जागरण संवाददाता, धनबाद। शहर के मशहूर डा. आरसी हाजरा अस्पताल में आग लगने के बाद दम घुटने से डा. विकास हाजरा, उनकी पत्नी डा. प्रेमा हाजरा समेत पांच लोगों की मौत के मामले में डा. विकास व डा. प्रेमा के पुत्र आयुष हाजरा ने सोमवार की रात अज्ञात लोगों के खिलाफ उनके घर में साजिशपूर्वक आग लगाकर संपत्ति का नुकसान पहुंचाने व इससे उनके माता-पिता समेत छह लोगों की गैर इरादतन हत्या होने की प्राथमिकी कराई है।

भाई-बहन ने की पुलिस से की मामले की जांच की मांग

घटना के तीन दिन बाद यह प्राथमिकी की गई है। बैंकमोड़ थाना पुलिस ने आयुष की शिकायत पर गैर इराइतन हत्या की धारा 304, साजिशपूर्वक घर में आग लगाने की धारा 436 व संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धारा 438 के तहत प्राथमिकी कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। धारा 304 के तहत अधिकतम सजा आजीवन कारावास का प्रावधान है। विदित हो कि डा. हाजरा परिवार में संपत्ति का विवाद भी लंबे समय से चल रहा है। हादसे के बाद पहुंची आयुष की बहन बार-बार यह कह रही थी कि उसके माता-पिता की हत्या हुई है।

आयुष ने घटना को लेकर उठाए कई सवाल

इधर, आयुष ने बैंकमोड़ थाना पुलिस को बयान दिया है कि आगजनी में उसके माता- पिता समेत छह लोगों की मृत्यु हुई है। अस्पताल में आग कैसे लगी यह पुलिस अनुसंधान का विषय है। पुलिस इस बात का पता लगाए कि आग कैसे लगी। जिस स्टोर रूम में आगजनी हुई है, वह अकसर बंद रहता था। वहां कोई भी नहीं जाता था। आखिर किसने उस दिन स्टोर खोला था। इतना ही नहीं जहां जिस कमरे में उसके माता-पिता फंसे थे, वहां से छत पर जाने के लिए रास्ता भी था। आखिर रेस्क्यू टीम को किसी ने यह जानकारी क्यों नहीं दी। उपरोक्त तीन बिंदुओं पर आयुष ने पुलिस गहन जांच पड़ताल की मांग की है।

आयुष ने अगलगी की घटना को बताया संदेहास्‍पद

शिकायत पत्र में आयुष ने पुलिस को यह भी बताया है कि 27 जनवरी को उन्हें सूचना मिली कि उनके घर में आगजनी हुई, जिसमें उसके माता-पिता समेत छह लागों की मृत्यु हो गई है। घटना से वह और उसकी बहन सदमे में हैं। दोनों धनबाद में काफी दिनों से नहीं रह रहे थे। बाहर रहकर पढ़ाई करते थे। इसी बीच घर में घटना घटी। यह मामला पूरी तरह संदेहास्पद है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर पता लगाए कि आग कैसे लगी और इसके पीछे कौन लोग शामिल हैं।

आयुष हाजरा ने इन बिंदुओं पर जांच की मांग की:-

  • आखिर घर में कैसे लगी आग
  • रेस्क्यू टीम को क्यों नहीं बताया गया कि उसके माता- पिता जहां थे, वहां से छत पर जाने का रास्ता था।
  • अस्पताल के जिस स्टोर रूम में आगजनी हुई वह स्टोर अक्सर बंद रहता था। वहां उसके पिता भी नहीं जाते थे, फिर उस दिन स्टोर का इस्तेमाल कौन और क्यों किया।

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Edited By: Arijita Sen