं। इसके अलावा समय के साथ उनके शरीर में कई तरह के बदलाव भी होते रहते हैं, जिनकी वजह से मूड चिड़चिड़ा रहता है, नींद नहीं आती, दिनभर थकान का एहसास होने जैसी दूसरी प्रॉब्लम्स भी इस लिस्ट में हैं, तो इन सभी परेशानियों से निपटने और लंबे समय तक हेल्दी व जवां बने रहने के लिए आपको कुछ खास योगासनों को अपने डेली रूटीन में जरूर शामिल करना चाहिए। इनका थोड़े देर का अभ्यास रखेगा आपको लंबे समय तक हेल्दी और हैप्पी। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    1. शलभासन

    शलभासन करते वक्त बॉडी टिड्डे जैसी नजर आती है। इस आसन का थोड़ी देर का अभ्यास आपको बहुत सारे फायदे देता है।

    क्या हैं लाभ

    - शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करता है शलभासन।

    - हाथों, जांघों, पैरों और पिंडलियों को मजबूत करता है। इसके साथ यह पेट की चर्बी कम करता है।

    - रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है।

    कब न करें

    कमर में चोट लगी हो या पेट की कोई सर्जरी हुई हो, तो यह आसन न करें।

    2. अर्धचंद्रासन

    इस आसन के अभ्यास से बॉडी की एक ही बार में अपर से लेकर लोअर बॉडी तक की स्ट्रेचिंग हो जाती है। सुबह इसका अभ्यास करना फायदेमंद होता है।

    क्या हैं लाभ

    - यह आसन टांगों और पैरों को मजबूत बनाता है।

    - यह टखनों और पिंडलियों को मजबूत बनाता है।

    - इससे कूल्हे, वक्ष और कंघे की स्ट्रेंथ भी बढ़ती है।

    कब न करें

    - डायरिया और अस्थमा की समस्या होने पर यह आसन न करें।

    - घुटने में दर्द और आर्थराइटिस होने पर इसे न करें।

    - ब्लड प्रेशर होने पर इसे करना अवॉयड करें।

    3. सर्वांगासन

    इस आसन को करने से सभी अंगों का व्यायाम होता है, इसलिए इसे सर्वांगासन कहते हैं।

    क्या है लाभ?

    - इस आसन को करने पर ब्लड सर्कुलेशन कंट्रोल में रहता है।

    - थायरॉइड ग्रंथियां हेल्दी रहती हैं और कब्ज का इलाज होता है।

    - बालों का झड़ना रूकता है।

    - तनाव कम होता है। नींद अच्छी आती है।

    - वजन कंट्रोल में रहता है।

    - लंबे समय तक आपको जवां बनाए रखता है।

    कब न करें?

    - आर्थराइटिस होने पर सर्वांगासन नहीं करना चाहिए।

    - अगर गर्दन में दर्द हो, तो भी इसे करना अवॉयड करें।

    4. उष्ट्रासन

    उष्ट्रासन का अभ्यास नियमित तौर पर किया जाए, तो यह हर तरह की शारीरिक और मानसिक परेशानी दूर कर सकता है।

    क्या है लाभ?

    - उष्ट्रासन करने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, डायबिटीज, थायरॉइड और पैराथायरॉइड, स्पॉन्डिलाइटिस और आवाज संबंधी विकार दूर होते हैं।

    - इस आसन से पाचन क्रिया में सुधार आता है।

    - उष्ट्रासन के अभ्यास से पेट की चर्बी कम होती है।

    - इस आसन को रोजाना करने से बैक की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है।

    कब न करें

    गर्दन और कमर दर्द होने पर इस आसन को नहीं करना चाहिए।

    5. भुजंगासन

    इस आसन को करते वक्त शरीर सांप की तरह बनता है इसलिए इसे भुजंगासन कहते हं।

    क्या हैं लाभ

    - इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं।

    - कंधों और बांहों को मजूबती मिलती है।

    - शरीर का लचीलापन बढ़ता है।

    - तनाव व थकान दूर होता है।

    - कमर या पीठ दर्द से परेशान लोगों के लिए इस आसन का अभ्यास फायदेमंद होता है।

    - शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन अच्छा होता है और सबसे बड़ा लाभ मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है।

    - मानसिक स्वास्थ्य अच्छा होने पर अच्छे हार्मोन्स रिलीज होते हैं। शरीर की परेशानियां दूर होती हैं। मन खुश रहता है।

    कब न करें

    कमर या पीठ पर चोट, प्रेग्नेंसी या हर्निया की बीमारी में न करें।

    Pic credit- freepik

    comedy show banner
    comedy show banner