श्रीनगर में नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 7 कुख्यात ड्रग तस्कर गिरफ्तार, संपत्ति कुर्की की तैयारी
श्रीनगर पुलिस ने घाटी में नशा तस्करों के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार में शामिल सात कुख्यात तस्करों पर मामला दर्ज किया है जिनमें से कुछ पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं। ये तस्कर युवाओं को नशीले पदार्थों की बिक्री में सक्रिय रूप से शामिल थे। पुलिस ने इनके खिलाफ सबूत जुटाकर पीआईटी-एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। श्रीनगर पुलिस ने कश्मीर घाटी में नशा तस्करों के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई जारी रखते हुए पुलिस ने मादक पदार्थों के अवैध व्यापार में शामिल सात और कुख्यात ड्रग तस्करों पर मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन तस्करों पर पहले से भी मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि निम्नलिखित आरोपी विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर के युवाओं के बीच खतरनाक स्तर पर मादक पदार्थों की बिक्री में सक्रिय रूप से शामिल पाए गए हैं। आरोपियों में शामिल बिलाल अहमद लांगू उर्फ ओवैस पुत्र गुलाम नबी लांगू निवासी अरमवारी राजबाग, श्रीनगर के खिलाफ पहले से ही पुलिस स्टेशन राजबाग में एफआईआर दर्ज है।
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इसके अलावा अल्ताफ अहमद नजर उर्फ टीके खान पुत्र गुलाम कादिर खान निवासी इस्लामयारबल पथेर मस्जिद, श्रीनगर पुलिस स्टेशन नौहाट्टा में जबकि मुमीन बिलाल कानू उर्फ मोमिन वाजा पुत्र बिलाल अहमद कानू निवासी बंदे कोचा श्रीनगर के खिलाफ पुलिस स्टेशन एमआर गंज में और मोहम्मद अय्यूब नजर पुत्र स्वर्गीय अब्दुल खालिक नजर निवासी वानियार रथपोरा मौजूदा पता कौंसर कॉलोनी, पालपोरा नूरबाग श्रीनगर के खिलाफ पुलिस स्टेशन सफाकदल में मामला दर्ज है।
इसी तरह अदनान रसूल गनई पुत्र गुलाम रसूल गनई निवासी चंदूसा बारामूला मौजूदा पता कमराबाद कमरवारी के खिलाफ पुलिस थाना परिम्पोरा जबकि शाह दीन मुश्ताक उर्फ काना/तुफैल पुत्र मुश्ताक अहमद कागजगर निवासी बोनियारबल के खिलाफ पुलिस थाना हीरानगर कठुआ में पहले ही मामला दर्ज है। वहीं उबैद अहमद शाह पुत्र ऐजाज अहमद शाह निवासी पंपोश कॉलोनी पालपोरा के खिलाफ पुलिस थाना सफाकदल में नशा तस्करी का मामला दर्ज है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि नशीली दवाओं से संबंधित मामलों में ये सभी पहले दर्ज प्राथमिकियों और अदालतों से जमानत मिलने के बावजूद अभी तस्करी में लिप्त रहे। इन सभी ने बेशर्मी से अवैध नशीली दवाओं का नेटवर्क चलाया और श्रीनगर सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में युवाओं को निशाना बनाया।
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श्रीनगर पुलिस ने बड़ी ही सावधानीपूर्वक इन लोगों के खिलाफ सबूत जुटाए और उन्हीं के आधार पर औपचारिक नजरबंदी आदेश प्राप्त किए। इसके बाद आरोपियों पर पीआईटी-एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और उन्हें जम्मू की कोट भलवाल जेल सहित उधमपुर, कठुआ की जिला जेलों में रखा गया है।
यही नहीं श्रीनगर पुलिस ने कानून के तहत नशीली दवाओं की तस्करी से अर्जित अवैध संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के इस निर्णायक कदम का उद्देश्य मादक पदार्थों के व्यापार को बनाए रखने वाले बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करना है।
श्रीनगर पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी को खत्म करने और नशा मुक्त समाज सुनिश्चित करने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है और जनता से आग्रह करती है कि वे मादक पदार्थों के डीलरों या संदिग्ध मादक पदार्थों की गतिविधि से संबंधित किसी भी जानकारी को निकटतम पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें।
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