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    जम्मू-कश्मीर के जिला ऊधमपुर में बारिश का कहर, त्रिल्ला गांव में घर ढहने से कई परिवार हुए बेघर

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 03:19 PM (IST)

    जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण उधमपुर जिले के त्रिल्ला गांव में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए जिससे कई परिवार बेघर हो गए। शारदा देवी और उनके बेटे पवन कुमार ने सरकार से तत्काल राहत और रहने के लिए जगह की मांग की है। रामबन में बगलिहार जलविद्युत परियोजना के गेट खुलने से नदी किनारे न जाने की चेतावनी जारी की गई है।

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    जम्मू संभाग में लगातार बारिश के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है।

    डिजिटल डेस्क, ऊधमपुर। जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में बारिश एक बार फिर कहर बनकर बरसी। दरिया चिनाब सहित प्रदेश के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने के बाद जहां प्रशासन ले अलर्ट जारी कर दिया है वहीं उधमपुर जिले के त्रिल्ला गांव में भारी बारिश के बाद कई घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। जिसकी वजह से कई परिवार बेघर हो गए हैं।

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    गांव की निवासी शारदा देवी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि "हमारा घर पूरी तरह ढह गया है। अब हम अपने बच्चों को कहां रखेंगे? जहाँ हमने अपना सामान रखा था, वहां के कमरे की दीवारों में भी दरारें पड़ गई हैं। पहले एक दीवार गिरी, फिर दूसरी।"

    शारदा देवी के बेटे पवन कुमार, जिनका घर मलबे में तब्दील हो गया, ने सरकार से तत्काल राहत प्रदान करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण उनका घर ढह गया। सरकार हमारी यथासंभव मदद करें और हमें रहने के लिए जगह प्रदान करें। जब तक सरकार कोई व्यवस्था नहीं करती तब तक हमारे लिए टेंट की व्यवस्था की जाए।

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    उन्होंने आगे कहा कि नुकसान सिर्फ उनके परिवार तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने पहाड़ी इलाके में भारी बारिश के कारण गांव में चार से पांच परिवार घर ढह जाने की वजह से बेघर हो गए हैं।

    इसी बीच संभाग के जिला रामबन में भारी बारिश के बाद बगलिहार जलविद्युत परियोजना के सभी गेट खोल दिए गए हैं। जिला अधिकारियों ने आम जनता को नदी के किनारे न जाने की चेतावनी जारी की है।

    अतिरिक्त उपायुक्त रामबन वरुणजीत सिंह चाढ़क ने जानकारी दी कि बगलिहार जलविद्युत परियोजना के इंजीनियरिंग और मैकेनिकल विभाग से एक एडवाइजरी नोट मिला है, जिसमें कहा गया है कि वे अपने गेट खोलेंगे। सूचना के आधार पर हमने आम जनता को सहायक नदियों या नदी के किनारे न जाने की सलाह जारी की है, क्योंकि यह खतरनाक हो सकता है।" 

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    वहीं रामबन के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने भी एक एडवाइजरी जारी कर सभी संबंधित राजस्व, पुलिस, एसडीआरएफ और ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को चिनाब नदी के किनारे की स्थिति पर बारीकी से निरीक्षण करने और मुसीबत आने पर संयुक्त रूप से बचाव कार्य करने का निर्देश दिया है।

    दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय नंबरदार, चौकीदार, जीआरएस और वीएलडब्ल्यू को भी निर्देश दिया गया है कि वे नदी के किनारे लोगों, पशुओं, राफ्ट और वाहनों सहित अन्य किसी तरह की आवाजाही को रोकें।

    एनएचपीसी के अधिकारियों ने बताया कि लगातार भारी बारिश के कारण चिनाब नदी का जलस्तर बढ़ गया है। अतिरिक्त पानी को छोड़ने के लिए एहतियात के तौर पर बगलिहार बांध के सभी गेट खोल दिए गए हैं ताकि परियोजना को नुकसान न पहुंचे।

    श्रीनगर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने भी परामर्श जारी किया है जिसमें जम्मू-कश्मीर के निवासियों को आने वाले दिनों में संभावित बाढ़, भूस्खलन, भूस्खलन और संवेदनशील क्षेत्रों में पत्थर गिरने की चेतावनी दी गई है।

    पूर्वानुमान के अनुसार, 1 से 3 अगस्त तक मौसम ज्यादातर गर्म और आर्द्र रहने का अनुमान है। कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। 4 से 6 अगस्त के बीच जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। साथ ही जम्मू संभाग के कुछ स्थानों पर खासकर देर रात और सुबह के समय भारी बारिश की संभावना है।

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