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    कश्मीर में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन तहरीके हुर्रियत के मुख्यालय को सील किया

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 02:21 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन तहरीके हुर्रियत के मुख्यालय को सील कर दिया। यह कार्रवाई गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम के तहत की गई। तहरीके हुर्रियत का गठन सैयद अली शाह गिलानी ने किया था और इसे 31 दिसंबर 2023 को प्रतिबंधित किया गया था। इसके अतिरिक्त उत्तरी कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी के दो सदस्यों के घरों की तलाशी ली गई और प्रचार सामग्री जब्त की गई।

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    जम्मू-कश्मीर अलगाववादी संगठन तहरीके हुर्रियत का मुख्यालय सील।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार को प्रतिबंधित अलगाववादी संगठन तहरीके हुर्रियत के मुख्यालय को सील कर दिया। यह मुख्यालय श्रीनगर के हैदरपोरा में स्थित है। पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (यूएपीए) की धारा 25 के तहत यह कार्रवाई की। तहरीके हुर्रयित का गठन वर्ष 2004 में कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी ने किया था। जिनका निधन सितंबर 2021 में हुआ है।

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    तहरीके हुर्रियत को 31 दिसंबर 2023 को प्रतिबंधित घोषित किया गया था। इसके बावजूद, संगठन से जुड़े लोग अपनी गतिविधियों को जारी रखे हुए थे।

    इसके अलावा, पुलिस ने उत्तरी कश्मीर में प्रतिबंधित जमाते इस्लामी के दो सदस्यों के घरों की तलाशी ली। इनमें मोहम्मद मकबूल बट और तनवीर अहमद डार शामिल हैं। पुलिस ने जमाते इस्लामी की प्रचार सामग्री और अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं जब्त की हैं।

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    तीन मंजिला इमारत की गई सील

    बड़गाम से मिली जानकारी के अनुसार, यह मुख्यालय श्रीनगर शहर को श्रीनगर एयरपोर्ट से जोड़ने वाली सड़क पर स्थित हैदरपोरा के रहमताबाद में स्थित है। सील की गई संपत्ति में एक कनाल एक मरला जमीन (खसरा नंबर 946, खाता नंबर 306) पर बनी तीन मंजिला इमारत शामिल है।

    इस इमारत का इस्तेमाल प्रतिबंधित संगठन के मुख्यालय के तौर पर किया जा रहा था। यह कार्रवाई यूएपीए के तहत बडगाम पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर नंबर 08/2024 से जुड़े मामले में की गई है।

    पाबंधी के बावजूद इस्तेमाल की जा रही थी इमारत

    प्रवक्ता ने बताया कि तहरीके हुर्रयित को 31 दिसंबर 2023 को प्रतिबंधित घोषित किया गया था। पाबंदी के बावजूद तहरीके हुर्रयित से जुड़े लोग इस इमारत का इस्तेमाल अपनी गतिविधियों केा जारी रखने और अपने नेटवर्क के विस्तार के लिए कर रहे थे। तहरीके हुर्रयित का गठन सैयद अली शाह गिलानी ने प्रतिबंधित जमाते इस्लामी के साथ एक समझाैत के बाद अगस्त 2004 में किया था।

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    गिलानी ने 2018 में चेयरमैन पद से दे दिया था इस्तीफा

    गिलानी ने वर्ष 2018 में तहरीके हुर्रयित के चेयरमैन पद से स्वास्थ्य ठीक न होने के आधार पर इस्तीफा दिया था,लेकिन वह इसके संरक्ष बने रहे। गिलानी के बाद तहरीके हुर्रियत की कमान मोहम्मद अशरफ सहराई ने संभाली और फरवरी 2022 में सहराई की मौत के बाद आमिर हमजा इसका चेयरमैन बना जो अभी जेल में बंद है।

    संगठन के दो घरों में मारे छापे

    इस बीच उत्तरी कश्मीर से मिली जानकारी के अनुसार, सोपोर के जलूरा में पुलिस ने आज प्रतिबंधित जमाते इस्लामी के दो सदस्यों के घरों के की तलाशी ली है। इनमें मोहम्मद मकबूल बट पुत्र अब्दुल रहीम बट और तनवीर अहमद डार पुत्र अब्दुल जब्बार डार शामिल हैं। इन दोनों के घरों की तलाशी गैर कानूनी गतिविधियों की राेकथाम अधिनियम के तहत अदालत की अनुमति से ली गई है।

    मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में ली गई तलाशी

    पुलिस के अनुसार, तलाशी की कार्रवाई एक मजिस्ट्रेट की निगरानी में पूरी की गई। सोपोर स्थित एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सूचनाएं मिल रही थी कि प्रतिबंध के बावजूद मोहम्मद मकबूल और तनवीर गुप्त तरीके से अपनी राष्ट्रविरोधी गतिविधियां जारी रखे हुए हैंं।

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    दोनों अपने नेटवर्क के जरिए स्थानीय युवाओं में राष्ट्र विरोधी मानसिकता को पैदा करते हुए उन्हें आतंकी व अलगाववादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसा रहे हैं। इसके आधार पर अाज इनके घरों की तलाशी ली गई।

    हालांकि पुलिस ने तलाशी के दौरान बरामद साजो सामान की जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन बताया जा रहा है कि जमात-ए-इस्लामी की प्रचार सामग्री व कुछ अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं जब्त की गई हैं।