जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के बाद सता रहा जलजनित रोग फैलने का डर, कई जगहों से उठाए पानी के सैंपल
जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के बाद जलजनित रोगों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग और जल शक्ति विभाग मिलकर पानी की गुणवत्ता की जांच कर रहे हैं। डोडा किश्तवाड़ और रियासी जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में डायरिया और हेपेटाइटिस के मामले सामने आ रहे हैं। श्रीनगर में हेपेटाइटिस के 4333 मामले दर्ज हुए हैं।

रोहित जंडियाल, जागरण, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के बाद उत्पन्न हुई स्थिति के बीच सरकार को जलजनित रोग फैलने का डर सता रहा है।
स्वास्थ्य विभाग, जल शक्ति विभाग सहित अन्य विभाग आपस में समन्वय बनाकर इस पर काम कर रहे हैं।कई जगहों से पानी के सैंपल उठाकर उनकी जांच की जा रही है।हालांकि अभी पानी की गुणवत्ता की रिपोर्ट नहीं आई है।
स्वास्थ्य विभाग को हर वर्ष अस्पतालों में आने वाले जलजनित रोगों के मामले डरा रहे हैं।बीते तीन वर्ष में सिर्फ डोडा, किश्तवाड़ और रियासी जिले ही हैं जहां पर पीलिया के मरीज नहीं आते हैं।
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डायरिया और हेपाटाइटिस के मामले भी नहीं आते हैं। लेकिन पेशिच आैर टायफायड के मामले जरूर आते हैं।स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि डायरिया के मामले आने की सबसे अधिक आशंका बनी रहती है।
उनका कहना है कि हर वर्ष डायरिया के बैसे ही हजारों मामले आते हैं। अगर पानी की गुणवत्ता खराब रही तो आने वाले दिनों में डायरिया के मामले और बढ़ सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग लोगों में क्लीरीन की गोलियां बांट रहा है।
जलशक्ति विभाग के साथ अस्पतालों में आए मामले को सांझा किया जाता है और उन्हें पानी की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कहा जाता है।एक डर हेपेटाइटिस का भी है। जम्मू और कश्मीर दोनो ही जगहों पर हेपेटाइटिस के मामले भी बहुत आते हैं।
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श्रीनगर जिले में इस वर्ष अभी तक 4333 मामले दर्ज हो चुके हैं। जम्मू जिले में भी 346 मामले सामने आ चुके हैं।इसके अतिरिक्त पीलिया के मामले भी बड़ी संख्या में आते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के एक उच्चाधिकारी ने बताया कि जम्मू संभाग के कई भागों में पानी के सैंपल पहले भी फेल होते रहे हें लेकिन लोग यह पानी पीते हैं। जम्मू शहर में तो जनसंख्या का एक बड़ा भाग घरों में आरओ, फिल्टर, उबला हुआ पानी पीता है।
बावजूद इसके हालात ऐसे हैं।दूषित पेयजल एक बड़ी समस्या है। अभी कई विभाग इस पर काम कर रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वे उबाल कर पानी पीएं या फिर क्लोरीन की गोलियां डाल कर पानी पीएं।
जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों में वर्ष 2023 में आए जलजनित रोगों के मामले
जिला पीलिया डायरिया हेपटाइटिस पेचिश टायफायड
- जम्मू: 658 15724 1141 2095 1453
- डोडा 00 816 05 379 680
- कठुआ 50 2726 34 1195 1023
- किश्तवाड़ 00 12 00 108 1431
- पुंछ 30 3924 01 192 233
- राजौरी 09 2042 46 999 2935
- रामबन 03 1751 01 523 217
- रियासी 03 278 00 281 108
- सांबा 04 481 03 114 1164
- उधमपुर 119 2796 21 1212 3968
- अनंतनाग 49 418 02 358 417
- बडगाम 33 2837 05 417 631
- बांडीपोरा 257 493 04 133 1033
- बारामुला 06 7658 21 811 890
- गांदरबल 09 2831 06 69 619
- कुलगाम 52 3993 75 367 2309
- कुपवाड़ा 09 3853 08 23 416
- पुलवामा 98 1606 46 24 2126
- शोपियां 28 1947 149 46 133
- श्रीनगर 11 998 6336 45 4549
कुल 1428 57184 7904 9391 26329
102236
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जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों में वर्ष 2024 में आए जलजनित रोगों के मामले
जिला पीलिया डायरिया हेपटाइटिस पेचिश टायफायड
- जम्मू: 482 18234 1018 1733 918
- डोडा 02 1393 01 443 576
- कठुआ 48 3518 57 1590 1017
- किश्तवाड़ 00 10 00 233 904
- पुंछ 22 6343 10 362 149
- राजौरी 27 2824 121 1044 2313
- रामबन 08 1818 20 1251 259
- रियासी 01 445 00 235 33
- सांबा 25 1730 02 464 1780
- उधमपुर 46 2975 117 1485 4829
- अनंतनाग 54 572 02 226 528
- बडगाम 17 2458 00 322 584
- बांडीपोरा 145 1194 15 150 661
- बारामुला 135 6543 244 724 717
- गांदरबल 06 4020 19 43 959
- कुलगाम 14 4793 13 191 2980
- कुपवाड़ा 02 6992 02 66 353
- पुलवामा 106 2180 179 83 2351
- शोपियां 102 6909 912 97 96
- श्रीनगर 67 6056 7458 53 4792
कुल 1309 81007 10190 10795 26799
1,30,100
जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों में वर्ष 2025 जुलाई तक आए जलजनित मामले
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जिला पीलिया डायरिया हेपटाइटिस पेचिश टायफायड
- जम्मू: 170 11050 346 478 387
- डोडा 01 854 03 293 193
- कठुआ 48 2059 22 557 433
- किश्तवाड़ 00 16 00 226 316
- पुंछ 14 4276 10 292 30
- राजौरी 19 1816 20 407 1183
- रामबन 00 647 04 549 484
- रियासी 10 311 02 395 16
- सांबा 00 1071 00 255 546
- उधमपुर 11 2408 15 911 2737
- अनंतनाग 06 390 06 162 236
- बडगाम 13 1497 00 263 134
- बांडीपोरा 88 1848 05 84 244
- बारामुला 21 5102 24 512 417
- गांदरबल 06 4154 16 85 633
- कुलगाम 09 3230 28 136 1615
- कुपवाड़ा 02 4263 01 12 436
- पुलवामा 54 1264 41 57 1285
- शोपियां 49 4252 301 26 79
- श्रीनगर 23 3823 4333 76 2455
कुल 544 54331 5167 5776 13859
कुल मामलेे: 79,677
ढाई वर्ष में जलजनित रोगों से हुई मौतें
- 2023: 06
- 2024: 09
- 2025: 09
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