स्वच्छता रैंकिंग में जम्मू को 42वां स्थान, 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों के वर्ग में जम्मू ने हासिल की उपलब्धि
जम्मू शहर ने स्वच्छ भारत मिशन में पहली बार अच्छी रैंकिंग प्राप्त कर पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों में जम्मू को 42वां स्थान मिला है। पिछले सर्वेक्षण में जम्मू 248वें स्थान पर था। निगम आयुक्त डा. देवांश यादव के प्रयासों से यह सफलता मिली। जम्मू को 3-स्टार सिटी और ओडीएफ घोषित किया गया है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। स्वच्छ भारत मिशन में पहली बार जम्मू शहर ने स्वच्छ सर्वेक्षण में दो अंकों की रैंकिंग हासिल कर पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं। जम्मू को 3 से 10 लाख की आबादी वाले शहरों के वर्ग में 42वां स्थान मिला है।
पिछले स्वच्छ सर्वेक्षण में जम्मू 248वें स्थान पर रहा था। वीरवार को स्वच्छ सर्वेक्षण के नतीजे घोषित किए गए हैं, जिनमें इंदौर लगातार आठवीं बार पहले स्थान पर बना रहा। मंदिरों का शहर जम्मू पहली बार दो अंकों की रैंकिंग लाने में सफल रहा। 3 लाख से 10 लाख की आबादी के वर्ग में जम्मू अभी तक तीन अंकों की रैंकिंग लेता रहा है।
वर्ष 2019 में तो जम्मू शहर इस सर्वेक्षण में 329वें नंबर पर रहा था। पिछले वर्ष तक जम्मू शहर वर्ष 2021 में 169वीं रैंकिंग लेने में सफल हुआ था। निगम आयुक्त डा. देवांश यादव के स्वच्छता और नियमों के तहत स्वचछता रैंकिंग के लिए आनलाइन अपलोड व अन्य व्यवस्थाओं को सख्ती से लागू करने का ही नतीजा है कि पहली बार जम्मू नगर निगम शहर को दो अंकों की रैंकिंग दिलाने में सफल रहा।
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इस सर्वेक्षण में पता चला कि जम्मू में 92 प्रतिशत डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण हो रहा है जबकि 26 प्रतिशत स्रोत से ही गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करके उठाया जा रहा है। इसके अलावा रिहायशी इलाकों, बाजारों की शत-प्रतिशत सफाई हो रही है।
वहीं जल स्रोतों की सफाई में जम्मू 71 प्रतिशत सफल रहा है। सार्वजनिक शौचालय की 80 प्रतिशत सफाई रिकार्ड की गई है। जम्मू शहर 17 प्रतिशत डंपिंग साइट के सुधार में सफल हुआ है। इन सारी व्यवस्था के मद्देनजर जम्मू शहर इस बार 42वें नंबर पर रहने में सफल रहा।
स्वच्छता की ओर अग्रसर श्रेणी में मिला पुरस्कार
जम्मू नगर निगम को स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के कार्यक्रम में स्वच्छता की ओर अग्रसर शहर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जम्मू नगर निगम के आयुक्त डा. देवांश यादव, संयुक्त आयुक्त (स्वास्थ्य एवं स्वच्छता) अब्दुल स्तार और हेल्थ आफिसर डा. विनोद शर्मा ने कंद्रीय मंत्री मोहन लाल द्वारा यह सम्मान हासिल किया। उन्होंने बताया कि जम्मू 3-स्टार सिटी और ओडीएफ घोषित किया गया है। अब जम्मू को 5-स्टार सिटी बनाने के लिए काम किया जाएगा। डा. देवांश यादव ने कहा कि निगम के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई है। इसी तरह अगले वर्षों में भी काम होगा और रैंकिंग सुधारने के साथ लोगों में जागरुकता बढ़ाते हुए बेहतर सेवाएं दी जाएंगी।
जम्मू की स्वच्छता रैंकिंग
वर्ष रैंकिंग
2017 251
