बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने के लिए रोज सुबह करें 5 योगासन, शरीर की अकड़न से भी मिलेगा छुटकारा
सुबह उठने के बाद शरीर में अकड़न महसूस होती है। सर्दियों में ऐसा खासतौर से होता है। वहीं दिनभर बैठे रहने और एक्सरसाइज न करने के कारण भी शरीर अकड़ जाता ...और पढ़ें

शरीर की अकड़न दूर करेंगे ये योगासन (Picture Courtesy: Freepik)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हमारी लाइफस्टाइल में लंबे समय तक बैठे रहना, तनाव और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण शरीर में अकड़न एक आम समस्या बन गई है। सर्दी में यह समस्या काफी बढ़ जाती है। यह अकड़न न सिर्फ चलने-फिरने में परेशानी पैदा करती है, बल्कि तनाव को भी बढ़ाती है।
ऐसे में इससे निपटने के लिए योग एक प्राकृतिक और असरदार तरीका है। नियमित रूप से कुछ खास आसनों की प्रैक्टिस करके आप शरीर की अकड़न दूर कर फ्लेक्सिबिलिटी (Yoga to Increase Flexibilt) बढ़ा सकते हैं। आइए जानें शरीर की अकड़न दूर करने और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने के लिए कुछ खास योगासन।
भुजंगासन (Cobra Pose)

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यह आसन रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाने और पीठ की अकड़न दूर करने में असरदार है। इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं, हथेलियों को कंधों के नीचे रखें। सांस लेते हुए धीरे-धीरे छाती को ऊपर उठाएं, नाभि तक का भाग जमीन से लगा रहने दें। इस स्थिति में 15-30 सेकंड रुकें और नॉर्मल सांस लेते रहें। यह आसन पीठ, गर्दन और कंधों की मांसपेशियों में खिंचाव लाकर अकड़न दूर करता है।
बालासन (Child Pose)

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स्ट्रेस दूर करने में यह आसन काफी असरदार है। इससे पीठ, कंधों और जांघों की अकड़न दूर करने में रामबाण है। घुटनों के बल बैठकर दोनों एड़ियों पर नितंब रखें। आगे की ओर झुकते हुए माथे को जमीन से लगाएं और हाथों को आगे या शरीर के पास रखें। इस आरामदायक पोजीशन में 1-3 मिनट तक रहें, गहरी सांसें लेते रहें। यह आसन नर्वस सिस्टम को शांत करते हुए पूरे शरीर को आराम देता है।
मार्जरीआसन (Cat-Cow Pose)

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यह आसन रीढ़ की हड्डी की फ्लेक्सिबिलिटी को बनाए रखने में मदद करता है। घुटनों और हथेलियों के बल टेबल टॉप पोजिशन में आएं। सांस छोड़ते हुए रीढ़ को ऊपर की ओर गोल करें और सांस लेते हुए पेट को नीचे, छाती और सिर को ऊपर उठाएं। इस साइकिल को 10-15 बार दोहराएं। यह आसन पीठ, गर्दन और कंधों की जकड़न दूर करने के साथ पाचन तंत्र को भी एक्टिव करता है।
पश्चिमोत्तानासन (Forward Bend Pose)

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यह आसन पीठ और हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों में खिंचाव लाता है। दोनों पैर सामने फैलाकर बैठ जाएं। सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। हाथों से पैरों के अंगूठे पकड़ने की कोशिश करें। घुटने सीधे रखें और 30-60 सेकंड इसी पोजीशन में रहें। यह आसन रीढ़ की हड्डी को लम्बा करके पीठ के निचले हिस्से की अकड़न दूर करता है।
पद्मासन (Lotus Pose)

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यह आसन देखने में आसान लगता है, लेकिन कूल्हों और टखनों की अकड़न दूर करने में बहुत असरदार है। जमीन पर पालथी मारकर बैठ जाएं, रीढ़ सीधी रखें। हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें। आंखें बंद करके गहरी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें। इस पोजीशन में 5-10 मिनट तक बैठने से कूल्हे और घुटनों के जोड़ों की अकड़न धीरे-धीरे कम होती है।

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