हेल्दी डाइट से कर सकते हैं Exam Stress कंट्रोल, एक्सपर्ट से जानें पढ़ते समय क्या खाएं क्या नहीं
फरवरी-मार्च का महीना आते ही स्टूडेंट्स स्ट्रेस का शिकार होने लगते हैं। ऐसे में पढ़ाई की वजह से बच्चे की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। साथ ही इसका असर उनकी पढ़ाई पर भी पड़ता है। ऐसे में हाल ही में हुए परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में न्यूट्रिशनिस्ट ने एग्जाम स्ट्रेस कंट्रोल ( Diet tips for Exam stress relief) करने के कुछ टिप्स बताए।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। फरवरी-मार्च का महीना स्टूडेंट्स के लिए चैलेंजिंग होता है। इस दौरान अक्सर अलग-अलग बोर्ड की परीक्षाएं चलती हैं, जिसकी वजह से उनका खाना-पीना और नींद सबकुछ डिस्टर्ब हो जाता है। आज से सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (CBSE) के 10वीं क्लास की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में जरूरी है कि एग्जाम स्ट्रेस और खानपान की गलत आदतों को कंट्रोल (Exam stress management) किया जाए, ताकि इसका असर बच्चों की परफॉर्मेंस पर न पड़ें।
हाल ही में पीएम मोदी ने एक बार परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के जरिए बच्चों से बातचीत की। इस बार यह कार्यक्रम कुछ अलग तरीके आयोजित किया गया। इस बार परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम 5 एपिसोड्स में प्रसारित किया गया, जिसमें अलग-अलग गेस्ट शामिल हुए और उन्होंने बच्चों को एग्जाम स्ट्रेस मैनेज करने और इस दौरान अपने खानपान का ध्यान (Healthy diet for students) रखने के लिए सलाह दी। इसी क्रम में शो के चौथ एपिसोड में सेलेब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट ऋजुता दिवेकर, मैक्रोबायोटिक न्यूट्रिशनिस्ट शोनाली सभरवाल और सोशल मीडिया पर फूड फार्मर के तौर पर मशहूर रेवंत हिमात्सिंगका ने हिस्सा लिया और बच्चों के सवालों का जवाब दिया। आइए जानते हैं बच्चों के लिए उनके कुछ कारगर टिप्स-
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एग्जाम स्ट्रेस को दूर करने के लिए क्या खाएं?
एक्सपर्ट ने बताया कि एग्जाम स्ट्रेस को दूर करने के लिए सबसे जरूरी (Best foods for concentration) घर का खाना है। इसके साथ ही मिलेट्स, ब्राउन राइस और बैलेंस्ड डाइट लेना बेहद फायदेमंद होगा। इसके अलावा कुछ ऐसे फूड्स भी डाइट में शामिल कर सकते हैं, जो डी-स्ट्रेसर का काम करते हैं। इनमें मूंगफली, केला और चावल भी स्ट्रेस कम करने में मदद करते हैं।
गट हेल्थ पर ध्यान देना क्यों जरूरी है?
इस सवाल के जवाब में एक्टपर्ट ने बताया कि गट हेल्थ को अच्छा रखने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, दोनों की जानकारी होना चाहिए। हेल्दी गट हेल्थ के लिए फाइबर इनटेक बढ़ाना चाहिए, ताकि गट में गुड माइक्रोब्स बढ़ सकें। इसके अलावा पैकेज्ड फूड्स और शुगर को खाने से बचना बहुत जरूरी है।
पढ़ते वक्त जंक फूड की क्रेविंग को कैसे शांत करें ?
न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया कि अगर बच्चे सुबह के समय होल ग्रेन खाना शुरू करते हैं, तो इससे खाने की क्रेविंग कम होती है। इसके अलावा ब्रेकफास्ट और लंच के बीच में नट्स, सीड्स या फ्रूट्स भी खा सकते हैं। इससे बच्चे अनहेल्दी जंक फूड खाने से बचेंगे और उनका पेट भी भरा रहेगा।
एग्जाम टाइम के दौरान बैलेंस्ड डाइट मेंटल हेल्थ पर कैसे असर डालती है?
इस सवाल के जवाब में एक्सपर्ट ने कहा कि अन्न से ही मन बनता है। हम जो भी खाते हैं, उससे हमारी मेंटल हेल्थ प्रभावित होती है और इसलिए अच्छे खानपान के लिए घर के खाने पर जोर दिया जाता है। फ्रेश फ्रूट्स, सब्जी, नट्स, नींबू पानी, केला आदि मन को हेल्दी रखता है और एग्जाम के कारण होने वाले तनाव, गुस्से और चिड़चिड़ेपन से राहत मिलती है। इसके अलावा समय से सोना भी मेंटल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है।
एग्जाम के दौरान डाइजेशन बेहतर करने के लिए क्या खाएं?
एक्सपर्ट ने बताया कि अक्सर एग्जाम स्ट्रेस की वजह से पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती है, जिससे बच्चों लूज मोशन या कब्ज हो सकता है। ऐसे में केला और दही-चावल खा सकते हैं, जिससे काफी राहत मिलती है। साथ ही हाइड्रेट रहने के लिए ढेर सारा पानी पीते रहें। इसके साथ ही डाइजेशन बेहतर करने के लिए फिजिकली एक्टिव रहना भी बेहद जरूरी है।
एग्जाम के दौरान इन फूड्स को करें रिप्लेस
अगर बच्चे कॉफी पीते हैं, तो एक्सपर्ट ने बच्चों को इसे ग्रीन टी से रिप्लेस करने की सलाह दी। अगर रिलैक्स फील करना है, तो चुकंदर का जूस पिएं। इसके अलावा अगर पढ़ाई के दौरान चिप्स खाने की क्रेविंग हो रही है, जो बाजार में मिलने वाले चिप्स की जगह घर पर बने स्वीट पोटैटो के चिप्स खाएं। अगर मीठा खाने की क्रेविंग हो रही है, जो इसे डार्ट चॉकलेट से शांत करें, क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा काफी कम होती है।
एग्जाम के दौरान डिहाइड्रेशन से बचने के लिए छाछ या लस्सी को डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। इसके अलावा मीठे की क्रेविंग के लिए श्रीखंड या मिष्ठी दोई खा सकते हैं। इसके साथ ही एक्सपर्ट ने बताया कि सॉफ्ट ड्रिंक्स में बहुत ज्यादा शुगर होती है, इसलिए इन्हें पीने से बचें और जिनता हो उनता पानी पिएं।
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