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    J&K News: कुपवाड़ा में आतंकियों का मददगार गिरफ्तार, चावल की बोरी में ले जा रहा था हथियार

    Updated: Wed, 30 Oct 2024 01:59 PM (IST)

    कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी मददगार को गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक पिस्तौल एक मैगजीन छह कारतूस और दो चाइनीज ग्रेनेड बरामद किए गए हैं। पूछ ...और पढ़ें

    कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, आतंकी मददगार गिरफ्तार (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के सोपोर में सक्रिय आतंकियों के लिए हथियार व अन्य साजो सामान पहुंचाने जा रहे एक आतंकी मददगार को कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक पिस्तौल, एक मैगजीन, छह कारतूस और दो चाइनीज ग्रेनेड बरामद किए गए हैं।

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    पूछताछ में पता चला है कि कारोबार में घाटा होने के बाद जल्द पैसा कमाने के चक्कर में वह आतंकियो के संपर्क में आकर उनके लिए हथियार व अन्य साजो सामान को एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित पहुंचाने का काम करने लगा था।

    BSF और पुलिस ने लगाया था नाका

    पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कुपवाड़ा में बीएसएफ और पुलिस (BSF & Jammu Kashmir Police) के एक संयुक्त कार्यदल ने मंगलवार की देर रात गए तरठपोरा-छांपुर सड़क मार्ग पर एक विशेष सूचना के आधार पर नाका लगाया था।

    नाका पार्टी ने वहां से गुजर रहे एक मोटरसाइकिल(जेके05जी-0460) को रुकने का संकेत किया। मोटरसाइकिल सवार तलाशी के लिए रुक गया। उसके पास चावल की एक बोरी थी जो उसने मोटरसाइकिल पर लाद रखी थी।

    चावल की बोरी में छिपा रखे थे हथियार

    नाका पार्टी ने जब उससे पूछताछ की तो वह कुछ असहज हो गया। उसने बताया कि वह जिला बारामुला में एलओसी के साथ सटे उड़ी सेक्टर के बिजहामा का रहने वाला है और उसका नाम शाहिद सलीम लोन है। उसने बताया कि वह सोपोर जा रहा है।

    जब उससे पूछा गया कि वो सोपोर क्यों जा रहा है, उड़ी क्यों नहीं, यह पूछे जाने पर उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इस पर नाका पार्टी ने चावल की बोरी को खुलवाया और जांच की। इस दौरान चावलों के बीच छिपाकर रखा गया एक पिस्तौल, एक मैगजीन, छह कारतूस और दो चाइनीज ग्रेनेड मिले।

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    पैसों के चक्कर में बन गया आतंकियों का मददगार

    पूछताछ में पता चला कि ग्रेजुएशन तक पढ़ाई करने के बाद उसने अपना कारोबार शुरू किया था। कारोबार में घाटा हो गया और वह कर्ज में डूब गया। इससे उभरने और जल्द पैसा कमाने के चक्कर में नार्को टेरर मॉड्यूल से जुड़े कुछ तत्वों के संपर्क में आया और उसके बाद वह आंतकियों का मददगार बन गया।

    वह अवैध नशीले पदार्थ और हथियारों को एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित पहुंचाने का काम करने लगा। उसके पास से जो हथियार बरामद हुए हैं, उसे वह सोपोर में सक्रिय एक आतंकी माडयूल तक पहुंचाने थे।

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