Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मुनाफाखोरी की होड़ में सेहत से खिलवाड़, अब दुकानों में नहीं बनती, रेडीमेड मिठाई बेचने पर ही हलवाइयों का जोर

    Updated: Thu, 31 Jul 2025 12:09 PM (IST)

    त्योहारों के मौसम में मिठाइयों की बढ़ती मांग को देखते हुए जम्मू में खाद्य सुरक्षा विभाग सक्रिय हो गया है। विभाग ने पिछले एक सप्ताह में साढ़े आठ क्विंटल पनीर और रसगुल्ले गुलाब जामुन के तीन हजार टीन जब्त किए हैं। पनीर के सैंपल फेल हो गए हैं जिनमें वेजीटेबल ऑयल पाया गया। जब्त किए गए रसगुल्ले गुलाब जामुन के सैंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं।

    Hero Image
    आयुक्त स्मिता सेठी ने मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। कुछ दिनों में ही त्यौहारों का मौसम शुरू होने जा रहा है। ऐसे में मिठाइयों, पनीर, खोया की मांग बाजार में तेजी से बढ़ती है।

    दुकानदार भी इस मांग को पूरा करने और अधिक मुनाफा कमाने के लिए अब दिल्ली, पंजाब से आने वाली रेडीमेड मिठाइयों को बेचने को प्राथमिकता देते हैं। यह जानकर भी इनमें से कई स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पिछले एक सप्ताह में पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग साढ़े आठ क्विंटल पनीर और रसगुल्ले, गुलाब जामुन के तीन हजार के करीब टीन जब्त कर चुके हैं। पनीर के सैंपल भी फेल हो गए हैं और इनमें वेजीटेबल आयल पाया गया है जो कि मानकों के अनुरूप नहीं है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने इस पनीर को नष्ट भी कर दिया है।

    यह भी पढ़ें- Jammu Kashmir Rain: मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, नदी-नालों का बढ़ा जलस्तर बढ़ा

    अब जब्त किए गए रसगुल्ले, गुलाब जामुन के सैंपल भी नेशनल फूड लेबोरेटरी गाजियाबाद में भेजे गए हैं। इन सैंपलों की रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर कोई फैसला होगा लेकिन जिसने यह मिठाई मंगवाई थी, उसके पास लाइसेंस ही नहीं था। वे इसे अवैध रूप से मंगवा कर आगे बेचना चाहता था।

    जानकारों का कहना है कि इस समय जम्मू-कश्मीर में बहुत सी हलवाइयों की दुकानों पर बिकने वाली मिठाई पंजाब व अन्य क्षेत्रों से आती है। किरयाने का काम करने वाले दुकानदार भी टीन में आने वाली इस मिठाई को बेचते हैं। शहरी क्षेत्रों से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में यह मिठाई बिकती है। इसकी जानकारी खाद्य सुरक्षा विभाग व अन्य संबंधित विभागों को भी हैं लेकिन वे इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं करते हैं।

    विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बिश्नाह में जब्त की गई मिठाई भी इस क्षेत्र के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में ही सप्लाई होनी थी। यह मिठाई सस्ती पड़ती है लेकिन इसमें घटिया सामग्री कास इस्तेमाल किया होता है। कई बार इसका असर स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है।

    वहीं दिल्ली से आने वाला पनीर श्रीनगर में भेजा जाने वाला था। कश्मीर में भी पनीर की मांग पूरी न होने के कारण वे इसे अवैध रूप से बाहर से मंगवाते हैं। खाद्य आपूर्ति विभाग के जिला और तहसील स्तर पर नियुक्त अधिकारी सैंपल उठाने और इस बिक्री पर रोक लगाने के लिए मात्र खानापूर्ति ही करते हैं।

    यह भी पढ़ें- चिनाब पर पानी रोकने के लिए हाईड्रोपावर प्रोजेक्ट का टेंडर जारी, 65 साल का सपना अब होने जा रहा साकार

    उच्चाधिकारी मिलावट और घटिया खाद्य पदाथों को बेचने पर प्रतिबंध लगाने के लिए निर्देश तो जारी करते हैं लेकिन उन्हें लागू नहीं करवाया जाता। बहुत ही दुकानों में बिकने वाली मिठाई को भी स्वच्छ वातावरण में नहीं रखा जाता है।

    घटिया खाद्य पदार्थ बेचने पर होगी कार्रवाई 

    खाद्य सुरक्षा विभाग की आयुक्त स्मिता सेठी का कहना है कि विभाग लोगों को स्वच्छ, सुरक्षित और खाद्य पदार्थ मुहैया करवाने के लिए प्रतिबद्ध् है। विभाग इस प्रकार के घटिया पदाथों से होने वाले स्वास्थ्य के नुकसान से परिचित है। त्यौहारों के मौसम को देखते हुए विशेष अभियान चलाया गया है। सभी दुकानदारों को चेतावनी दी गई है। अगर कोई भी मिलावटी या घटिया पदार्थ बेचता हुआ मिलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 

    यह भी पढ़ें- वैष्णो देवी धाम के पास बाणगंगा नदी उफान पर, श्राइन बोर्ड ने यात्रा मार्ग बदला; श्रद्धालुओं के लिए एडवाइजरी जारी