जम्मू नगर निगम की अनोखी पहल, शहर में लावारिस कुत्तों के लिए मुहल्लों में बनेंगे 75 ‘डॉग फीडिंग प्वाइंट’
जम्मू नगर निगम शहर के सभी 75 वार्डों में डॉग फीडिंग प्वाइंट बनाने जा रहा है। इसका उद्देश्य गलियों में कुत्तों को खाना डालने से रोकना है। निगम ने इसके लिए स्थानों का चिह्नांकन शुरू कर दिया है। जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। वर्तमान में शहर में लगभग 51 हजार लावारिस कुत्ते हैं जिनमें से 42 हजार की नसबंदी हो चुकी है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू नगर निगम शहर में विभिन्न स्थानों पर डॉग फीडिंग प्वाइंट बनाने जा रहा है। शहर के सभी 75 वार्डों में यह प्वाइंट बनाए जाएंगे। इनके बाद लोग कुत्तों को गलियों में खाना न डालकर इन फीडिंग प्वाइंट्स पर ही खाना छोड़ेंगे। इससे गलियों में घूमने वाले कुत्तों पर रोक लगेगी। कुत्तों के काटने के मामलों में भी कमी आएगी।
नगर निगम ने शहर के सभी 75 वार्डों में ऐसे प्वाइंट चिन्हित करना शुरू किए हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद निगम ने इस प्रक्रिया में तेजी लाई है। अगले दो-तीन महीनों में इन फीडिंग प्वाइंट्स को खोलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। फिर लोगों को अपने आसपास बने इन फीडिंग प्वाइंट पर जाकर कुत्तों के लिए खाना रखना होगा।
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निगम का दावा है कि कुत्ते बहुत समझदार होते हैं। जब उन्हें पता चल जाएगा कि किसी एक जगह पर ही खाना है तो वे सभी वहीं एकत्र रहेंगे। गलियों में घूमना कम होगा। मौजूदा समय में बहुत से लेाग कुत्तों को घरों के गेट के आगे खाना डालते है। इसे खाने के लिए बहुत से कुत्ते गलियों में इकट्ठे रहते हैं और कई बार खाना नहीं मिलने पर अक्रामक भी हो जाते हैं।
लोगों को किया जाएगा जागरुक
कुत्तों को खुले में खाना खिलाने की आदत छुड़ाने के लिए जम्मू नगर निगम जागरुकता अभियान चलाएगा। लोगों को बताया जाएगा कि वे घरों से निकलने वाले खाने को अपने आसपास बनाए गए डॉग फीडिंग प्वाइंट पर रखकर आएं। इससे जहां खाने की बर्बादी रुकेगी तो कुत्तों को भी सुविधा हो जाएगी। सुपरवाइजरों, सेनिटरी स्टाफ की टीमें बनाकर गलियों, मुहल्लों में लोगों को जागरुक बनाया जाएगा।
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51 हजार के करीब कुत्ते
नगर निगम अधीनस्थ 75 वार्डों में लावारिस कुत्तों की संख्या लगभग 51 हजार है। इनकी आबादी रोकने के लिए नगर निगम ने इनकी नसबंदी की प्रक्रिया शुरू की हुई है। अभी तक 42 हजार कुत्तों की नसबंदी हो चुकी है। अगले दो वर्षों तक इनकी आबाद थम जाने की उम्मीद जताई जा रही है।
क्या कहते हैं लोग
‘कुत्तों ने जीना हराम कर रखा है। लगभग सभी लोग इन्हें खाना डालते ही हैं। ऐसे में अगर कोई फीडिंग प्वाइंट मुहल्ले में बन जाता है तो बेशक इसका प्रभाव जरूर दिखेगा। यह एक अच्छा कदम साबित हो सकता है।’ -रणधीर सिंह, निवासी पुरानी मंडी
‘रोजाना दर्जनों लोगों को आवारा कुत्ते काटते हैं। इनसे निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए। इन्हें दूसरे स्थानों पर छोड़ा जाना चाहिए। अन्यथा इनकी जांच होनी चाहिए। टीके लगाए जाने चाहिए ताकि यह फलें-फूलें नहीं।’ -सराेज कुमारी, निवासी त्रिकुटा नगर एक्सटेंशन
‘कुत्तों को जगह-जगह खाना खिलाना अच्छा नहीं। ऐसे में हर वार्ड में ऐसी जगह बना दी जाती है तो अच्छा है। नगर निगम को चाहिए कि वे सुबह आटो में लोगों के घरों से कुत्तों का खाना एकत्र करे। फिर ऐसे प्वाइंट पर छोड़े।’ -परविंद्र कौर, निवासी भौर कैंप
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क्या कहते हैं अधिकारी
‘हम हरेक वार्ड में डॉग फीडिंग प्वाइंट बनाने जा रहा है। वार्डों में इसके लिए जगह चिन्हित की जा रही है। जल्द ही इन पर काम शुरू कर देंगे। फिर लोगों को भी जागरुक करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के निदे्रशों के अनुसार ऐसा किया जा रहा है। 42 हजार के करीब कुत्तों की नसबंदी कर दी गई है। जल्द ही इनकी अाबादी थम जाएगी क्योंकि नसबंदी होने से इनका प्रजनन बंद हो रहा है।’ -डा. गौरव चौधरी, पशु कल्याण अधिकारी, जम्मू नगर निगम
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