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    धार्मिक पर्यटक स्थलों का सर्किट तैयार करेगा जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

    Updated: Mon, 21 Jul 2025 04:44 PM (IST)

    जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड शहर के धार्मिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने के लिए एक सर्किट बना रहा है। ई-बसों के माध्यम से यात्री बावे माता तिरुपति बालाजी मंदिर रघुनाथ मंदिर जैसे स्थलों तक आसानी से पहुंच सकेंगे। फिलहाल 100 ई-बसें चल रही हैं जिनमें से 95 सड़कों पर हैं। अप्रैल 2025 से महिलाओं के लिए ई-बस में यात्रा मुफ्त है।

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    इस पहल से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को सुविधा होगी।

    जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू-कश्मीर घूमने आने वाले यात्रियों को जम्मू शहर के सभी धार्मिक व अन्य पर्यटन स्थलों तक पहुंचाने के लिए जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड एक सर्किट तैयार करने जा रहा है। सभी धार्मिक व अन्य पर्यटन स्थलों को ई-बसों के माध्यम से आपस में जोड़ दिया जाएगा। यात्री इन ई-बसों में बैठ कर बिना दरबदरी के इन स्थलों के नजारे ले जाएंगे।

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    जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड अगले कुछ महीनों में छोटी ई-बसें खरीदने जा रहा है। इन छोटी ई-बसों के माध्यम से बावे माता, महामाया माता, श्री तिरुपति बाला जी मंदिर, हरि की पौड़ी, पीरखोह, बलराम मंदिर, श्री कृष्ण-रुकमणि मंदिर, रणवीरेश्वर मंदिर, रघुनाथ मंदिर, अमर महल पैलेस, बाग-ए-बाहू, मानसर झील, अखनूर किला, जिया पोता घाट, अंबारां बौद्ध मठ, सुचेतगढ़, उत्तर बाहिनी समेत अन्य पयर्टन स्थलों तक पहुंचना सरल हो जाएगा।

    फिलहाल जेएससीएल के पास 9 और 12 मीटर लंबी ई-बसें हैं जो अधिकतर स्थलों तक नहीं पहुंच पाती क्योंकि सड़कें चौड़ी कम हैं। जब 7 मीटर लंबी ई-बसें आ जाएंगी तो फिर सभी स्थलों के परिसर तक सवारियों को छोड़ा जा सकेगा।

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    फिलहाल जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड जम्मू संभाग में 100 संचालित कर रहा है। इनमें से 95 बसें हमेशा सड़कों पर दौड़ती रहती हैं। पांच बसों को एडवांस में रखा जाता है ताकि कभी जरूर पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सके। अप्रैल 2025 से सभी ई-बसों में महिलाओं के लिए यात्रा मुफ्त कर दी गई है। लिहाजा अधिकतर महिलाएं इनका इस्तेमाल कर रही हैं।

    ई-बसों की क्षमता

    12 मीटर : 35 सीटें 21 खड़ी सवारियां = 56 सवारियां

    9 मीटर : 23 सीटें 17 खड़ी सवारियां = 40 सवारियां

    7 मीटर : 16 सीटें 15 खड़ी सवारियां = 31 सवारियां

    खड़े होकर भी कर सकते हैं सफर

    स्मार्ट सिटी की ई-बसों में मेट्रो की तर्ज पर कुछ सवारियों को खड़े रहकर सफर करने की भी अनुमति है। इनकी संख्या हरेक बस में निर्धारित है। जेएससीएल अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित संख्या से ज्यादा सवारियां खड़ी होने पर जुर्माना किया जा सकता है।

    अमरनाथ यात्रा में राहत

    बम भोले के जयकाराें से गूंजते जम्मू शहर में इन दिनों श्री अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेषकर महिलाओं के लिए भी ई-बसें सौगात साबित हो रही हैं। जम्मू-कश्मीर में ई-बसों में महिलाओं के लिए सवारी मुफ्त है तो जम्मू में घूमने वाले श्रद्धालु इनका पूरा लाभ उठा रहे हैं। जम्मू रेलवे स्टेशन से लेकर श्री अमरनाथ यात्री निवास तक रोजाना सैकड़ों महिलाएं मुफ्त ई-बसों में बैठ कर पहुंच रहीं हैं। पिछले 20 दिनों में करीब 25 हजार श्री अमरनाथ यात्रियों ने इन ई-बसों में सफर किया है।

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    लूट-खसूट होगी कम

    बाहरी प्रदेशों से यहां घूमने आने वाले पर्यटकों से ज्यादा पैसे वसूलने की शिकायतें आए दिन मिलती हैं। जब सभी धार्मिक व अन्य पर्यटक स्थलों तक ई-बसें जाना शुरू हो जाएंगी तो लूट-खसूट पर भी लगाम लगेगी। सैलानी आराम से एक पर्यटन स्थल से दूसरे पर्यटन स्थल तक इन ई-बसों से पहुंच पाएंगे।

    क्या कहते हैं अधिकारी

    ‘जम्मू शहर व आसपास के सभी धार्मिक व पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ कर एक सर्किट तैयार किया जाएगा। इन सभी स्थलों तक छोटी ई-बसें लगाई जाएंगी ताकि सैलानियों को पैदल चलना ही न पड़े। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। अगले कुछ महीनों में 9 मीटर लंबी ई-बसें हमें मिलेंगी। इन ई-बसों के आने के बाद बावे माता, तिरुपति बाला जी समेत अन्य मंदिरों तक सुविधा हो जाएगी। जहां रोड छोटे हैं। बड़ी बसें पहुंच नहीं सकती। प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है।’ -डा. देवांश यादव, सीईओ, जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड 

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