2018 212
2019 329
2020 224
2021 169
2022 199
2023 248
2024 42
मुंह चिढ़ाते कचरे के ढेर बने रहे रैंकिंग सुधार की राह में रोड़ा
स्वच्छता को लेकर जम्मू नगर निगम के प्रयास फलीभूत तो हुए हैं, लेकिन अभी भी शहर में जगह-जगह बनी डंपिंग साइट रैंकिंग को ग्रहण लगा रही हैं। इसकी तस्दीक स्वच्छ सर्वेक्षण में रिकार्ड किए गए डंपिंग साइट में 17 प्रतिशत सुधार से हो रही है।
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स्थिति यह है कि जम्मू शहर में अभी भी गलियों, मुहल्लों से निकलने वाले कचरे को किसी एक स्थान पर बनाई गई डंपिंग साइट तक लाया जाता है और फिर वहां से कचरे को कोट भलवाल स्थित सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट साइट तक पहुंचाया जाता है। शहर के हर घर से ही जब कचरा सीधा निस्तारण साइट तक जाना शुरू जाएगा और कोई भी डंपिंग साइट नहीं रहेगी तो रैंकिंग में और सुधार आएगा। फिलहाल, शहर भर में 18 के करीब डंपिंग साइट हैं।
विशेष रूप से पुराने शहर और छोटी गलियों वाले क्षेत्रों में ज्यादा डंपिंग साइट हैं, क्योंकि वहां बड़े वाहन नहीं पहुंच पाते। शहर के गांधीनगर, वेयर हाउस, परेड, सर्कुलर रोड, त्रिकुटा नगर और जानीपुर समेत विभिन्न क्षेत्रों में ऐसी डंपिंग साइट बनी हुई हैं।
कचरा पृथीकरण भी है प्रमुख समस्या
जहां भी कचरा उत्पन्न होता है, वहां से ही इसे अलग-अलग करके उठाने में जम्मू नगर निगम अभी तक सफल नहीं हुआ है। करीब 26 प्रतिशत लोग ही गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग कर रहे हैं। स्वच्छ सर्वेक्षण में इसका खुलासा हुआ है। हालांकि, जम्मू नगर निगम ने बंधुरख और भगवती नगर में कचरे को अलग-अलग करके निस्तारण की व्यवस्था शुरू की है, लेकिन नागरिकों के स्तर पर यह अभी बहुत कम है। इसका नुकसान स्वच्छ सर्वेक्षण रैंकिंग में झेलना पड़ रहा है। अधिकतर लोग एक ही जगह सारा कचरा जमा कर सुबह निगम के आटो में डाल देते हैं। हालांकि, निगम एक साल से लोगों, व्यापारियों को जागरूक करने में जुटा है। कुछ दुकानदार, व्यापारी ऐसा कर भी रहे हैं। कुछ लोग भी दो कूड़ेदानों में कचरा जमा कर रहे हैं। निगम का दावा है कि इस बार इसे 50 प्रतिशत के पार जरूर किया जाएगा।
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हमारा अगला फोक्स डंपिंग साइट को खत्म करना रहेगा। इसके अलावा स्रोस सग्रिगेशन को भी अनिवार्य करना पड़ेगा। इस बार के सर्वेक्षण में इसमें हम पीछे रहे हैं। अगले सर्वेक्षण से पहले इनमें हर हाल में सुधार किया जाएगा। लोगों को जागरूक करने के लिए प्रयास तेज किए जाएंगे। तीन से 10 लाख की आबादी वाले वर्ग में पहली बार जम्मू 42वें रैंक पर रहा है। सभी के लिए खुशी की बात है। -डा. देवांश यादव, आयुक्त, नगर निगम जम्मू
समग्र प्रयास फलीभूत हुए हैं। हम डंपिंग साइट में सुधार में पिछड़े हैं। इसके लिए इस साल काफी काम करना पड़ेगा। छोटी गलियों होने और कचरे को एक स्थान पर जमा करने की मजबूरी रही है। काफी डंपिंग साइट खत्म कर दी गई हैं। इस साल शेष 15-18 डंपिंग साइट को खत्म करने पर काम किया जाएगा। हर घर, दुकान, प्रतिष्ठान से गीला-सूखा कचरा अलग-अलग उठाना भी फोक्स रहेगा। -डा. विनोद शर्मा, हेल्थ आफिसर, नगर निगम जम्मू
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