यह कैसा जम्मू स्मार्ट सिटी: शहर के अधिकतर पार्कों में पाथ-वे-झूले टूटे, लाइटें गुल, अधिकारी मूकदर्शक
जम्मू शहर के पार्कों की हालत खस्ता हो रही है। जम्मू नगर निगम (JMC) द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी पार्कों में लगे झूले टूटे पड़े हैं और पाथ-वे क्षतिग्रस्त हैं। रोशनी की कमी के कारण पार्क नशेड़ियों का अड्डा बन गए हैं। स्थानीय लोगों की शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। छन्नी हिम्मत में पार्क भी रखरखाव के अभाव में बर्बाद हो रहा है।

जागरण संवाददाता, जम्मू। करोड़ों रुपये खर्च कर जम्मू शहर के विभिन्न इलाकों में पार्क को चकाचक करने वाला जम्मू नगर निगम अब इसकी देखरेख को लेकर सचेत नहीं रहा। इनमें लगे झूले टूट चुके हैं। कोई झूला जहां तो कोई वहां गिरा पड़ा है। बड़े चॉव से बच्चे शाम को जब यहां आते हैं तो मायूस होकर रह जाते हैं।
झूले तो छोड़ो अधिकतर पार्कों के पाथ-वे टूट चुके हैं जबकि लाइटें भी खराब हो चुकी हैं। रात अंधेरे में डूबते ही गांधी नगर, ग्रीन बेल्ट जैसे पाक कालोनी में बने ये पार्क नशेड़ियां का अड्डा बन चुके हैं।
हद तो यह है कि स्थानीय लोगों द्वारा बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं है। लाइटों को ठीक करने के लिए नगर निगम द्वारा जारी की गई हेल्पलाइन भी केवल तारिख पर तारिख देने का काम कर रही है।
फिलहाल हम जम्मू स्मार्ट सिटी के तहत छन्नी हिम्मत में करीब 3.86 करोड़ रुपये खर्च कर बनाए गए पार्क की तरफ ध्यान दिलाते हैं। ऐसे तो यह पार्क बहुत खूबसूरत है और हर किसी के आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है लेकिन रखरखाव के अभाव में यह बर्बादी की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है। अभी झूले टूटे हैं तो कल बैंच, फेंसिंग भी खराब होगी क्योंकि ये भी मरम्मत के इंतजार में हैं।
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बरसात में कुछ स्थानों पर पार्क में झाड़ियां भी उग आई हैं। सबसे ज्यादा परेशानी झूले झूलने के कारण अभिभावक महसूस कर रहे हैं क्योंकि यहां पहुंच कर बच्चे उन्हें परेशान करने लगते हैं। उनका कहना है कि पार्क की नियमित देखरेख करते हुए झूलों का मरम्मत कार्य साथ-साथ होते रहना चाहिए। इससे बर्बादी भी बचेगी और लोग भी पार्क का आनंद उठात रहेंगे। वर्ष 2023 में यह पार्क पूरी तरह बनकर तैयार हुआ है।
इंडाेर जिम में आते हैं सैकड़ों
छन्नी हिम्मत के सेक्टर 2 में बने इस पार्क के परिसर में ही बहुमंजिला इमारत का निर्माण किया गया है। जिसके भूतल को सामुदायिक हाल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है जबकि पहली मंजिल पर जिम बनाई गई है। इसके अलावा आसपास के पार्क को विभिन्न किस्मों के औषधीये पौधों से सुसज्जित किया गया है। इतना ही नहीं इनकी खूबसूरती बढ़ाने के लिए यहां लैंडस्कैपिंग की गई है। यहां जागिंग के अलावा साइकिल ट्रैक भी बनाया गया है। इतना ही नहीं इसमें बैडमिंटन और वालीबाल कोर्ट भी बनाया गया है। इंडोर जिम में हर महीनों सैकड़ों लोग बर्जिश करने आते हैं।
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क्या कहते हैं लोग
‘बहुत अच्छा पार्क बना हुआ है। अब कोई ध्यान नहीं दे रहा। जिस कारण यह बर्बादी की तरफ बढ़ रहा है। जगह-जगह तोड़-फोड़ नजर आ रही है। लगभग सभी झूले टूट चुके हैं। कोई मरममत कार्य नहीं करवा रहा।’ -सुनीता देवी, निवासी कासिम नगर
‘बच्चों को यहां लेकर आते हैं। वे झूले लेना चाहते हैं लेकिन यह टूटे हुए हैं। बच्चे चोटिल हो रहे हैं। बच्चों को तो समझाना आसान नहीं रहता। अधिकारियों को झूले ठीक करवाने चाहिए। बच्चों को जोखिम में नहीं डाला जाना चाहिए।’ -आरती कल्सी, निवासी त्रिकुटा नगर
‘पार्क में लगे झूले महीनों से खराब पड़े हैं। एक-दो थोड़ा-बहुत ठीक है लेकिन क्षतिग्रस्त तो हुआ पड़ा है। थोड़े दिनों में वह भी टूट जाएगा। फिर बच्चों को लेकर यहां आना मुश्किल होगा। प्रशासन क्यों आंखें मूंदे हुए है।’ -दिव्यानी शर्मा, निवासी छन्नी हिम्मत
क्या कहते हैं अधिकारी
‘पार्क में मरम्मत कार्याें को करवाने के लिए संबंधित इंजीनियर को निर्देश दिए जाएंगे। उनसे कहा जाएगा कि वह दौरा कर एस्टीमेट तैयार करें ताकि झूलों के अलावा अन्य कार्यों को जल्द शुरू करवाया जा सके। हम बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रयासरत हैं।’ -फिरदौस अहमद काजी, ज्वाइंट कमिश्नर वर्क्स, जम्मू नगर निगम
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