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    जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे की बहाली के मुद्दे पर कांग्रेस से चर्चा करने से चैंबर ने किया इंकार, कहा हमारा मंच गैर राजनीतिक

    Updated: Sat, 02 Aug 2025 07:13 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे की बहाली के मुद्दे पर कांग्रेस और जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के बीच चर्चा नहीं हो पाई। चैंबर ने अपने मंच पर राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करने से इनकार कर दिया जबकि कांग्रेस ने भाजपा सरकार की नीतियों को व्यापार विरोधी बताया। कांग्रेस ने राज्य के दर्जे की बहाली के लिए जनसंपर्क अभियान शुरू किया है।

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    रियासत के दर्जे की बहाली एक राजनीतिक मुद्दा है।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री जम्मू ने कांग्रेस के साथ जम्मू-कश्मीर के राज्य के दर्जे की बहाली के मुद्दे पर चर्चा करने से इंकार कर दिया है। कांग्रेस इन दिनों जम्मू कश्मीर के राज्य के दर्जे की बहाली के मुद्दे पर अभियान चला रही है।

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    इस अभियान के तहत ही तय कार्यक्रम के तहत आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेता व कार्यकर्ता चैंबर हाउस पहुंचे। वहां पर कार्यवाहक प्रदेश प्रधान रमण भल्ला सहित अन्य नेताओं ने कहा कि पार्टी इस समय जम्मू कश्मीर के राज्य के दर्जे की बहाली के मुद्दे पर समाज के विभिन्न वर्गों से मुलाकात कर चर्चा कर रही है।

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    चैंबर के प्रधान अरुण गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस का चाय पर चर्चा का कार्यक्रम है। हमारा संगठन गैर राजनीतिक है। हम अपने मंच पर कोई भी राजनीतिक मुद्दा नहीं उठा सकते। हम इंडस्ट्री, व्यापारियों की बात करते हैं। जम्मू के स्थानीय मुद्दों की बात करते हैं। रियासत के दर्जे की बहाली एक राजनीतिक मुद्दा है।

    जब सारी राजनीतिक पार्टियों इस पर बैठैगी, हम बुलाया जाएगा तो हम अपनी बात रखेंगे। हम इस राजनीतिक मुद्दे पर चर्चा नहीं कर सकते। मैंने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया है लेकिन यह भी साफ किया कि हमारा मंच गैर राजनीतिक है। वहीं प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक प्रधान रमण भल्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की नीतियां व्यापार विरोधी है।

    भाजपा के नेतृत्व वाली प्रशासन की नीतियों ने व्यापारिक समुदाय को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। उन्होंने व्यापारियों और उद्योगपतियों की समस्याओं को उठाया। कहा कि राज्य की स्थिति की अनदेखी ने एक गंभीर शासन शून्य पैदा किया है, जिससे जम्मू और कश्मीर के लोगों को सशक्त बनाने में असमर्थता और क्षेत्र की आर्थिक संरचना को गंभीर रूप से बाधित किया गया है।

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    भल्ला ने कहा कि समाज का हर वर्ग पीड़ित है लेकिन जम्मू के व्यापारिक समुदाय को भाजपा की उदासीन और असंवेदनशील दृष्टिकोण का सबसे अधिक खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को बढ़ते नुकसान से जूझने के बजाय, प्रशासन ने ऐसे निर्णय लिए हैं जो उन्हें और अधिक बोझिल बना रहे हैं।

    उन्होंने कहा कि पूर्ण राज्य की बहाली होने से सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है। हम जनसंपर्क अभियान के तहत समाज के विभिन्न वर्गों से मिल रहे हैं। 9 अगस्त से लेकर 20 अगस्त तक जिला मुख्यालयों पर अभियान चलेगा।

    इस अभियान में पूर्व मंत्री मुलाराम और योगेश साहनी, राजनीश शर्मा, जम्मू जिला शहरी प्रधान मनमोहन सिंह, डीडीसी सदस्य तरनजीत सिंह टोनी, सतीश शर्मा, द्वारका चौधरी, विजय शर्मा, नीरज गुप्ता, कपिल सिंह, सोनू डोगरा, सतपाल सपोलिया, लतीश शर्मा, विनय गुप्ता, विजय शास्त्री, संजीव काटल, प्रदीप भल्ला, विजय खजूरिया, राजिंदर सिंह रंधावा, विजयंत पठानिया, विजू, जतिन वशिष्ठ, तनवीर सिंह, शिल्पा, अमन बावा और अन्य शामिल थे।

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