बहादुरी में जम्मू-कश्मीर पुलिस सबसे आगे, 127 अधिकारियों व जवानों को मिले पदक, उपराज्यपाल ने दी बधाई
स्वतंत्रता दिवस 2025 के अवसर पर केंद्र सरकार ने देश की एकता और अखंडता में योगदान देने वाले पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 233 अधिकारियों को वीरता पदक देने की घोषणा की है। जम्मू-कश्मीर पुलिस को 127 वीरता पदक मिले जो सबसे अधिक हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुलिस बल को बधाई दी।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। देश की एकता, अखंडता के साथ साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने में उल्लेखनीय योगदान देने वाले पुलिस और अर्द्धसैन्यबलों के 233 अधिकारियों व जवानों को स्वतंत्रता दिवस -2025 के अवसर पर केंद्र सरकार ने वीरता पदक प्रदान करने की घोषणा की है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के 127 अधिकारियों व जवानों को उनकी असाधारण बहादुरी के लिए वीरता पदक मिले हैं जो पूरे देश में किसी भी पुलिस या अधसैन्यबल संगठन में सबसे ज्यादा है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू-कश्मीर पुलिस व अर्द्धसैन्यबल के अधिकारियों व जवानों को इस सम्मान के लिए बधाई दी है।
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यही नहीं जम्मू कश्मीर पुलिस के ही दो डीआईजी शेख जुनैद महमूद और रश्मि वजीर को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से और पांच एसएसपी समेत 14 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया है। जम्मू कश्मीर पुलिस के बाद केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल को 20, छत्तीसगढ़ पुलिस को 14, सीमा सुरक्षा बल को 16 और उत्तर प्रदेश पुलिस को 17 पदक मिले हैं।
गृह मंत्रालय ने कहा कि इस वर्ष, देश भर में पुलिस, अग्निशमन, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा, और सुधार सेवाओं के कुल 1,090 कर्मियों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। इनमें 233 वीरता पदक (जीएम), 99 विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) और 758 सराहनीय सेवा पदक (एमएसएम) शामिल हैं।
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वीरता पदक विजेताओं में से 54 कर्मी वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों से, 152 जम्मू-कश्मीर से, तीन पूर्वोत्तर से और 24 अन्य क्षेत्रों से हैं।
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