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    आखिर स्वास्थ्य मंत्री सकीन इट्टू ने यह क्यों कहा, 'डॉक्टर बनना केवल सफेद एप्रन और गले में स्टेथोस्कोप पहनना ही नहीं'

    Updated: Mon, 15 Sep 2025 05:44 PM (IST)

    स्वास्थ्य मंत्री सकीना इट्टू ने श्रीनगर डेंटल कॉलेज में उज्ज्वल मुस्कान सुखी जीवन कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने मौखिक स्वास्थ्य के महत्व पर ज़ोर दिया जिसे अक्सर अनदेखा किया जाता है। मंत्री ने लोगों से नियमित दंत चिकित्सा जांच कराने और सरकार द्वारा चिकित्सा सुविधाओं में किए जा रहे सुधारों के बारे में भी बताया।

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    डेंटल कॉलेज से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इट्टू ने कहा कि डाक्टर बनना केवल सफेद एप्रन और गले में स्टेथोस्कोप पहनना ही नहीं है बल्कि सभी के लिए समान उपचार के आदर्श वाक्य के साथ आम जनता के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध रहना भी है।

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    उन्होंने स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में सुधार के लिए चिकित्सा बिरादरी की सराहना की। डेंटल कालेज श्रीनगर में सोमवार को चार दिवसीय मौखिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम उज्ज्वल मुस्कान, सुखी जीवन का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने यह बात कही।

    डेंटल् कालेज के जन स्वास्थ्य दंत चिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य मौखिक स्वच्छता, निवारक दंत चिकित्सा देखभाल के महत्व और व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य पर मौखिक स्वास्थ्य के प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।

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    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मौखिक स्वास्थ्य अक्सर स्वास्थ्य सेवा का एक अनदेखा पहलू है।लेकिन यह मधुमेह, हृदय संबंधी बीमारियों और श्वसन संक्रमण जैसी प्रणालीगत बीमारियों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    उन्होंने कहा कि मौखिक स्वास्थ्य केवल एक उज्ज्वल मुस्कान तक सीमित नहीं है बल्कि यह प्रत्येक नागरिक के समग्र स्वास्थ्य का अभिन्न अंग है।

    स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हाल के वर्षों में मौखिक स्वच्छता और दंत चिकित्सा जांच लोगों विशेषकर युवा पीढ़ी के लिए एक आवश्यक दिनचर्या बन गई है। उन्होंने जनता से नियमित मौखिक स्वच्छता अपनाने और दंत चिकित्सा जांच को अपनी स्वास्थ्य देखभाल दिनचर्या का एक अनिवार्य हिस्सा बनाने का आग्रह किया।

    मंत्री ने कहा कि वर्तमान उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार जम्मू-कश्मीर में चिकित्सा बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएच में डायलिसिस सुविधाएं स्थापित की गई हैं।

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    इसके अलावा लोगों को सर्वोत्तम और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न जीएमसी और अस्पतालों में एमआरआई, सीटी स्कैन और अन्य उन्नत चिकित्सा सुविधाएं स्थापित की गई हैं।

    मंत्री ले डेंटल कालेज श्रीनगर प्रशासन से ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में शिविर आयोजित करके मौखिक स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने का भी आह्वान किया ताकि इन क्षेत्रों के लोगों को दंत चिकित्सा देखभाल और उससे जुड़ी भलाई के बारे में जागरूक किया जा सके।

    इससे पूर्व कालेज की प्रिंसिपल डा. संदीप कौर बाली ने कहा कि यह कार्यक्रम न केवल छात्रों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों तक बल्कि आम जनता तक भी पहुंचने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

    उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का लक्ष्य मौखिक रोगों, उनकी रोकथाम और उपचार विकल्पों के बारे में ज्ञान की कमी को पाटना है। प्रिंसिपल ने डेंटल कालेज में प्रदान की जा रही सेवाओं और अन्य उपलब्धियों के बारे में भी संक्षिप्त जानकारी दी।

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    कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने दंत जागरूकता रैली को भी हरी झंडी दिखाई जिसका उद्देश्य इंटरैक्टिव सत्र सही ब्रशिंग तकनीकों का लाइव प्रदर्शन, जागरूकता कार्यशालाएं और आम जनता के लिए मौखिक स्वच्छता के सर्वोत्तम तरीकों पर सूचनात्मक साहित्य का वितरण करना था।

    बाद में स्वास्थ्य मंत्री ने जीडीसी श्रीनगर के केंद्रीय पुस्तकालय में बहुविषयक अनुसंधान इकाई का भी उद्घाटन किया।