Kargil Vijay Diwas 2025: कारगिल विजय और ऑपरेशन सिंदूर को सलाम करने निकली 26 महिला बाइकर्स, युवाओं को दिया यह संदेश
26 महिला राइडर्स का एक दल जम्मू से कारगिल के लिए रवाना हुआ। यह यात्रा कारगिल विजय दिवस और ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित है। वे कारगिल युद्ध के शहीदों और पहलगाम हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देंगी। इस रैली का उद्देश्य नारी सशक्तिकरण का संदेश देना है। विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर। देशभक्ति और नारी सशक्तिकरण की अद्भुत मिसाल पेश करती हुई 26 महिला राइडर्स का दल मोटरसाइकिल पर जम्मू से कारगिल रवाना हुआ। कारगिल विजय दिवस और ऑपरेशन सिंदूर को समर्पित इस यात्रा को कारगिल दिवस यात्रा नाम दिया गया है।
इसके तहत वह 26 जुलाई को कारगिल युद्ध सहित देश के सभी बलिदानी जवानों को श्रद्धांजलि देने के साथ पहलगाम हमले में मारे गए लोगों को याद करेंगी और रेजांग ला तक यात्रा कर युवा शक्ति और नारी सशक्तिकरण का संदेश देंगी।
शक्ति उदघोष फाउंडेशन की देश भर से जम्मू पहुंचे 26 महिला बाइकर्स के दल ने जम्मू से कारगिल की अपनी यात्रा शुरु की। सुभाष स्टेडियम ऊधमपुर में युवा मामले एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के मेरा युवा(माय) भारत की ओर से सुभाष स्टेडियम में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
यह भी पढ़ें- सरकार चाहती है जम्मू-कश्मीर में साल भर आएं पर्यटक, सीआईआई से भी मांगी मदद, निजी क्षेत्र भी आए आगे
इस अवसर माय भारत के जिला युवा अधिकारी खुशाल गुप्ता ने महिला राइडर्स की भावना को सलाम करते हुए उन्हें भारत की प्रेरणादायी शक्ति बताया। अधिकारियों ने दल का भव्य स्वागत किया गया। अधिकारियों व महिला बाइकर्स ने बताया कि इस रैली का उद्देश्य न केवल 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देना है, बल्कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बलिदान देने वाले 26 नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों को भी याद करना है।
26 महिला राइडर्स की संख्या भी प्रतीकात्मक रूप कारगिल विजय की तारीख तथा पहलगाम हमले में बलिदान होने वाले 26 लोगों को प्रदर्शित करती है। कुछ देर यहां रुकने के बाद महिला बाईकर्स को चनैनी-घोरड़ी विधानसभा के विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उन्होंने उपस्थित युवाओं और माय भारत वालंटियर्स को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवाओं में देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत स्टेडिम में पौधरोपण भी किया।
इस अवसर पर रैली में शामिल महिला बाइकर्स ने अपने अनुभव साझा किए और स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह यात्रा केवल बाइक चलाना नहीं है, बल्कि राष्ट्र के लिए एक संदेश है। महिला राइडर्स ने कहा उनके लिए यह यात्रा श्रद्धांजलि से कहीं अधिक है।
यह उस भावना का प्रतीक है कि देश की महिलाएं किसी भी मोर्चे पर पीछे नहीं हैं। चाहे वो युद्धभूमि हो, सीमाएं हों या फिर सामाजिक परिवर्तन का क्षेत्र। हम कारगिल युद्ध की वीरता को याद करने के साथ-साथ यह दिखाना चाहती हैं कि महिलाएं अब केवल घरेलू भूमिका तक सीमित नहीं रहीं।
उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि देशसेवा के लिए केवल सेना में जाना ही विकल्प नहीं है, बल्कि आम जीवन में भी हर युवा और महिला अलग-अलग माध्यमों से राष्ट्र के लिए कुछ कर सकते हैं। जरूरी नहीं कि आप वर्दी पहनें, जरूरी यह है कि आप देश के लिए सम्मान और समर्पण की भावना रखें।
उन्होंने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान जहां भी रुकेंगी वहां युवाओं को कारगिल विजय दिवस और सेना के शौर्य और बलिदान के बारे में जागरूक करेंगी।
एक अन्य राइडर ने कहा हमारे दल की हर महिला अलग-अलग पृष्ठभूमि से आती है, लेकिन हम सबकी सोच एक है। देश के लिए जीना और प्रेरणा बनना। यह यात्रा ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाली लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह जैसी महिलाओं को भी सलाम है, जिन्होंने आपरेशन सिंदूर में विश्व में नारी शक्ति का डंका बजा कर यह दिखाया कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि 26 जुलाई को कारगिल पहुंच कर विजय दिवस के अवसर पर कारगिल युद्ध सहित देश के सभी बलिदानी जवानों को श्रद्धांजलि देंगी। वह रेजांगला पास तक जाएंगी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि बलवंत सिंह मनकोटिया ने कहा कि जिस समाज में हम रहते हैं, वहां आज भी एक बच्ची का अकेले घर से बाहर निकलना आसान नहीं होता। ऐसे में ये बेटियां न सिर्फ इस सोच को चुनौती दे रही हैं, बल्कि जम्मू से कारगिल तक मोटरसाइकिल यात्रा कर राष्ट्र के वीरों को श्रद्धांजलि देने जा रही हैं।
यह अपने आप में साहस और नारी शक्ति का अद्भुत उदाहरण के साथ देशभक्ति की भावना को जागृत करने और बलिदानी सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने की एक प्रेरणात्मक पहल है। उन्होंने सभी महिला राइडर्स को उनके साहस, संकल्प और देश के प्रति प्रेम के लिए शुभकामनाएं दीं और कामना की कि उनकी यह यात्रा सफल, सुरक्षित और स्मरणीय रहे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।