बॉडी को फ्लेक्सिबल बनाने के लिए करें ये 5 योगासन, शरीर की अकड़न भी हो जाएगी दूर
दिनभर बैठे रहने के लिए की वजह से शरीर में अकड़न होने लगती है। इसके कारण अक्सर पीठ में और गर्दन में दर्द रहता है। लेकिन इस समस्या से आसानी से बचा जा सकता है। अगर रोजाना सिर्फ 10 मिनट कुछ आसान योगासन (Yoga for Flexibility) किया जाए तो अकड़न को दूर किया जा सकता है और फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल की बिजी लाइफस्टाइल में शरीर अक्सर अकड़न और थकान का शिकार हो जाता है। लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठे रहना, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और तनाव शरीर में जकड़न पैदा कर सकते हैं। हालांकि, योग (Yoga for Flexibility) की मदद से इन परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
जी हां, कुछ योगासन शरीर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने में काफी मदद करते हैं। रोजाना सिर्फ 10-15 इन योगासनों (Yoga Poses for Flexibility) की प्रैक्टिस करने से शरीर की अकड़न दूर हो सकती है। आइए जानें फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने के लिए 5 योगासन।
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ताड़ासन
ताड़ासन एक बहुत ही सिंपल योगासन है, जो पूरे पूरे शरीर को स्ट्रेच करता है। इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं, दोनों पैरों के बीच थोड़ा अंतर रखें। गहरी सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और उंगलियों को आपस में फंसा लें। हथेलियां आकाश की ओर रहें। अब सांस छोड़ते हुए एड़ियों को जमीन से उठाएं और पैर की उंगलियों पर बैलेंस बनाएं। पूरे शरीर को ऊपर की ओर खींचे, जैसे कोई आपके हाथों से खींच रहा हो। कुछ सेकंड इसी पोजीशन में रहने के बाद रिलैक्स हो जाएं। यह आसन रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच करता है, पैरों और बाजुओं की मांसपेशियों को मजबूत और फ्लेक्सिबल बनाता है।
उत्तानासन
उत्तानासन हैमस्ट्रिंग, कमर और रीढ़ की हड्डी के लिए एक बेहतरीन स्ट्रेच है। सीधे खड़े होकर गहरी सांस लें। अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। घुटने सीधे रखने की कोशिश करें, लेकिन अगर कमर में ज्यादा खिंचाव महसूस हो तो घुटने मोड़ सकते हैं। हाथों से पैर की उंगलियों को छूने की कोशिश करें या जमीन पर हाथ रख दें। सिर को घुटनों से सटाने की कोशिश करें। यह आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है, दिमाग को शांति देता है और पीठ दर्द से राहत दिलाने में मददगार है।
भुजंगासन
पेट के बल लेटकर किए जाने वाले इस आसन से रीढ़ की हड्डी का लचीलापन बढ़ता है। पेट के बल लेट जाएं, पैर सीधे और पंजे फैले हुए। दोनों हथेलियों को छाती के बगल में जमीन पर रखें। अब गहरी सांस लेते हुए छाती को जमीन से ऊपर उठाएं। कंधों को कानों से दूर रखें और गर्दन सीधी। कुछ सेकंड इसी पोजीशन में रहने के बाद सांस छोड़ते हुए वापस आ जाएं। भुजंगासन पीठ और कंधों की अकड़न दूर करने के साथ-साथ बेली फैट कम करने में भी असरदार है।
बालासन
बालासन भी बॉडी को स्ट्रेच करने के लिए एक आसान योगासन है। घुटनों के बल जमीन पर बैठ जाएं और दोनों पैरों के अंगूठे आपस में मिला लें। अब सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें, अपने सीने को जांघों पर और माथे को जमीन पर टिकाएं। हाथों को सामने की ओर फैलाकर जमीन पर रखें या फिर शरीर के पास, पैरों की ओर भी रख सकते हैं। यह आसन पीठ, कंधों और कमर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करके उनकी अकड़न दूर करता है। यह तनाव और थकान मिटाने भी फायदेमंद है।
जानु शीर्षासन
यह आसन हैमस्ट्रिंग और कमर को स्ट्रेच करता है। जमीन पर बैठकर दोनों पैरों को सामने फैला लें। अब बाएं पैर के घुटने को मोड़ें और बाएं पैर का तलवा दाएं जांघ के अंदरूनी हिस्से से सटाएं। गहरी सांस लें और हाथों को ऊपर उठाएं। फिर सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें और दाएं पैर के अंगूठे को हाथों से पकड़ने की कोशिश करें। कोशिश करें कि सिर घुटने से लग जाए। कुछ देर इसी पोजीशन में रहने के बाद दूसरे पैर से भी यही प्रोसेस दोहराएं।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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