Kishtwar Cloudburst: '10-12 नहीं... सैकड़ों लोगों के मरने की आशंका', नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा का बड़ा बयान
किश्तवाड़ के चिशौती में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने आशंका जताई है कि इस घटना में सैंकड़ों लोगों की जान जा सकती है क्योंकि यह क्षेत्र मचैल माता यात्रा का आधार शिविर है जहाँ हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। बादल फटने से क्षेत्र में बचाव कार्य मुश्किल हो रहा है।

डिजिटल डेस्क, किश्तवाड़। नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने आशंका जताई है कि चिशौती में बादल फटने की इस घटना में मरने वालों की संख्या सैंकड़ों में हो सकती है। जिस जगह पर बादल फटा है वह एक तरह से मचैल माता का आधार शिविर है, जहां पर सभी गाड़ियां लगती हैं और यहीं से श्रद्धालु पैदल यात्रा भी शुरू करते हैं।
पाडर के विधायक सुनील शर्मा का कहना है कि चिशौती में दो बड़े लगे हुए थे, जहां पर सैंकड़ों लोग हर समय मौजूद रहते हैं। इसके अलावा यहां स्थानी लोगों ने भी दुकानें खोली हुई हैं, जिस कारण इस पूरे क्षेत्र में लोगों की भारी भीड़ जमा रहती है। विधायक का कहना है कि उनके पास अभी तक जो प्रारंभिक सूचना मिली है, उसके अनुसार इस घटना में मरने वालों की संख्या सैंकड़ों में हो सकती है।
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डॉक्टरों की एक टीम भी प्रभावित क्षेत्र में भेजी गई
हालांकि इसकी पुख्ता जानकारी उनके पास नहीं है। लेकिन इस जगह पर स्वास्थ्य विभाग, एनएचपीसी सहित कुछ विभागों की छह एम्बुलेंस भेजी गई हैं। इसके अलावा डॉक्टरों की एक टीम भी प्रभावित क्षेत्र में भेजी गई है। यह क्षेत्र बादल फटने के कारण अन्य जंगों से कट गया है, इस कारण वहां पर बचाव कार्य चलाने में भी परेशानी आ रही है।
मौसम साफ होते ही हेलीकॉप्टर से भेजी जाएगी मदद
उनका कहना है कि इस बारे में उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी बात की है। मौसम साफ होते ही एनडीआरएफ की टीम हेलीकॉप्टर से क्षेत्र में पहुंच घायलों को जम्मू व डोडा मेडिकल कालेजों में ले जाएगी। इन अस्पतालों को पहले से ही तैयार रहने के लिए कहा गया है। वहीं किश्तवाड़ के चिशौती में बादल फटने से भारी नुकसान की आशंका के चलते अस्पताल प्रशासन भी अपने स्तर पर तैयारियों में जुट गया है।
जीएमसी जम्मू, डोडा में आपातकालीन वार्ड तैयार
जीएमसी जम्मू में आपातकालीन वार्ड को इसके लिए तैयार किया जा रहा है। जीएमसी प्रशासन का कहना है कि अभी तक अधिकारिक तौर पर उन्हें कोई भी जानकारी नहीं दी गई है लेकिन जानमाल के नुकसान की आशंका को देखते हुए अभी से वह किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर रहे हैं ताकि घायलों का हर संभव उपचार किया जा सके।
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वहीं डोडा मेडिकल कालेज जहां पर घायलों को प्राथमिक उपचार के ले जाने की संभावना जताई जा रही है, वहां पर भी आपातकालीन वार्ड को तैयार किया जा रहा है। डॉक्टरों को भी अलर्ट किया गया है। किश्तवाड़-चिशौती का सड़क संपर्क कट जाने की वजह से फिलहाल घायलों को हलोरी प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पहुंचाया गया है। जहां उनका उपचार चल रहा है। मदद के लिए किश्तवाड़ से डॉक्टरों की टीम भी हलोरी भेजी गई है।
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