पर्यटन की अपार संभावनाएं फिर भी उपेक्षित है हसीन वादियों में छुपा सरथल, जानें आम लोगों की राय
जम्मू-कश्मीर के सरथल में पर्यटन की अपार संभावनाएँ हैं लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण पर्यटक निराश हैं। बनी क्षेत्र में पर्यटकों की आमद बढ़ी है लेकिन होटल और सार्वजनिक शौचालयों की कमी है। मोबाइल कनेक्टिविटी भी ठीक से काम नहीं कर रही है। स्थानीय लोग पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार से सुविधाओं में सुधार करने का आग्रह कर रहे हैं।

संवाद सहयोगी, जागरण, बनी। जम्मू-कश्मीर की हसीन वादियों में छुपा नायाब पर्यटन स्थल सरथल पर्यटन की अपार संभावनाएं होते हुए सरकार की उदसीनता का शिकार है। यही वजह है कि यहां देश के दूसरे राज्यों से आ रहे पर्यटक निराश होकर लौटने को मजबूर हो रहे हैं।
ये लोग अभी पड़ रही भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए सरथल पर्यटक आ रहे हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाएं नहीं मिलने की वजह से पर्यटक परेशान हो रहे हैं। हालांकि, वर्तमान सरकार ने कुछ प्रयास किए हैं, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है।
इन दिनों कठुआ संभाग के बनी क्षेत्र में सरथल के सुरम्य पहाड़ी स्थल पर पर्यटकों की अच्छी खासी आमद देखी जा रही है, लेकिन बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की कमी यात्रा के अनुभव को पीड़ादायक बना दे रही है। इस पर स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने गंभीर चिंता जताई और प्रशासन से क्षेत्र के विकास के लिए तेजी से कार्य करने का आग्रह किया है।
कठुआ जिला मुख्यालय से करीब 175 किलोमीटर दूर सरथल एक शांत और प्राकृतिक रूप से समृद्ध स्थल है, लेकिन आवश्यक सुविधाओं की कमी क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने में एक बड़ी बाधा बन गई है। स्थानीय निवासी जसवंत सिंह व महेंद्र सिंह ने बताया के सरथल में बहुत ही सीमित होटल हैं। इसके कारण बाहर से आने वालों को रात को ठहरने के लिए जगह खोजने में काफी दिक्कत होती है।
यहां तक कि आराम करने के लिए एक सार्वजनिक बेंच तक की नहीं है। पंजाब से आए पर्यटक मनप्रीत सिंह ने कहा कि जो होटल उपलब्ध हैं, वह साफ-सुथरा नहीं हैं। उनमें स्वच्छता मानकों का अभाव है।
आने वाले ज्यादातर पर्यटकों को खाना बनाने के लिए अपना सामान खुद लाना पड़ता है। सार्वजनिक शौचालय तक गायब हैं। कचरे के प्रबंधन के लिए कोई डस्टबिन तक नहीं है। स्थानीय दुकानदार जसवंत सिंह ने कहा कि डस्टबिन आदि की सुविधा होनी चाहिए।
इतना ही नहीं, गत दिनों मोबाइल कनेक्टिविटी के लिए बीएसएनएल का टावर शुरू किया गया था, लेकिन सही तरह से काम तक नहीं कर रहा है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता मुदस्सर अली ने कहा, बीएसएनएल टावर ठीक से काम नहीं कर रहा है। सरकार से कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए प्राइवेट कंपनियों के भी टावर लगाने का अनुरोध करते हैं।
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होटल मालिक राजिंदर सिंह ने शिकायत की, "यहां बिजली मुश्किल से आती है, जिससे रात में ठहरने के दौरान काफी परेशानी होती है।" स्थानीय लोगों ने बच्चों के लिए सार्वजनिक बेंच और झूले लगाने, जम्मू संभाग में सरथल के लिए दिशा-निर्देश बोर्ड लगाने, बनी-भद्रवाह डबल-लेन सड़क पर तेजी से काम करने, जम्मू पर्यटन कैलेंडर में सरथल को शामिल करते हुए सौर ऊर्जा से चलने वाली स्ट्रीट लाइट लगाने और पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए वार्षिक ग्रीष्मकालीन महोत्सव आयोजित करने की भी मांग की।
स्थानीय लोगों ने कहा, "यदि बुनियादी सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर प्रदान की जाती हैं तो सरथल जम्मू संभाग में एक आदर्श पहाड़ी गंतव्य के रूप में उभरने की क्षमता रखता है।" "पर्यटन फलेगा-फूलेगा तो स्थानीय अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बेरोजगार युवाओं को आजीविका के अवसर मिलेंगे।"
स्थानीय लोग और पर्यटक अब सरकार और पर्यटन विभाग की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। उम्मीद है कि सरथल को एक जीवंत और टिकाऊ पर्यटन स्थल में बदलने के लिए त्वरित हस्तक्षेप किया जाएगा।
इस साल पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और भारतीय सेना को तैनात किया गया है। सरथल में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए पर्यटन विभाग को लिखा जाएगा, ताकि पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सके। - संदीप कुमार शर्मा, एसडीएम, बनी।
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फिल्मों की शूटिंग के लिए बेहतर है सरथल
बनी स्थित सरथल, सेवन फाल खड़कल, लोहांग, ढग्गर, भंडार, छत्रगलां, चलाधार, जोड़े माता, दौले माता, खयार प्राकृतिक सौंदर्य से भरा है। ढग्गर में होने वाली बर्फबारी से स्कीइंग का नजारा लिया जा सकता है, लेकिन इसके लिए कोई प्रयास नहीं हुए। बनी में पांच साल से बालीवुड की और छोटे पर्दे की फिल्मों की शूटिंग भी होने लगी है, लेकिन कोरोना महामारी के दौरान से ही शूटिंग बंद है।
कई पर्यटक ठहरने के लिए टेंट लेकर आते है
पर्यटक स्थल सरथल में 50 लोगों के लिए रात को रुकने के लिए निजी हट है। इसके अलावा टूरिज्म विभाग का सेंटर है, जहां मात्र दो ही कमरे हैं। बाकी टेंट लगाकर पर्यटक रुकते हैं। कई पर्यटक तो अपने साथ ही टेंट भी लेकर आते हैं। बनी में अब टूरिज्म सेंटर बना है, लेकिन पर्यटन स्थल वहां से करीब 20 से 25 किलोमीटर दूर है, जबकि सरथल में सरकारी सुविधाएं नहीं के बराबर हैं।
पर्यटक बढ़ने से गाड़ी पार्किंग की समस्या चरमराई
संवाद सहयोगी, जागरण, बनी: सरथल में कुछ दिनों से पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। पहले पर्यटकों की संख्या सीमित रहती थी, लेकिन कुछ दिनों से वृद्धि हुई है। इसके कारण होटलों में कमरे कम पड़ गए और दुकानों में खाद्य पदार्थों समेत अन्य जरूरी सामान की भी कमी महसूस की जा रही है। पर्यटक बढ़ने के कारण पार्किंग की समस्या भी गंभीर होती जा रही है। पर्यटकों को अपनी गाड़ियां दूर सड़क किनारे खड़ी करनी पड़ रही हैं। स्थानीय लोग और व्यापारी उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही पर्यटकों की सुविधा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे, ताकि यह पर्यटन स्थल अपनी लोकप्रियता को बनाए रख सके।
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