4 संकेत चीख-चीखकर बताते हैं Depression का शिकार हो गया है आपका बच्चा, कैसे मदद करें पेरेंट्स?
यह लेख बच्चों में डिप्रेशन के बढ़ते मामलों पर प्रकाश डालता है। माता-पिता के कामकाजी होने और बच्चों पर ध्यान न दे पाने से भी यह समस्या बढ़ सकती है। डिप्रेशन के लक्षणों को जरूर पहचानना चाहिए। माता-पिता को बच्चों के साथ समय बिताना चाहिए ताकि वे इस स्थिति से बाहर आ सकें।
बच्चों में डिप्रेशन के लक्षण।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आज के समय में ज्यादातर लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। आमतौर पर आपने देखा होगा कि बड़े-बुजुर्गों को ही डिप्रेशन होता है। इस बचाव के लिए वे कई तरीके अपनाते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि आपके घर का बच्चा भी डिप्रेशन का शिकार हो सकता है? जो बच्चे हस्ते-खेलते रहते हैं, वो कब गुमसुम हो जाते हैं, आपको पता भी नहीं चल पाता है।
इसका एक ये भी कारण है कि आज के समय में माता-पिता दोनों वर्किंग होते हैं। ऐसे में वे बच्चों पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। कई बार इस कारण भी बच्चों को तनाव घेर लेता है। आपको बता दें कि डिप्रेशन होने पर आपका बच्चा बाकी बच्चों की तुलना में सुस्त और गुमसुम हो जाता है। उसे कोई भी काम करने में मजा नहीं आता है। वो लाेगों से बात तक करने में कतराने लगता है। जब बच्चा चुपचाप और अकेला रहने लगता है तो पेरेंट्स को लगता है कि ये उसकी आदत है। लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता है।
बच्चे जब डिप्रेशन में चले जाते हैं तो कुछ लक्षण नजर आने लगते हैं, इन्हें माता-पिता को पहचानना जरूरी होता है। ऐसे टाइम पर पेरेंट्स को बच्चे के समय देना चाहिए। उनसे उनकी दिक्कतों के बारे में पूछना चाहिए। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। हम आपको बच्चों में डिप्रेशन के कुछ लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
बच्चों में डिप्रेशन का कारण?
- फैमिली हिस्ट्री
- डिलीवरी के समय कोई दिक्कत होना
- घर में लड़ाई झगड़े का माहौल
- मन में किसी बात का डर बैठना
- Sexual Harrassment का शिकार होना
उदास होना
अगर आपका बच्चा उदास रहने लगा है या उसमें किसी भी काम को लेकर एक्साइटमेंट नहीं बची है तो जरूर आपका बच्चा डिप्रेशन का शिकार हो चुका है।
खुद से बात करना
अगर आपके बच्चे ने खुद से बात करना शुरु कर दिया है तो आपको उस पर ध्यान देने की जरूरत है। डिप्रेशन होने पर बच्चे अकेले बैठ कर खुद से ही सवाल जवाब करने लगते हैं। उन्हें किसी भी बात पर गुस्सा आ जाता है। ये डिप्रेशन के लक्षण ही हैं।
चिड़चिड़ा होना
डिप्रेशन होने पर आपका बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है। वो बात-बार पर गुस्सा होने लगता है। उसे अकेले रहना ज्यादा पसंद आने लगता है।
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खाना खाने में आनाकानी करना
बच्चे जब डिप्रेशन का शिकार होने लगते हैं तो उनकी रोजाना की आदतों में बदलाव आने लगता है। वे खाना तक ठीक से नहीं खा पाते हैं। कई बार तो वे खाना भी स्किप कर देते हैं।
पेरेंट्स क्या करें?
- बच्चे के साथ टाइम स्पेंड करें।
- उनके मन की बात काे जानने की कोशिश करें।
- बच्चे से खुलकर बात करें।
- उनके साथ कोई गेम खेलें।
- बच्चे को बाहर घुमाने लेकर जाएं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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