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    उसने मुझे बैग से मारा, घूंसे-थप्पड़ मारे; मैं तो बस अपना काम कर रहा था: स्पाइसजेट कर्मचारी ने सुनाई आपबीती

    Updated: Mon, 04 Aug 2025 05:46 PM (IST)

    श्रीनगर हवाई अड्डे पर स्पाइसजेट के कर्मचारी मुदासिर अहमद खान ने बताया कि सेना के अधिकारी द्वारा मारपीट के कारण वह बिस्तर पर हैं। उन्होंने अतिरिक्त बैगेज शुल्क मांगने पर हमला किया गया। मुदासिर ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

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    स्पाइसजेट ने भी नागरिक उड्डयन मंत्रालय से कार्रवाई का अनुरोध किया है। फोटो पीटीआई।

    डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। पिछले महीने श्रीनगर हवाई अड्डे पर एक सेना अधिकारी द्वारा कथित तौर पर की गई मारपीट के कारण बिस्तर पर पड़े स्पाइसजेट कर्मचारी मुदासिर अहमद खान ने कहा कि उन्हें अपना काम ईमानदारी से करने के लिए निशाना बनाया गया। उन्होंने ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए हमलावर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

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    लेफ्टिनेंट कर्नल आरके सिंह ने 26 जुलाई को एयरलाइन के चार कर्मचारियों पर उस समय हमला किया था जब खान ने सेना अधिकारी से स्पाइसजेट द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार अतिरिक्त केबिन बैगेज ले जाने के लिए शुल्क का भुगतान करने को कहा था। हमले में गंभीर रूप से घायल खान की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर आया है जिसकी वजह से वह बिस्तर पर हैं।

    घटना की जानकारी देते हुए खान ने कहा कि "मैंने देखा कि एक व्यक्ति दो केबिन बैग ले जा रहा था। मैंने उसे एक तरफ खड़े होने को कहा ताकि उनका वजन किया जा सके। केबिन बैगेज के प्रत्येक बैग के लिए 7 किलोग्राम की अनुमति है जबकि व्यक्ति दो बैग ले जा रहा था जिनका वजन 16 किलोग्राम था।"

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    उसने सेना अधिकारी से अतिरिक्त सामान का भुगतान करने को कहा लेकिन वह क्रोधित हो गया और उससे व अन्य सहयोगियों के साथ दुर्व्यवहार करने के बाद हिंसक हो गया। "उसने तब तक मुझे बैग से मारा, घूंसे और थप्पड़ मारे, जब तक कि मेरे मुंह और नाक से खून नहीं निकलने लगा। फिर मैं बेहोश हो गया। बाद में मैंने वीडियो में देखा कि वह किसी को मुझे उठाने भी नहीं दे रहा था। उसने अन्य चार कर्मचारियों के साथ भी मारपीट की।"

    खान ने कहा कि उसने लेफ्टिनेंट कर्नल सिंह को केवल अपनी ड्यूटी के तहत रोका था। "अगर मैं गलत होता, तो बात अलग होती। एयरलाइन टिकट पर प्रत्येक यात्री के लिए सामान की सीमा का स्पष्ट उल्लेख है हालांकि सेना अधिकारी ने दावा किया कि उन्हें इसके बारे में पता नहीं है।

    उन्होंने मांग की कि दोषी सेना अधिकारी को उसके हिंसक कृत्यों के लिए दंडित किया जाए। "जो मेरे साथ हुआ वह किसी और के साथ भी हो सकता है। इसलिए उसे निश्चित रूप से इसके लिए दंडित किया जाना चाहिए।"

    आपको बता दें कि पुलिस ने 26 जुलाई को श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक निजी एयरलाइन के चार कर्मचारियों पर कथित तौर पर हमला करने और उन्हें घायल करने के आरोप में सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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    वहीं लेफ्टिनेंट कर्नल सिंह ने भी पुलिस में हमले का आरोप लगाते हुए एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद एयरलाइन कर्मचारियों के खिलाफ भी एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।

    सेना अधिकारी जो वर्तमान में बारामूला जिले के गुलमर्ग स्थित सेना के हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (HAWS)में तैनात हैं, उस समय दिल्ली जाने वाले स्पाइसजेट के विमान में सवार होने वाले थे। घटना के बारे में पूछे जाने पर लेफ्टिनेंट कर्नल सिंह ने कहा कि अधिकारियों को पूरा सहयोग दिया जा रहा है।

    श्रीनगर के जनसंपर्क अधिकारी (रक्षा) ने एक बयान में कहा कि सेना अनुशासन और आचरण के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी आरोपों को गंभीरता से लेती है। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और कई इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसका एक वीडियो सामने आया है जिसमें कथित तौर पर गुस्साए सैन्य अधिकारी को कई एयरलाइन कर्मचारियों को लोहे के स्टैंड से पीटते हुए दिखाया गया है।

    एयरलाइन ने घटना के बारे में एक विस्तृत बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि हमले के चार पीड़ितों में से एक को रीढ़ की हड्डी में चोट आई है। उन्होंने यह भी कहा कि नागरिक उड्डयन नियमों के अनुसार यात्री को नो-फ्लाई सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

    स्पाइसजेट ने कहा कि उसने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को भी पत्र लिखकर अपने कर्मचारियों पर हुए "जानलेवा हमले" के बारे में सूचित किया है और यात्री के खिलाफ उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है। 

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