हमेशा पैर ठंडे रहना हो सकता है हार्ट ब्लॉक होने का संकेत, एम्स के डॉक्टर ने बताए बचाव के तरीके
आमतौर पर पैरों का तापमान शरीर से थोड़ा कम ही होता है। लेकिन कुछ लोगों के पैर हमेशा ही बर्फ जैसे ठंडे रहते हैं। अगर आपके साथ भी यह कंडीशन है तो थोड़ा सावधान हो जाना चाहिए। यह हार्ट ब्लॉक का संकेत (Heart Block Signs) हो सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानें इसका इलाज क्या है।

सुमन अग्रवाल, नई दिल्ली। अक्सर पैर ठंडे तब होते हैं जब पैरों का तापमान शरीर के बाकी हिस्सो के तुलना में कम होता है। लेकिन मुख्य तौर पर जब शरीर में रक्त संचार बाधित होता है और पैरों तक खून नहीं पहुंच पाता, तब ऐसी स्थिति आती है। आइए डॉ. सुरेंद्र देवड़ा (हृदय रोग विशेषज्ञ एम्स, जोधपुर) से जानते हैं कैसे यह हार्ट ब्लॉकेज का संकेत (Heart Blockage Sign in Legs) हो सकता है और इसका इलाज क्या है।
साथ ही एनीमिया, हाई शुगर, हाई कोलेस्ट्राल वाले व्यक्ति को या फिर अगर कोई हैवी मेडिकेशन पर है तो उसके पैर हर वक्त ठंडे रह सकते हैं। इसके अलावा जिनमें विटामिन बी-12 की कमी है, उनके शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बनतीं और पैरों में रक्त संचार बाधित होता है।
गर्म कपड़े पहनें
जो लोग ठंडे तापमान में हैं उन्हें शरीर को गर्म रखने की कोशिश करनी चाहिए। पैरों को गर्म रखने के लिए गर्म जूते और चप्पल पहनकर रखें। पैर की ठंड ही शरीर के ऊपरी हिस्सों तक जाती है।
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विटामिन बी 12 और आयरन युक्त फूड्स
विटामिन बी 12 और आयरन युक्त आहार से शरीर को ताकत मिलती है। इससे हड्डियां मजबूत होने के साथ साथ दर्द भी दूर होता है। इसलिए पालक, चुकंदर, ब्रोकली, डेयरी उत्पाद आदि खाएं, जिनमें ये दोनों मौजूद होते हैं। इनके सेवन से शरीर में रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन बढ़ता है।
हॉट एंड कोल्ड हाइड्रोथेरेपी
ठंडे पैरों के लिए यह थेरेपी बहुत काम करती है, इससे सूजन कम होती है। इसलिए पहले पैरों को ठंडे पानी की बाल्टी में डालकर रखें, फिर गर्म पानी की वाल्टी में डालें। ऐसे दोनों में एक-एक बार करके पैरों की सिकाई करें | इससे पैरों का खिंचाव कम होता है।
एक्सरसाइज
व्यायाम हर मर्ज की दवा है। घरेलू इलाज के साथ-साथ व्यायाम करना बेहद जरूरी है। पैरों की एक्सरसाइज करने से इस समस्या से आराम मिल सकता है।
तेल की मालिश
पैरों को गर्माहट देने के लिए दादी- नानी के नुस्खे काम आते हैं, जैसे गर्म तेल की मालिश करना। सरसो,
शीशम या जैतून का तेल गर्म करके पैर के तलवों में लगाने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दर्द भी कम होता है।
हीटिंग पैड्स
अक्सर शरीर में दर्द से राहत के लिए हीटिंग पैड्स का इस्तेमाल होता है। इससे शरीर की सूजन कम होती है, यह एक तरह का इलेक्ट्रिक हीटिंग पैड है, जिससे पैरों में रक्त संचार सुचारु रूप से होता है। नमक के पानी से नहाएं- नमक वाले पानी से नहाने से शरीर का टाक्सिन निकल जाता है। दर्द में राहत के लिए और नर्वस सिस्टम सक्रिय करने के लिए एक बाल्टी में नमक डालें और पैर डुबोकर रखें।
अदरक का सेवन
अदरक में एंटीआक्सीडेंट और सूजनरोधी गुण पाए जाने की वजह से इसका सेवन लाभदायक है। ऐसे में अदरक कैंडी, अदरक चाय या फिर दो-तीन टुकड़े अदरक के मुंह में चबाने से पैरों की ठंड कम होती है।
अगर आपके पैर अधिकांश समय ठंडे रहते हैं तो इसके पीछे तीन मुख्य कारण हो सकते हैं। पैरों की नसों में ब्लाकेज, निम्न रक्तचाप और शरीर ब्लड सर्कुलेशन कम होना। इसे गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि यह हृदय की धमनियों के सिकुड़ने के संकेत भी हो सकते हैं।
कई बार रक्तचाप कम होने पर भी पैर ठंडे पड़ जाते हैं। अगर आपके चलने की अवधि कम होने लगती है तो तुरंत पैरों की नसों की जांच कराएं, कहीं ब्लाकेज तो नहीं है। ऐसी स्थिति में धूमपान घातक हो सकता है। इसलिए किसी भी नशीले पदार्थ से दूर रहने की कोशिश करें।
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