Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    कश्मीर के खेल मैदानों पर सुरक्षाबलों का कब्जा; महबूबा मुफ्ती बोलीं, 'इन्हें छीनने से अलगाव और गहरा होगा'

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 03:22 PM (IST)

    पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर के खेल मैदानों पर सुरक्षाबलों के कब्जे पर चिंता जताई है। श्रीनगर के चाटाबल और बघाट बरज़ुल्ला में खेल मैदानों का दौरा करते हुए उन्होंने कहा कि इन मैदानों के छिन जाने से युवाओं में अलगाव गहरा होगा। उन्होंने सेना और पुलिस अधिकारियों से इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया क्योंकि ये मैदान युवाओं के लिए सामुदायिक मेलजोल के महत्वपूर्ण स्थान हैं।

    Hero Image
    खेल मैदानों पर कब्ज़े से कश्मीर में बढ़ेगा अलगाव महबूबा मुफ्ती।

    डिजिटल डेस्क, जागरण, श्रीनगर। कश्मीर के खेल मैदानों पर सुरक्षाबलों के कब्जे को लेकर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि इन मैदानों को छीनने से युवाओं में अलगाव और गहरा होगा।

    महबूबा मुफ्ती ने श्रीनगर के चाटाबल और बघाट बरज़ुल्ला में स्थित खेल मैदानों का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों, खासकर युवाओं, को इन महत्वपूर्ण खुले स्थानों के छिन जाने का डर है। ये स्थान घनी आबादी वाले इलाकों में मनोरंजन और खेल के मैदानों के रूप में काम करते हैं।"

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें- शरारती बच्ची से लेकर अंतरराष्ट्रीय तलवारबाज तक, युवाओं के लिए प्रेरणादायक है श्रेया गुप्ता की अनोखी कहानी

    उन्होंने आगे कहा, "स्थानीय निवासियों, खासकर युवाओं में यह चिंता बढ़ रही है कि खेल और सामुदायिक मेलजोल के लिए नियमित रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले इन महत्वपूर्ण खुले स्थानों पर सेना या पुलिस बल कब्ज़ा कर सकते हैं। इससे वे स्वस्थ जुड़ाव के एकमात्र उपलब्ध माध्यम से वंचित हो जाएंगे।"

    महबूबा ने सेना-पुलिस से पुनर्विचार का आग्रह किया

    महबूबा मुफ्ती ने सेना और पुलिस दोनों अधिकारियों से ऐसे किसी भी कदम पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि जेनरेशन जेड को हाशिये पर न धकेला जाए। ऐसा करने के दीर्घकालिक गंभीर परिणाम हो सकते हैं।"

    यह भी पढ़ें- कश्मीर में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन तहरीके हुर्रियत के मुख्यालय को सील किया

    खेल के मैदान में ही युवा भविष्य के सपने देखते हैं

    महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा, "ऐसी जगहों का संरक्षण सिर्फ़ ज़मीन से जुड़ा मामला नहीं है, बल्कि कश्मीर की युवा पीढ़ी के लिए आशा, अवसर और अपनेपन की भावना से जुड़ा है। खेल के मैदान वे होते हैं जहां सामुदायिक बंधन बनते हैं और जहां बच्चे बेहतर भविष्य के सपने देख सकते हैं। इन्हें छीनने से अलगाव और गहरा होगा।"

    यह एक गंभीर मुद्दा है इसका समाधान निकालना होगा

    पीडीपी अध्यक्ष ने बारामूला के शीरी में भी इसी तरह की शिकायतों का ज़िक्र किया, जहां स्थानीय लोगों का आरोप है कि खुले मैदानों पर धीरे-धीरे कब्ज़ा किया जा रहा है। उन्होंने कहा, "यह एक गंभीर मुद्दा है और हमें इसका समाधान निकालना होगा।"

    यह भी पढ़ें- कठुआ जिला में करोड़ों रुपये के भूमि घोटाले का पर्दाफाश, क्राइम बांच ने 2 प्रापर्टी डीलरों को किया गिरफ्तार