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    देश के ऑटोमोबाइल और माल ढुलाई नेटवर्क से जुड़ा कश्मीर, अनंतनाग में सफलतापूर्वक उतारा गया वाहनों का पहला रेक

    Updated: Fri, 03 Oct 2025 02:29 PM (IST)

    कश्मीर घाटी के अनंतनाग में रेलवे के गुड्स शेड में पहला ऑटोमोबाइल रेक सफलतापूर्वक उतरा गया। हरियाणा के मानेसर से रवाना हुई ट्रेन 45 घंटों में 850 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करके पहुँची। इस रेक में 116 नए वाहन थे जिससे कश्मीर घाटी में सीधे रेल-आधारित ऑटोमोबाइल परिवहन की शुरुआत हुई।

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    रेलवे अधिकारियों ने इसे माल ढुलाई में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है, जिससे परिवहन लागत कम होने की उम्मीद है।

    डिजिटल डेस्क, जागरण, श्रीनगर। कश्मीर आज देश के ऑटोमोबाइल और माल ढुलाई नेटवर्क से और भी नजदीकी से जुड़ गया। जिला अनंतनाग में स्थित रेलवे के गुड्स शेड में आज पहला ऑटोमोबाइल रेक सफलतापूर्वक उतारा गया। हरियाणा के मानेसर स्थित मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के गति शक्ति टर्मिनल से गत बुधवार को मारुति-सजूकी की 116 गाड़ियां लेकर चला ऑटोमोबाइल रेक आज शुक्रवार तड़के अनंतनाग पहुंचा।

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    इस ट्रेन ने लगभग 45 घंटों में 850 किलोमीटर से अधिक की यात्रा पूरी की। उत्तर रेलवे ने इस पहल के जरिए जम्मू-कश्मीर के लॉजिस्टिक्स और परिवहन बुनियादी ढांचे के लिए एक ऐतिहासिक विकास में योगदान दिया है। इस ट्रेन में ब्रेज़ा, डिज़ायर, वैगनआर और एस-प्रेसो जैसी गाड़ियां शामिल थीं। 

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    पहले हाईवे के जरिए कश्मीर पहुंचते थे नए वाहन

    रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस सेवा से श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर भीड़भाड़ कम करने में मदद मिलेगी और यह सुनिश्चित होगा कि गाड़ियां घाटी में बिल्कुल सही हालत में पहुंचें। उन्होंने बताया कि अब तक कश्मीर में कार डीलर कई ड्राइवरों को नियुक्त करते थे जो जम्मू से नई ब्रांडेड गाड़ियां सड़क मार्ग से लाते थे।

    नई रेल सेवा ने इस प्रथा को समाप्त कर दिया

    इस प्रथा का मतलब था कि ग्राहकों तक पहुंचने से पहले गाड़ियों को सैकड़ों किलोमीटर तक चलाया जाता था, जिससे खरीदार अपनी नई खरीदी गई कार को सबसे पहले चलाने के विशेषाधिकार से वंचित रह जाते थे। इस नई रेल सेवा ने अब से इस प्रथा को समाप्त कर दिया है। अब गाड़ियां ड्राइवरों के बिना और अपनी मूल फ़ैक्टरी स्थिति में पहुंचेंगी।

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    सफल अनलोडिंग अभियान की हुई पुष्टि

    उत्तर रेलवे के अधिकारियों ने सफल अनलोडिंग अभियान की पुष्टि की और इसे क्षेत्र के माल ढुलाई संपर्क में एक "महत्वपूर्ण छलांग" बताया। मौके पर मौजूद एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया, "यह घाटी के सुव्यवस्थित और लागत-प्रभावी ऑटोमोबाइल लॉजिस्टिक्स के एक नए युग में प्रवेश का प्रतीक है।"

    सीधे ऑटोमोबाइल रेक आने से लागत में कमी आने की उम्मीद

    अब तक, वाहनों को जम्मू या पंजाब के रेलवे टर्मिनलों से सड़क मार्ग से ले जाया जाता था, जिसके परिणामस्वरूप अक्सर लंबा पारगमन समय और अधिक लॉजिस्टिक्स लागत होती थी। अनंतनाग में सीधे ऑटोमोबाइल रेक आने से दोनों ही तरह की लागत में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है, जिससे निर्माताओं, डीलरों और अंततः उपभोक्ताओं को लाभ होगा।

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    स्थानीय हितधारकों ने किया इस कदम का स्वागत

    ऑटोमोबाइल डीलरों और परिवहन कंपनियों सहित स्थानीय हितधारकों ने इस कदम का स्वागत किया है। वाहन वितरक इम्तियाज अहमद ने कहा, "इससे न केवल परिवहन लागत कम होगी, बल्कि ग्राहकों तक तेज़ी से डिलीवरी भी सुनिश्चित होगी।"