घंटों ऑफिस में बैठकर करना पड़ता है काम, तो कमर दर्द से बचने के लिए करें ये 5 योगासन
क्या आपको भी 8-9 घंटे बैठकर ऑफिस में काम करता पड़ता है और इसके कारण आपकी पीठ में अक्सर दर्द रहता है? अगर हां तो आप अकेले नहीं है। हालांकि कुछ योगासनों (Yoga for Back Pain Relief) की मदद से पीठ के दर्द से आराम मिल सकता है। आइए जानें पीठ के दर्द से राहत दिलाने के लिए कुछ खास योगासन।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठे रहने की आदतों ने कमर दर्द (Back Pain) को एक आम समस्या बना दिया है। अगर आप भी लंबे समय से क्रॉनिक बैक पेन से जूझ रहे हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। योग की मदद से न सिर्फ इस दर्द से राहत पाई जा सकती है, बल्कि भविष्य में भी इस समस्या से बचा जा सकता है।
जी हां, कुछ योगासन (Yoga Poses for Back Pain Relief) पीठ की मांसपेशियों को रिलैक्स करने और दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं। नियमित रूप से योग करने से पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनती हैं, उनकी फ्लेक्सिबिलिटी में सुधार होता है और रीढ़ की हड्डी को सही पोजीशन में लाने में मदद मिलती है। आइए जानें पीठ के दर्द से राहत पाने के लिए 5 योगासन।
भुजंगासन
भुजंगासन रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाने और कमर की मांसपेशियों को मजबूती देने के लिए सबसे बेहतरीन आसनों में से एक है।
कैसे करें?
- पेट के बल लेट जाएं, पैर सीधे और पंजों को फर्श की तरफ रखें।
- हथेलियों को छाती के बगल में, कंधों के ठीक नीचे जमीन पर रखें।
- गहरी सांस भरते हुए धीरे-धीरे छाती को जमीन से ऊपर उठाएं। नाभि तक का हिस्सा जमीन पर ही रहना चाहिए।
- कोहनियां सीधी न रखें, हल्का मोड़ बनाए रखें। कंधे कानों से दूर और पीछे की ओर खींचे।
- 30 सेकंड से 1 मिनट तक इस पोजीशन में रुकें और नॉर्मल तरीके से सांस लेते रहें।
- फिर सांस छोड़ते हुए वापस आ जाएं।
मार्जरीआसन-बिटिलासन
यह दो आसनों को मिलकर बना है, जो रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाने, अकड़न दूर करने और दर्द से आराम दिलाने में मदद करता है।
कैसे करें?
- घुटनों और हथेलियों के बल टेबल टॉप पोजीशन में आ जाएं। कंधे कलाइयों के ठीक नीचे और घुटने हिप्स के नीचे हों।
- काऊ पोज- सांस भरते हुए पेट को नीचे की ओर झुकाएं, छाती और सिर को ऊपर उठाएं। निगाह सामने या ऊपर की ओर रखें।
- कैट पोजीशन- सांस छोड़ते हुए रीढ़ की हड्डी को ऊपर की ओर उठाएं और ठुड्डी को छाती की तरफ ले जाएं।
- इसी तरह 10-15 बार धीरे-धीरे दोहराएं।
बालासन
बालासन एक रेस्टोरेटिव पोज है जो पीठ, कंधों और गर्दन की मांसपेशियों के तनाव को कम करने में काफी कारगर है।
कैसे करें?
- वज्रासन में बैठ जाएं।
- सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें, अपना सीना जांघों पर रखें और माथे को फर्श से छुएं।
- हाथों को आगे की ओर फैलाकर हथेलियों को जमीन पर रखें या फिर हाथों को पैरों के पास, हथेलियां ऊपर की ओर रखकर आराम दें।
- इस पोजीशन में 1-3 मिनट तक रहें, गहरी और लंबी सांसें लेते रहें।
अधोमुख श्वानासन
यह पूरे शरीर के लिए फायदेमंद आसन है जो खासतौर से रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेच करने और हैमस्ट्रिंग तथा पीठ की मांसपेशियों को भी स्ट्रेच करने का काम करता है। इससे पीठ के दर्द से राहत मिलती है और पोस्चर में सुधार होता है।
कैसे करें?
- हाथ और घुटनों के बल शुरुआत करें।
- हाथों को कंधे से थोड़ा आगे रखें।
- सांस छोड़ते हुए घुटनों को जमीन से उठाएं और हिप्स को ऊपर की ओर उठाते हुए शरीर को उल्टे 'V' आकार में ले आएं।
- हथेलियां जमीन पर फैली हों और एड़ियां जमीन को छूने की कोशिश करें।
- गर्दन को रिलैक्स रखें, कानों को बाहों से छूते हुए।
- 1-3 मिनट तक इसी पोजीशन में रुकें।
सेतुबंधासन
यह आसन पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करने, ग्लूट्स और हैमस्ट्रिंग को एक्टिवेट करने के लिए बेहतरीन है।
कैसे करें?
- पीठ के बल लेट जाएं, घुटने मोड़ें और पैरों को हिप्स की चौड़ाई के बराबर फैलाकर जमीन पर रखें। एड़ियां घुटनों के पास हों।
- हाथों को शरीर के बगल में, हथेलियां जमीन की ओर रखें।
- सांस भरते हुए कूल्हों और पेल्विस को धीरे-धीरे ऊपर उठाएं। छाती ठुड्डी की तरफ दबाएं।
- कंधे और सिर जमीन पर ही रहने चाहिए।
- कुछ सेकंड इस पोजीशन में रुकें, फिर सांस छोड़ते हुए वापस आ जाएं।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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