फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए करें ये 5 योगासन, अंदर जमा गंदगी भी होगी साफ
गाड़ियों से निकलता धुंआ हवा में मौजूद गंदगी और इन्फेक्शन के कारण फेफड़े कमजोर होने लगते हैं। ऐसे में उन्हें हेल्दी रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने रूटीन में कुछ योगासन (Yoga Poses for Healthy Lungs) शामिल करें। ये योगासन फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं डिटॉक्स करते हैं और स्ट्रेस कमकरने में भी मदद करते हैं।

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण फेफड़ों को काफी पहुंचता है। प्रदूषण फेफड़ों को कमजोर बनाता है और उनकी काम करने की क्षमता भी कम होने लगती है। ऐसे में कुछ योगासन (Yoga for Strong Lungs) फेफड़ों को मजबूत बनाने और उनके फंक्शन को बेहतर बना सकते हैं।
जी हां, कुछ योगासन फेफड़ों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। ये योगासन (Yoga for Lung Detox) फेफड़ों को डिटॉक्स करते हैं और उनकी क्षमता बढ़ाने में भी मदद करते हैं। आइए जानें कौन-से हैं ये योगासन।
भुजंगासन
भुजंगासन छाती और फेफड़ों को खोलने में मदद करता है। इस आसन से रेस्पिरेटरी सिस्टम मजबूत होता है और फेफड़ों की काम करने की क्षमता बढ़ती है। यह फेफड़ों को डिटॉक्स करता है और ऑक्सीजन लेने की क्षमता बढ़ती है।
कैसे करें?
- पेट के बल लेट जाएं और हथेलियों को छाती के पास रखें।
- सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं, कमर को स्ट्रेच करें।
- 15-30 सेकंड तक इसी पोजीशन में रहें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
- धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए वापस आएं।
यह भी पढ़ें- शरीर में दिखने लगे हैं ये 5 संकेत, तो समझ जाएं बूढ़े होने लगे हैं फेफड़े; सावधान होने की है जरूरत!
मत्स्यासन
यह आसन फेफड़ों को पूरी तरह से खोलकर उन्हें डिटॉक्स करने में मदद करता है। इससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और वे मजबूत बनते हैं।
कैसे करें?
- पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को शरीर के नीचे रखें।
- सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं और सिर को पीछे की ओर झुकाएं।
- 20-30 सेकंड तक इस पोजिशन में रहें और गहरी सांस लें।
- धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं।
कपालभाति प्राणायाम
यह प्राणायाम फेफड़ों को डिटॉक्स करने का सबसे असरदार तरीका है। इस प्राणायाम से फेफड़ों में जमा गंदगी साफ होती है और सांस लेने की क्षमता बढ़ती है।
कैसे करें?
- सुखासन या पद्मासन में बैठ जाएं।
- तेजी से सांस छोड़ें और पेट को अंदर खींचें।
- इसे 50-100 बार दोहराएं।
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
यह प्राणायाम फेफड़ों को शुद्ध करके उनकी काम करने की क्षमता बढ़ाता है। इससे फेफड़ों को अच्छी तरह ऑक्सीजन मिलता है और तनाव भी कम होता है।
कैसे करें?
- सुखासन में बैठकर दाएं हाथ की अनामिका से बाईं नाक बंद करें।
- दाईं नाक से सांस लें और फिर दाईं नाक अंगूठे से बंद करके बाईं नाक से सांस छोड़ें।
- इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक दोहराएं।
उष्ट्रासन
यह आसन फेफड़ों को पूरी तरह से खोलकर उनकी क्षमता बढ़ाता है। इस आसान से फेफड़ों की काम करने की क्षमता बढ़ती है।
कैसे करें?
- घुटनों के बल खड़े होकर हाथों को कमर पर रखें।
- सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें और हाथों से एड़ियों को पकड़ें।
- 20-30 सेकंड तक इस पोजीशन में रहें और गहरी सांस लें।
यह भी पढ़ें- स्मोक नहीं करते, फिर भी हो सकता है लंग कैंसर! इन शुरुआती लक्षणों से करें वक्त रहते पहचान
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।