Jammu Kashmir: ई-बस यात्रियों के लिए खुशखबरी! डिजिटल लेन-देन पर दी जा रही 5 प्रतिशत छूट
जम्मू में ई-बसों में डिजिटल पेमेंट करने पर 5% की छूट मिल रही है। जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड लोगों को जागरूक कर रहा है ताकि वे UPI नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड और चलो ऐप का उपयोग करें। 20 जून से लागू इस छूट का उद्देश्य व्यवस्था में पारदर्शिता लाना है। नकद भुगतान पर छूट नहीं मिलेगी।

जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू में दौड़ रही ई-बसों में डिजिटल पेमेंट करने पर 5 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। इसके लिए जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने बस स्टापों, सार्वजनिक स्थलों पर स्टैंडी लगाने के साथ लोगों को जागरुक करना शुरू किया है। इसका मकसद व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही लाते हुए सवारियों को साहुलियत देना है।
जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड (जेएससीएल) के अधिकारी व कर्मचारी ई-बसों के रुकने के स्थानों पर थोड़ी-थोड़ी देर के लिए पहुंच कर जनता को जागरुक कर रहे हैं कि वे ई-बसों में सफर करते समय टिकट का डिजिटल भुगतान करें। इससे उन्हें हरेक टिकट पर 5 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
डिजिटल पेमेंट के लिए सवारियां यूपीआई, नेशनल कॉमन मोबालिटी कार्ड (एनसीएमसी) और चलो ऐप का इस्तेमाल कर सकती हैं। बहुत से लोगों को अभी इसकी जानकारी नहीं है।
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जेएससीएल ने 20 जून से इस छूट को लागू किया हुआ है। अब लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से टीमाें को मैदान में उतारा गया है। जेएससीएल के कर्मचारी एक-आधे घंटे के लिए किसी भी स्टाप अथवा सार्वजनिक स्थल पर पहुंचते हैं।
फिर वहां स्टैंडी लगाकर गाड़ियों में बैठने के लिए खड़े लोगाें को जागरुक किया जाता है। उन्हें बताया जाता है कि वे किस तरह मोबाइल में चलो ऐप को डाउन लोड करके जहां ई-बसों की लोकेशन समेत अन्य विस्तृत जानकारी ले सकते हैं तो वहीं पेमेंट भी कर सकते हैं। इसके अलावा वे किसी भी यूपीआई से कंडक्टर को टिकट के पैसे अदा कर सकते हैं।
इससे उन्हें हरेक टिकट पर पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी।अलबत्ता नकद भुगतान करने पर कोई छूट नहीं मिलेगी। यात्री को कंडक्टर के पास पड़ी मशीन पर क्यूआर कोड को स्कैन कर भुगतान करना होगा और आटोमेटिक तरीके से उसे इस छूट का लाभ मिल जाएगा।
इससे पहले स्मार्ट सिटी की ई-बसों में महिलाओं के लिए यात्रा को मुफ्त किया गया है। अब किसी भी महिला से कोई किराया नहीं लिया जाता। जम्मू संभाग में जम्मू स्मार्ट सिटी की 95 बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं, जबकि पांच बसों को आरक्षित रखा जाता है, ताकि जरूरत पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके।
क्या कहते हैं अधिकारी
‘सार्वजनिक स्थलों, बस स्टाप पर इस तरह के कार्यक्रम का उद्देश्य स्मार्ट सिटी की ई-बसों में सफर करने वालों को सुविधाएं और लाभ देना है। इससे जहां हेराफेरी की कोई संभावना नहीं रह जाती तो वहीं व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही आती है। डिजिटल इंडिया की दिशा में यह कदम हम सभी के लिए सार्थक है।’ -डा. देवांश यादव, सीईओ, जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड
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