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    हर 3 महीने में जरूर करवाने चाहिए ये 5 हेल्थ टेस्ट, मिनटों में लग जाएगा खतरनाक बीमारियों का पता

    Updated: Wed, 15 Oct 2025 04:55 PM (IST)

    आजकल की लाइफस्टाइल और डाइट के कारण बीमारियों का खतरा काफी बढ़ रहा है। डायबिटीज, हाइपरटेंशन और हार्ट डिजीज जैसी बीमारियां तेजी से पैर पसार रही हैं। इसलिए इनका वक्त पर पता लगाना जरूरी है। इसके लिए कुछ हेल्थ चेकअप्स (Preventive Health Screenings) जरूरी हैं, जो हर तीन महीने पर जरूर करवाने चाहिए। 

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    सेहत का राज बताएंगे ये 5 हेल्थ टेस्ट (Picture Courtesy: Freepik)

    लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में सेहत अक्सर पीछे छूट जाती है। काम का प्रेशर, अनियमित दिनचर्या और खराब खान-पान की आदतों ने हमें उन बीमारियों का घर बना दिया है जो पहले उम्रदराज लोगों में ही देखने को मिलती थीं। डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और थायरॉइड जैसी बीमारियां अब युवाओं को भी आसानी से अपनी चपेट में ले रही हैं। 

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    ऐसे में, जरूरी है कि हम नियमित रूप से हम अपनी सेहत की जांच करवाते रहें, ताकि बीमारियों का वक्त रहते पता चल सके। हर तीन महीने पर कुछ हेल्थ चेकअप करवाना बीमारियों का जल्दी पता लगाने और स्वस्थ रहने में आपकी मदद कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 हेल्थ चेकअप (Health Check Ups Every 3 Month) के बारे में, जो आपको हर 3 महीने पर जरूर करवा लेने चाहिए। 

    ब्लड शुगर टेस्ट 

    डायबिटीज एक साइलेंट किलर है। अनहेल्दी डाइट, मोटापा और तनाव इसके मुख्य रिस्क फैक्टर्स हैं। इसलिए हर 3 महीने में ब्लड शुगर की जांच करवाने से आप यह पता लगा सकते हैं कि आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में है या नहीं। इससे प्री-डायबिटिक स्थिति का पता चलता है, जिससे आप समय रहते अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में सुधार कर इस गंभीर बीमारी को होने से रोक सकते हैं।

    Health Tips (3)

    लिपिड प्रोफाइल टेस्ट

    यह टेस्ट आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल की जानकारी देता है। इसमें एचडीएल, एलडीएल और ट्राइग्लिसराइड्स के लेवल की जांच की जाती है। खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है। नियमित जांच से आप अपनी हार्ट हेल्थ पर नजर रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से डाइट में बदलाव या दवाएं शुरू कर सकते हैं।

    कंप्लीट ब्लड काउंट 

    सीबीसी एक बेसिक लेकिन बेहद जरूरी टेस्ट है, जो आपके पूरे स्वास्थ्य की एक झलक पेश करता है। यह टेस्ट शरीर में रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स, हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स की संख्या बताता है। इससे एनीमिया, इन्फेक्शन, इन्फ्लेमेशन या ब्लड कैंसर जैसी गंभीर समस्याओं के शुरुआती संकेत मिल सकते हैं। यह शरीर की इंटरनल कंडीशन को समझने का एक खिड़की की तरह काम करता है।

    थायरॉइड फंक्शन टेस्ट

    थायरॉइड ग्लैंड हमारे मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करती है। आजकल हाइपोथायरॉइडिज्म और हाइपरथायरॉइडिज्म की समस्या आम हो गई है। थायरॉइड का स्तर बिगड़ने से वजन बढ़ना-घटना, थकान, बाल झड़ना, मूड स्विंग्स जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। नियमित जांच से थायरॉइड को कंट्रोल करने और इससे जुड़ी कॉम्प्लिकेशन्स से बचा जा सकता है।

    ब्लड प्रेशर

    हाई ब्लड प्रेशर को भी 'साइलेंट किलर' कहा जाता है क्योंकि अक्सर इसके कोई खास लक्षण दिखाई नहीं देते। लगातार हाई बीपी हार्ट, किडनी और ब्रेन पर दबाव डालती है और गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। हर 3 महीने में बीपी की जांच करवाना आपकी सेहत के लिए काफी फायदा हो सकता है। इससे आप यह तय कर सकते हैं कि आपका ब्लड प्रेशर सामान्य सीमा (120/80 mmHg के आसपास) में है या नहीं।

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    Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।