कश्मीर के सादिक अली मीर बनेंगे अंतरिक्ष यात्री, अमरीका की टाइटन्स स्पेस इंडस्ट्रीज के साथ मिशन में 2029 में होंगे शामिल
जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले के सादिक अली मीर को टाइटन्स स्पेस इंडस्ट्रीज इंक ने अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार चुना है। 21 वर्षीय मीर 2029 में कंपनी के पहले अंतरिक्ष मिशन में भाग लेंगे। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातक मीर ने सातवीं कक्षा में ही एयरोस्पेस इंजीनियर बनने का सपना देख लिया था।

जागरण संवाददाता, श्रीनगर। कश्मीर के वैज्ञानिक समुदाय के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि ही मानी जाएगी। बडगाम जिले के लाबरताल गांव के 21 वर्षीय सादिक अली मीर को संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित एक निजी एयरोस्पेस फर्म, टाइटन्स स्पेस इंडस्ट्रीज इंक में अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार (एएससीएएन) के रूप में चुना गया है।
मीर 2029 में कंपनी के पहले अंतरिक्ष मिशन में भाग लेंगे। इसका नेतृत्व नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री और सेवानिवृत्त अमेरिकी सेना कर्नल विलियम मैकआर्थर, ब्राजील के पहले अंतरिक्ष यात्री और टाइटन्स स्पेस के वर्तमान उप-मुख्य अंतरिक्ष यात्री मार्कोस पोंटेस करेंगे।
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातक हैं मीर
लाबरताल के एक साधारण गांव में जन्मे और पले-बढ़े, मीर की वैश्विक अंतरिक्ष मंच तक की यात्रा उनकी दृढ़ता और महत्वाकांक्षा का प्रमाण है। उन्होंने अपनी शैक्षणिक यात्रा आईपीएस स्कूल से शुरू की और बाद में शोलीपोरा के सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से अपनी उच्चतर माध्यमिक शिक्षा पूरी की। मीर को वर्ष 2021 में आरवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (आरवीसीई), बेंगलुरु में प्रवेश मिला और अगस्त 2025 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
सातवीं कक्षा में देख लिया था एयरोस्पेस इंजीनियर बनने का सपना
मीर ने उस पल के बारे में बताया जिसने अंतरिक्ष यात्रा के उनके सपने को जन्म दिया। मीर ने कहा, जब मैं सातवीं कक्षा में था तब कश्मीर में बर्फबारी के दौरान मैंने आकाश में एक चमकीली वस्तु को घूमते देखा और सोचा कि यह एक धूमकेतु है। आठवीं कक्षा में मुझे पता चला कि यह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन है। उस पल ने एक एयरोस्पेस इंजीनियर और अंतरिक्ष यात्री बनने के मेरे सपने को जन्म दिया।
आसान नहीं था अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवार चुना जाना
मीर का चयन एक कठोर प्रक्रिया के बाद एएससीएएन के रूप में हुआ। उन्होंने बताया कि तकनीकी मूल्यांकन और टाइटन्स स्पेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ उनका साक्षात्कार हुआ, जिनमें सीईओ नील लैचमैन, मुख्य अंतरिक्ष यात्री विलियम मैकआर्थर और सीटीओ फ्रैंकलिन रैटलिफ शामिल थे। मीर ने केप्लर स्पेस यूनिवर्सिटी, फ्लोरिडा में अंतरिक्ष प्रणालियों में स्नातकोत्तर कार्यक्रम में भी प्रवेश प्राप्त कर लिया है, जहाँ वह अंतरिक्ष प्रणालियों के डिज़ाइन में अपनी विशेषज्ञता को और गहरा करेंगे।
इस सम्मान के लिए मुझे बहुत गर्व है
मीर ने कहा कि एक एएससीएएन और भावी स्नातक छात्र के रूप में, मुझे वैश्विक मंच पर आरवीसीई और भारत का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान प्राप्त है। यह एक ऐसी ज़िम्मेदारी है जिस पर मुझे बहुत गर्व है। अपनी स्नातक की पढ़ाई के दौरान, मीर ने टीम एयरोएस्ट्रो की सह-स्थापना की, जो एक छात्र-नेतृत्व वाली पहल है जो इलेक्ट्रिक विमान और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी विकास पर केंद्रित है। उन्होंने टीम लीडर और प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्य किया, और वर्तमान में सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं।
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मीर ने इस उपलब्धि के लिए शिक्षकों, परिजनों का आभार जताया
मीर ने कहा कि सुहाना अर्श, सतेज पाटिल, ऋषिका बनर्जी, तुषार मोंगिया, वैभवी मोकाशी, पार्थ पटेल, इंचारा नटराज और अन्य जैसे प्रतिभाशाली लोगों के साथ काम करने से मेरे आकार देने में मदद मिली।मीर ने बीआईटी मेसरा में आयोजित वार्षिक एईएसआई सीएफडी सम्मेलन में प्रस्तुत दो शोध पत्रों का सह-लेखन भी कियाlइसके अतिरिक्त, उन्होंने नासा द्वारा समर्थित मिलो मिशन अकादमी में एक चंद्र रोवर परियोजना के लिए प्रमुख सिस्टम इंजीनियर के रूप में कार्य किया। मीर ने अपने गुरुओं, परिवार और समर्थकों, जिनमें वसीमा हुसैन, और टाइटन्स स्पेस के प्रमुख नेता जैसे नील लछमन, डॉ. वी विजय, मार्कस ब्यूफोर्ट और फ्रैंकलिन रैटलिफ शामिल हैं, का हार्दिक धन्यवाद किया।
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